Tag Archives: rajiv dixit

”गोडसे” जैसों को आखिर क्यों हथियार उठाना पड़ता है | Yogesh Mishra

विश्व में जिस तरह “एडोल्फ हिटलर” को आज एक विलेन के रुप में देखा जाता है, उसी तरह भारत की राजनीतिक में राष्ट्रभक्त “नाथूराम गोडसे” को भी एक विलयन के रुप में देखा जाता है | प्रश्न यह है कि गोडसे जैसे लोग पैदा ही क्यों होते हैं ? स्पष्ट …

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गाँधीवध पर कांग्रेसियों द्वार ब्राह्मणों का सबसे बड़ा कत्लेआम ! Yogesh Mishra

मुस्लिम तुष्टीकरण की पराकाष्ठ पर पहुँचे गाँधी का 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे चित्तपावन ब्राह्मण ने राष्ट्र हित में नई दिल्ली के बिरला भवन में गोली मारकर वध कर दिया ! फिर क्या था गाँधी के अहिंसक गांधीवादी अनुयाईयों ने 31 जनवरी को दिन भर दंगे की योजना बनायी …

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26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस | Yogesh Mishra

भारत में 26 जनवरी खास महत्व रखता है। इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ था यानि देश में कानून के राज की शुरुआत हुई। 26 जनवरी को राष्ट्रीय पर्व का दर्जा प्राप्त है। हर साल इस दिन को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। भारत अपने गणतंत्र दिवस के …

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जानिये कैसे भारत का संविधान ही भारत की सभी समस्याओं का कारण है | Yogesh Mishra

भारत जैसे आध्यात्मिक पृष्ठभूमि वाले देश की तथाकथित आजादी के बाद देश के नागरिकों के हितों को ध्यान में न रखते हुए तत्कालीन देश के राजनीतिक नेताओं ने भारत के संविधान को लागू करने के साथ-साथ भारत के संदर्भ में कई कानूनी भ्रम पैदा किये ! उसमें सबसे बड़ा कानूनी …

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विभीषण भ्रातद्रोही या राष्ट्रद्रोही नहीं था ! पढ़े पूरा सत्य | Yogesh Mishra

गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस नाट्य ग्रंथ के प्रचलन के साथ एक यह अवधारणा भी फैली कि विभीषण भ्रातद्रोही व राष्ट्रद्रोही था ! रावण के मृत्यु का मूल कारण विभीषण का भगवान श्री राम से मिल जाना था ! इस विषय पर गहन अध्ययन और शोध किया गया ! शोध …

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नहीं खाये थे राम ने शबरी के जूठे बेर ! जानिये पूरा सत्य | Yogesh Mishra

शबरी की कथा का वर्णन रामायण, भागवत, रामचरितमानस, सूरसागर, साकेत आदि ग्रंथों में मिलती है । सीता की खोज करते हुए जब सीता की खोज में जब राम और लक्ष्मण वर्तमान छत्तीसगढ़ के डांग जिले में सुबीर गांव के निकट पहुँचे तो उनकी भेंट वहां शबरी नामक भीलनी महिला से …

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क्या मात्र दलित और विधार्मियों के मत से जीता जायेगा 2019 का चुनाव | Yogesh Mishra

यह जान कर बड़ी हैरत होती है कि सरेआम नाक के नीचे दलितों का बहुत बड़ी संख्या में धर्मान्तरण और दूसरी तरफ दलित हिन्दुओं द्वारा हिन्दू धर्म ग्रन्थों की होली जलाये जाने पर भी सत्ताधीशों की शान्ती | कहीं इस मनमानी ओछी हरकतों के पीछे राजनैतिक कारणों से मौन सहमति …

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आखिर कौन सिद्ध करना चाहता है कि ब्राह्मण विदेशी हैं ? Yogesh Mishra

1855 मैं जब अंग्रेज पूरे के पूरे भारत से यहां के खजाने, पांडुलिपि और सनातन संस्कृति के समिति चिन्हों को लूटकर इंग्लैंड ले जाने लगे | उस समय जो उनके उपयोग का था उसे अपने पास रख लिया और जो उनके उपयोग का नहीं था उसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में नीलाम …

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सनातन धर्म के विनाश का मूल कारण भारत के राजनैतिक दल हैं ! Yogesh Mishra

हिंदुओं में एक कमी है वह है ‘अखंड विश्वास’ हमारे शास्त्रों ने हमें इस तरह से प्रशिक्षित किया है कि अखंड विश्वास हमारे संस्कार का मूल अंश बन गया है | चाहे वह किसी पत्थर की बनी मूर्ति के प्रति हो, जीव-जंतुओं के प्रति हो, पेड़-पौधों के प्रति हो, साक्षात …

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400 वर्ष पूर्व गोस्वामी तुलसीदास ने हिन्दुओं को जोड़ने के लिये शुरू की थी राम लीला ! Yogesh Mishra

रामलीला की अभिनय परंपरा के प्रतिष्ठापक गोस्वामी तुलसीदास हैं, इन्होंने हिन्दुओं को जोड़ने के लिये हिंदी में जन मनोरंजनकारी नाटकों का अभाव पाकर राम लीला का श्रीगणेश किया था । इन्हीं की प्रेरणा से पहले काशी फिर अयोध्या के तुलसी घाट पर प्रथम बार रामलीला शुरू हुई थी । महाकवि …

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