अब राष्ट्रीय सरकारों के दिन जाने वाले हैं ! : Yogesh Mishra

अभी तक हर लोकतांत्रिक देश की शासन व्यवस्था यह है कि हर देश में एक संविधान होता है और उस संविधान के अंदर लोकतांत्रिक पद्धति से सरकार के जनप्रतिनिधियों को चुनने का अधिकार उस देश के आम नागरिकों को होता है ! आम नागरिकों द्वारा निर्वाचित जनप्रतिनिधि बहुमत के आधार पर अपनी सरकार बनाते हैं और वह सरकार देश में शासन चलाती है !

लेकिन अब बहुत जल्द ही यह सब कुछ खत्म होने वाला है ! हो सकता है कि हम लोगों के ही जीवन काल में अब देश के लोकतांत्रिक सरकारों के निर्माण की प्रक्रिया ही खत्म हो जाये और विश्व के सारे संविधान बदल दिये जायें क्योकिं विश्व में एक सर्वशक्तिमान विश्वव्यापी सरकार की स्थापना होने जा रही है !

इसकी बहुत सी अच्छाइयां अभी से अंतर्राष्ट्रीय प्लेटफार्म पर गिनाई जाने लगी हैं ! जैसे कि पूरे विश्व में जब एक ही कानून होगा और एक ही सत्ता होगी ! तो अपराधी अपराध करके भाग नहीं पायेगा ! अतः विश्व में अपराध बहुत कम हो जायेगा !

इसी तरह अगर विश्व में एक ही सत्ता हो तो आपसी देशों के झगड़े खत्म हो जायेंगे ! जिस वजह से देशों के ऊपर सेना को रखने का अनावश्यक व्यय कम हो जायेगा !

आज विश्व के बड़े उद्योगपतियों को दूसरे देशों में व्यापार करने में सबसे बड़ी सुविधा यह है कि हर देश के अपने-अपने नियम कानून अलग-अलग हैं ! विचार कीजिये कि यदि विश्व में एक ही सत्ता हो और एक ही नियम से पूरा विश्व संचालित होता हो तो विश्व का कोई भी उद्योगपति किसी भी देश में आसानी से अपना व्यापार व्यवसाय कर सकेगा !

आज विश्व आर्थिक आधार पर जो चार हिस्से में बंटा हुआ है ! यदि विश्व की आर्थिक नीति एक हो तो शायद पूरे विश्व को आर्थिक आधार पर चार हिस्सों में बांटने की आवश्यकता ही नहीं होगी ! पूरे विश्व की चिकित्सा और तकनीक का लाभ बिना किसी भेदभाव के विश्व के प्रत्येक नागरिक को मिलेगा ! चाहे वह किसी भी देश में रहता हो !

ठीक इसी तरह यदि विश्व की एक न्याय व्यवस्था होगी ! तो विश्व के अलग-अलग नियमों के तहत व्यक्ति को अलग-अलग न्यायालयों में न्याय मांगने की प्रक्रिया से मुक्ति मिल जायेगी ! जब पूरा विश्व एक ही सत्ता के अधीन होगा तब किसी भी देश के साथ किसी भी आधार पर कोई भेदभाव नहीं होगा ! इस तरह के बहुत से शब्जबाग नई सत्ता को लेकर दिखलाये जा रहे हैं !

लेकिन इसके पीछे जो एक विश्वव्यापी षड्यंत्र है ! वह यह है कि आज ऊर्जा के समस्त संसाधन चाहे वह पेट्रोलियम हो या तकनीक अलग-अलग देशों के नियंत्रण में है ! जिसे विश्व सत्ता के औद्योगिक पैरोंकर बिना किसी बाधा के अपने नियंत्रण में करना चाहते हैं ! क्योंकि ऊर्जा के संसाधन ही आधुनिक विश्व की आत्मा है ! इस पर जिसका नियंत्रण होगा ! वह आधुनिक विश्व को संचालित कर सकेगा !

ठीक इसी तरह हर देश के अंदर अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग तरह के प्राकृतिक संसाधन मौजूद हैं ! जिस पर हर देश अपना स्वामित्व रखता है ! यदि विश्व सत्ता की योजना सफल हो जाती है ! तो पूरी पृथ्वी के सारे प्राकृतिक संसाधन विश्व सत्ता के अधीन होंगे ! जहां से विश्व सत्ता की इच्छा पर कोई भी व्यवसायी को विश्व के किसी भी प्राकृतिक संसाधन का उपयोग और दोहन आसानी से कर सकेगा !

लेकिन इसमें सबसे भयावह डराने वाली बात यह है कि विश्व सत्ता के नुमाइंदे यह मानते हैं कि विश्व के अंदर 80% लोग अनावश्यक रूप से प्राकृतिक संसाधनों को नष्ट कर रहे हैं ! जिनकी वास्तव में इस पृथ्वी पर कोई आवश्यकता नहीं है ! क्योंकि यह लोग शैक्षिक, बौद्धिक और शारीरिक रूप से इतने पिछड़े हुये हैं कि यह किसी भी रूप में विश्व सत्ता के लिये सहयोगी नहीं बन सकते हैं ! अतः इन्हें यथाशीघ्र विश्व से विदा कर देना चाहिये ! जिसके लिये तरह-तरह के जैविक हथियारों का निर्माण किया जा रहा है ! कोरोना वायरस भी उसी का एक स्वरूप है ! अब विश्व सत्ता को चलाने के लिये मात्र कुछ हजार व्यक्तियों की ही आवश्यकता होगी ! बाकी सभी कार्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की तकनीकि से कंप्यूटरों द्वारा स्वत: होगा !

और बचे हुये लोग विश्व सत्ता के अधीन एक वेतन भोगी मजदूर की भूमिका में पीढ़ी दर पीढ़ी अपना जीवन यापन करते रहेंगे ! क्योंकि विश्व सत्ता व्यक्तियों से नहीं बल्कि आधुनिक तकनीक से चलेगी ! जिसे कृतिम बौद्धिकता या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहते हैं ! इसमें पूरी दुनिया के प्रत्येक नागरिक का एक कोड होगा ! जैसे आज का आधार कार्ड ! जिसकी पहचान आंखों के रेटिना, हार्टबीट और उंगलियों के निशान से की जायेगी ! यह कोड हर व्यक्ति को जीवन में बस एक ही बार जारी किया जायेगा और पूरी दुनिया में वह व्यक्ति जीवन भर उसी कोड के सहारे विश्व सत्ता के महत्वाकांक्षाओं को संपादित करता रहेगा !

इसके अलावा एक ऐसी चिप बनाये जाने पर भी काम चल रहा है कि कानून बनाकर उस चिप को शरीर के अंदर प्रविष्ट करवा दिया जाये तो उस व्यक्ति का मूवमेंट दुनिया के किसी भी कोने से देखा जा सकेगा ! ऊपने कब क्या खाया है, क्या पढ़ा है, इंटरनेट और टीवी में क्या देखा है, आप कब कहां गया हैं और वह किन-किन लोगों से मिला है, उसने उनसे क्या बात की है और उस व्यक्ति के मन में क्या चल रहा है ! यह सब लाखों किलोमीटर दूर से वॉच किया जायेगा !

लेकिन इस सब में एक खुशखबरी भी है कि मनुष्य की गुणवत्ता सुधार के लिये और आयु को बढ़ाने के लिये भी विश्व सत्ता के नुमाइंदे बहुत गंभीरता से विचार कर रहे हैं ! क्योंकि उनका मानना है कि विश्वसनीय व्यक्ति बड़ी मुश्किल से मिलते हैं और मनुष्य की आयु क्योंकि बहुत कम है ! इसलिये बार-बार विश्वसनीय व्यक्तियों को ढूंढने में बहुत समय और पैसा व्यय करना पड़ता है ! इसलिये आधुनिक चिकित्सा पद्धति में कोई ऐसी तकनीक विकसित की जानी चाहिये कि जिससे अपने मनपसंद विश्वसनीय व्यक्ति की आयु 1000 से 1200 तक की जा सके ! इस पर भी बहुत तेजी से कार्य चल रहा है !

कहने को तो बहुत कुछ है ! लेकिन अब लेख लंबा हो रहा है ! अतः मैं इसको यहीं विराम दे रहा हूं कि बहुत जल्द ही अब राष्ट्रीय सत्ता का युग जाने वाला है और विश्व सत्ता का युग आने वाला है इसलिये उसके स्वागत की तैयारी में लग जाइये या फिर इस धरती से विदा होने की तैयारी शुरू कर दीजिये क्योंकि इन्हीं दो में से कोई एक विकल्प आपको चुनना है !

जय हिन्द ! जय भारत !

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योगेश कुमार मिश्र 

ज्योतिषरत्न,इतिहासकार,संवैधानिक शोधकर्ता

एंव अधिवक्ता ( हाईकोर्ट)

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