चौंसठ योगिनी मंदिर का रहस्य : Yogesh Mishra

वैसे तो चौंसठ योगिनी मंदिर भारत में कई जगह है किन्तु आज जबलपुर के मंदिर की चर्चा करता हूँ ! यह जबलपुर के ऐतिहासिक संपन्नता में एक और अध्याय जोड़ता है ! प्रसिद्ध संगमरमर चट्टान के पास स्थित चौंसठ योगिनी…
वैसे तो चौंसठ योगिनी मंदिर भारत में कई जगह है किन्तु आज जबलपुर के मंदिर की चर्चा करता हूँ ! यह जबलपुर के ऐतिहासिक संपन्नता में एक और अध्याय जोड़ता है ! प्रसिद्ध संगमरमर चट्टान के पास स्थित चौंसठ योगिनी…
सुख और दुख जीवन में ऋतुओं की तरह आते जाते रहते हैं ! प्राय: दुखी होने पर व्यक्ति उस दुख के निवारण हेतु ग्रहों की ऊर्जा के पड़ने वाले प्रभाव में परिवर्तन करने के लिये तरह-तरह के पूजा पाठ अनुष्ठान…
तंत्र की प्रयोगशाला हमारा शरीर है ! तंत्र का उद्देश्य है शरीर में विद्यमान शक्ति केंद्रों को जागृत कर विशिष्ट कार्यों को सिद्ध करना ! तंत्र अभ्यास और व्यवहारिक ज्ञान का शास्त्र है और तंत्र शब्द अपने आप में महत्वपूर्ण…
स्तम्भन का अर्थ है किसी भी वस्तु या व्यक्ति को किसी विशेष कार्य या उद्देश्य के लिये रोक देना या किसी को मानसिक रूप से बंधन में बांध देना ! तन्त्र में स्तम्भन क्रिया समझने से पहले हमें सृष्टि में…
आज कल बार बार चन्द्रमा रक्त वर्णीय हो रहा है ! इस साल जून और जुलाई के महीने में करीब 30 दिन के अंदर तीन बड़े ग्रहण लगने जा रहे हैं ! ऐसी ही घटना महाभारत युद्ध के पहले भी…
वैसे तो इष्टदेव को गुरु ही पहचान सकता है क्योकि परब्रह्म परमात्मा की इस सृष्टि प्रपंच में विभिन्न स्वभाव के प्राणियों का निवास है ! इसलिये विभिन्न स्वभाव वाले प्राणियों की विभिन्न रुचियों के अनुसार भगवान भी विभिन्न रूप में…
भगवान शिव ने 64 तंत्रों की रचना की है ! जिसका परम ज्ञानता रावण था ! तंत्र असीमित है ! इसका वर्णन अग्नि पुराण में भी मिलता है ! वैसे तो वशीकरण एक असामान्य विद्या है परंतु यह भी एक…
प्राय: भगवान श्रीराम पर यह आरोप लगाया जाता है कि उन्होंने मात्र एक धोबी के कहने पर अपनी पत्नी श्रीमती सीता मैया का गर्भाकाल में परित्याग कर दिया था ! किंतु मैं आप सभी को यह बताना चाहता हूं कि…
वैष्णव ऐसा मानते हैं कि धर्म की संस्थापना के लिये श्री विष्णु हर महायुग में दश अवतार लेते हैं ! जिनमें अन्तिम तो महायुग के अन्त में आते हैं जिनके लिये कालखण्ड बचता ही नहीं ! अतः नौ अवतार ही…
कुछ लोग हिन्दू संस्कृति की शुरुआत को मात्र सिंधु घाटी की सभ्यता से जोड़कर देखते हैं ! जो गलत है ! वास्तव में संस्कृत और कई प्राचीन भाषाओं के उपलब्ध इतिहास के तथ्यों के अनुसार प्राचीन भारत में सनातन धर्म…