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गौतम बुद्ध का धूर्त अवतारीकरण : Yogesh Mishra

बुद्ध का अवतारीकरण धूर्त भारतीय बाबाओं, वक्ताओं और लेखकों का सबसे बड़ा और सबसे प्राचीन षड्यंत्र रहा है ! इस संदर्भ में आधुनिक भारत में ओशो के द्वारा चलायह गयह सबसे बड़े षड्यंत्र को गहराई से देखना समझना भी जरुरी…

खजुराहो के मंदिर का आध्यात्मिक रहस्य : Yogesh Mishra

आज से 2000 साल पहले जब पूरे के पूरे आर्यावर्त में बौद्ध धर्म का प्रभाव इतना अधिक बढ़ गया था कि सनातन जीवन शैली की आश्रम व्यवस्था का अधिकांश लोग परित्याग करके बौद्ध भिक्षु बन बौद्ध विहारों में रमण करने…

जानिए राष्ट्रों की संप्रभुता के हत्यारे : Yogesh Mishra

प्रथम विश्वयुद्ध तो ब्रिटेन ने अपने साम्राज्य विस्तार के लिये लड़ा था ! लेकिन प्रथम विश्व युद्ध के दौरान हारने वाले देशों पर ब्रिटिश सरकार ने यह दबाव डाला कि जब हम आपके देश पर नियंत्रण करने के लिये आये…

धर्म ग्रंथों में सम्भोग का अर्थ सैक्स नहीं है ! : Yogesh Mishra

गीता प्रेस के संक्षिप्त देवी भाष्य के आधार पर आधारित एक पुस्तक जिसका कि नाम गीता आगे स्पष्ट है उसमें यह लिखा गया की ब्रह्मा जी ने अपनी बेटी सरस्वती के साथ संभोग अर्थात सेक्स करने की इच्छा रखी थी…

जानिए भारत का विनाश क्यों हुआ : Yogesh Mishra

क्या आपने सोचा कभी है कि जब भारत के लूट की दौलत और तकनीकि की चोरी से योरोप में औद्योगिक क्रांति संभव है ! तो भारत में यूरोप की तरह कोई औद्योगिक क्रांति क्यों नहीं हो सकी और क्यों भारत…

तक्षशिला विश्व का पहला विश्वविद्यालय : Yogesh Mishra

प्राचीन भारत में गांधार देश की राजधानी और शिक्षा का प्रमुख केन्द्र आर्यावर्त की शान कहा जाने वाला विश्व का सर्वप्रथम तक्षशिला विश्वविद्यालय वर्तमान पाकिस्तान की राजधानी रावलपिण्डी से 18 मील उत्तर की ओर स्थित था ! जिस नगर में…

क्या बौद्ध धर्म का आधार स्त्रियोचित था ! : Yogesh Mishra

प्रकृति के द्वारा ही पुरुष चित्त और स्त्री चित्त के चेतना के केन्द्र भी भिन्न-भिन्न होते है ! पुरुष मूलत: मष्तिष्क केन्द्रित है ! उसका सारा जोर बौद्घिक है ! वह हर चीज को तर्क वितर्क के आधार पर ही…

विवेक चूड़ामणि ग्रन्थ का आध्यात्मिक रहस्य : Yogesh Mishra

विवेकचूडामणि आदि शंकराचार्य द्वारा संस्कृत भाषा में रचित प्रसिद्ध ग्रन्थ है ! जिसमें अद्वैत वेदान्त का निर्वचन किया गया है ! इसमें ब्रह्मनिष्ठा का महत्त्व, ज्ञानोपलब्धि का उपाय, प्रश्न-निरूपण, आत्मज्ञान का महत्त्व, पंचप्राण, आत्म-निरूपण, मुक्ति कैसे होगी ! आत्मज्ञान का…

विश्व वैदिक संस्कृति के विकास में सरस्वती नदी का योगदान : Yogesh Mishra

सरस्वती नदी पौराणिक हिन्दु ग्रंथों तथा ऋग्वेद में वर्णित मुख्य नदियों में से एक है ! ऋग्वेद के नदी सूक्त के एक श्लोक (10.75 ) में सरस्वती नदी को यमुना के पूर्व और सतलुज के पश्चिम में बहती हुए बताया…

पुराण वेदों का व्याख्यातिक स्वरूप है ! : Yogesh Mishra

वैसे आर्य समाजी पुराणों की बहुत आलोचना करते हैं ! दयानंद सरस्वती ने तो पुराणों के विषय में यहां तक कहा था कि “पुराणों की रचना लोगों ने भांग के नशे में की थी !” इसलिये आर्य समाजी यह मानते…