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वेद” अनुसार शासक को कब हटा देना चाहिये ? Yogesh Mishra

ऋग्वेद 10.173.1 !! ॠचा 2-4 के अनुसार राज्य सत्ता में एक “पुरोहित” होता था ! कोई जरुरी नहीं कि यह ब्राहमण ही हो ! पुरोहित सत्ता क्षेत्र में “प्रजा का प्रतिनिधित्व” करता था ! राजा का चुनाव होने के पश्चात…

राष्ट्र के विनाश में “गद्दार हिंदुस्तानियों” की भूमिका ! Yogesh Mishra

आज का यह लेख मैं बहुत “पीड़ा” के साथ लिख रहा हूं ! मुझे इसमें कोई शक नहीं कि भारत “ऋषियों और मुनियों” की “कर्मभूमि” रहा है ! इसमें भी कोई शक नहीं के भारत उस समय “विश्व गुरु” था,…

भारत की कृषि सुधार नीति ही किसानों के आत्महत्या का मुख्य कारण है ! Yogesh Mishra

भारत में अंग्रेजों के आने के पहले जब किसान गाय बैलों के माध्यम से कृषि करता था, तो उसके उत्पाद पूरे विश्व में बिका करते थे और पूरे विश्व का अर्जित धन “सोने” के रूप में भारत के अंदर संग्रहित…

“पुलिस प्रशासन” सामाजिक विषयों के प्रति सकारात्मक सोच क्यों नहीं रख पाते हैं ? Yogesh Mishra

“गौ भक्त संत गोपाल दास” पर हुये पुलिसिया अत्याचार को समर्पित लेख प्रायः देखा गया है कि “पुलिस प्रशासन” सामाजिक समस्याओं के निवारण हेतु सकारात्मक दृष्टिकोण नहीं अपनाते हं ! इसके बहुत से कारण हैं ! इसमें सबसे बड़ा और…

बड़े-बड़े संगठन क्यों बिखर जाते हैं ? Yogesh Mishra

जीवन में सभी संघर्षों का मूल विचारों का मतभेद है ! विचारों की उत्पत्ति संस्कारों से होती है ! संस्कार जन्म-जन्मांतर के चिंतन शैली पर आधारित हैं ! प्रकृति की यह व्यवस्था है कि कभी भी दो व्यक्तियों के संस्कार…

सत्ता की जिद्द से पैदा होता है “नक्सलवाद” Yogesh Mishra

राष्ट्र की स्वतंत्रता के लिए साठ लाख लोगों का बलिदान देने के बाद देश का दुर्भाग्य यह रहा कि देश को आधी-अधूरी आजादी जो मिली वह भी उन लोगों के हाथ में चली गई जो न तो राष्ट्र के प्रति…

“स्वच्छता अभियान” की ओट में बांग्लादेशी घुसपैठियों को स्थाई पनाह Yogesh Mishra

सभी जानते के 6 करोड़ से अधिक “बांग्लादेशी घुसपैठिये” भारत के विभिन्न शहरों में रोज सुबह घर-घर जाकर कूड़ा इकट्ठा करते हैं और उन्हें नगर निगम द्वारा निर्धारित स्थानों पर ले जा कर फेंक देते हैं ! इन 6 करोड़…

आंदोलन की ऊर्जा ही राष्ट्र को बचा सकता है !! Yogesh Mishra

जिस तरह एक सोये हुये व्यक्ति के उठने पर उसकी ताजगी के लिये उसे एक कप चाय या जल की आवश्यकता होती है ! ठीक उसी तरह एक निर्धारित अंतराल के बाद राष्ट्र को एक नई ताजगी और संचार के…

कानून से नहीं भावनाओं की ऊर्जा से संचालित होता है राष्ट्र ! | Yogesh Mishra

भावनायें एक ऐसी ऊर्जा है, जो मूर्त रूप में कहीं दिखाई नहीं देती है ! लेकिन इसकी किसी परिवार के संचालन के लिये बहुत आवश्यकता है ! जिस तरह मात्र भावनाओं के कारण व्यक्तियों का एक समूह परिवार में बदल…

सनातन सभ्यता के इतिहास पर वामपंथीयों का हमला | Yogesh Mishra

एक महान सभ्यता के रूप में हमारा देश कितना प्राचीन है और उसका उद्गम स्थान कहां है? इस प्रश्न का उत्तर हाल की एक पुरातात्विक खोज में मिल जाता है ! दिल्ली से लगभग 60 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के…