Tag Archives: rajiv dixit

नकारात्मक ग्रहों के प्रभाव से होते हैं रोग : Yogesh Mishra

मारकेश बाधक या कष्टकारी ग्रह जब भ्रमण करते हुए संवेदनशील राशियों के अंगों से होकर गुजरता है तो वह उनको नुकसान पहुंचाता है ! नकारात्मक ग्रहों के प्रभाव को ध्यान में रखकर आप अपने भविष्य को सुखद बना सकते हैं ! वैदिक वाक्य है कि पिछले जन्म में किया हुआ …

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“दान” करने से “पाप” नष्ट नहीं होता है ! Yogesh Mishra

“दान” विशुद्ध “धर्म” का विषय है ! इसका “पाप” के नष्ट होने से दूर दूर तक कोई लेना देना नहीं है अर्थात “समाज को व्यवस्थित तरीके से चलाने के लिए जिन्हें नियमों को समाज में धारण कर लिया वही धर्म है” और उन “सनातन सामाजिक नियमों” के समूह में एक …

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जप या अनुष्ठान करने वाले व्यक्ति को मांसाहार का सेवन क्यों नहीं करना चाहिये ? Yogesh Mishra

जप या अनुष्ठान करने वाला जब कोई व्यक्ति किसी मारे गये पशु का भोजन करता है ! तो वध के पूर्व जो मृत्यु का भय उस पशु के अन्दर पैदा होता है ! उससे मृत्यु के पूर्व उस पशु के शरीर में दर्जनों तरह के घातक रसायन पैदा होते हैं …

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जानिए कैसे हो रही है उच्च शिक्षा की ओट में व्याप्त लूट : Yogesh Mishra

किसी भी राष्ट्र का आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक विकास उस देश की शिक्षा पर निर्भर करता है ! अगर राष्ट्र की शिक्षा नीति अच्छी है तो उस देश को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता अगर राष्ट्र की शिक्षा नीति अच्छी नहीं होगी तो वहां की प्रतिभा या तो दब …

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ब्राह्मण किसी से डरता क्यों नहीं , ब्राह्मण के कटोरे का रहस्य Yogesh Mishra

ब्राह्मण जाति का इतिहास प्राचीन भारत से भी पुराना माना जाता है, ब्राह्मण जाति की जड़े वैदिक काल से जुड़ी हुई हैं ! प्राचीन काल से ही ब्राह्मण जाति के लोगों को समाज में उच्च स्थान प्राप्त था, उस समय ब्राह्मण जाति के लोग सबसे ज्ञानी माने जाते थे ! …

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हत्या, वध और आतंकवाद तीनो का अर्थ समझे ! Yogesh Mishra

हत्या वध और आतंकवाद यह तीन अलग-अलग शब्द हैं और इन तीनो शब्दों के अर्थ भी अलग अलग हैं ! हत्या का तात्पर्य है कि जब कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति से अनुचित लाभ प्राप्त करने की मंशा से या अनुचित हानि पहुंचाने की इच्छा से उस व्यक्ति को किसी …

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शास्त्रों के अनुसार स्वर्ग से अलग कहीं नहीं है ! स्वर्ग के सम्पूर्ण लक्षण तिब्बत मे ही मिलते हैं ! Yogesh Mishra

प्रायः माना जाता है कि स्वर्ग पृथ्वी से अलग किसी अन्य लोक में स्थित है ! जबकि यह गलत अवधारण है ! हम आपको बताना चाहते है कि त्रिविष्टप तथा स्वर्ग के सम्पूर्ण लक्षण तिब्बत मे ही मिलते हैं अर्थात स्वर्ग पृथ्वी से अलग नहीं बल्कि त्रिविष्टप या स्वर्ग तिब्बत …

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नमक की विश्वव्यापी राजनीति और भारत Yogesh Mishra

नमक एक ऐसी आवश्यकता है जिसके बिना व्यक्ति जीवित नहीं रह सकता है ! अंग्रेजों ने मनुष्य की इस कमजोरी को अपने आर्थिक लाभ के लिये प्रयोग किया और मात्र भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में जहाँ जहाँ उनका शासन था वहां वहां उन्होंने कानून बना कर नमक पर …

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कभी सम्पूर्ण विश्व शैव उपासक भी रहा है ! Yogesh Mishra

यह गलत अवधारण है कि पूरा विश्व सदैव से मात्र वैष्णव उपासक ही रहा है ! जबकि सत्य यह है कि वैष्णव उपासना के पूर्व पूरे विश्व में मात्र शैव उपासना ही होती थी ! वैष्णव उपासक क्षत्रियों ने जब वैष्णव उपासना की स्थापना का प्रयास शुरू किया था, तब …

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जानिये कौन से ग्रह दोष की शान्ति के लिये कौन सा प्राणायम करें ! Yogesh Mishra

ज्योतिष, योग और आयुर्वेद के उद्भव का समय एक ही है अर्थात वैदिक काल जहाँ योग और आयुर्वेद हमें शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य रखने में सहायक हैं ! वहीँ ज्योतिष के माध्यम से हम आने वाली समस्याओं से अवगत हो सकते हैं और यदि हम उसके अनुसार पहले …

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