निसंदेह राजीव दीक्षित का चिंतन और उनकी विचारधारा राष्ट्र को एक सशक्त स्वरूप में खड़ा कर सकती है ! राष्ट्र के नागरिकों का आहार-विहार-विचार जो आज दूषित है, यही राष्ट्र के पतन का कारण है ! जिसे निरंतर राजीव दीक्षित ने अपने जीवित रहते इंगित किया था ! आज उनके …
Read More »आखिर हिंदुओं की सरेआम हत्या कब तक होगी ? Yogesh Mishra
भारत के तथाकथित “राष्ट्रवादी” सामाजिक और राजनैतिक संगठनों का पूर्व के सत्ताधीश राजनीतिक दल पर यह आरोप था कि उस राजनीतिक दल का संसदीय मुखिया “कुछ बोलता ही नहीं” और राजनैतिक मुखिया क्योंकि “विदेशी पृष्ठभूमि” का है ! अतः उसका भारत राष्ट्र के साथ कोई संवेदनात्मक संबंध नहीं है ! …
Read More »आखिर इन “हिन्दू गौ रक्षकों” से खतरा किसको है ? Yogesh Mishra
देश के प्रधानमंत्री ने दो टूक निर्देश देते हुए राज्य सरकारों को यह कहा है कि “यदि गौरक्षा के नाम पर कोई भी व्यक्ति देश की कानून व्यवस्था अपने हाथ में लेता है, तो उसके विरुद्ध “सख्त से सख्त कार्यवाही” की जाये !” स्वागत है प्रधानमंत्री के इस राष्ट्रप्रेमी राजनैतिक …
Read More »आखिर गौरक्षकों की जरूरत पड़ती ही क्यों है ? Yogesh Mishra
हमारे देश के प्रधानमंत्री समय-समय पर गौरक्षकों को अच्छे व्यवहार की नसीहत देते रहते हैं, पर कभी यह नहीं कहते कि “गौ तस्करी करने वाले अपराधी हैं और इनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जानी चाहिये” या भारत में अब वधशालाओं पर स्थापना या आधुनिकीकरण के नाम पर दी जाने वाली …
Read More »अदृश्य विश्वव्यापी षड्यंत्र और हमारी अर्थव्यवस्था | Yogesh Mishra
ब्रिटिश सेनापति “रोबर्ट क्लाइव” ने बंगाल का नवाब “सिराजुद्दोला” के सेनापति “मीर जाफ़र” को अपनी तरफ मिला कर 1757 में “पलासी का युद्ध” जीत कर भारतवर्ष में ब्रिटिश साम्राज्य की नीव डाल दी थी ! इसके बाद भारत के लूट का दौर शुरू हुआ ! पानी के जहाज में भर-भर …
Read More »अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस बनाम ॠषियों का योग | Yogesh Mishra
21 जून को लखनऊ में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियां बड़े जोरों पर है ! ऐसी सूचना है कि भारत के माननीय प्रधानमंत्री तथा उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री तथाकथित अंतर्राष्ट्रीय स्वयंभू योगा गुरु के साथ योग नहीं योगा करेंगे ! राष्ट्रवादी संगठन के कार्यकर्ता पर्चियां और टिकट लेकर गली-गली …
Read More »अधिवक्तृता” नहीं राष्ट्र हित में “निष्पक्ष विश्लेषण” कीजिये ! Yogesh Mishra
आजकल प्रायः देखा जाता है कि जब किसी “व्यक्ति” या “घटना” के संदर्भ में कोई सूचना समाज को प्राप्त होती है तो समाज सीधा-सीधा दो हिस्सों में बंट जाता है ! एक वर्ग उस व्यक्ति या घटना के पक्ष में खड़ा हो जाता है और दूसरा वर्ग उसके विपक्ष में …
Read More »“अवसाद” (डिप्रेशन) का ज्योतिषी के पास कोई इलाज नहीं है ! Yogesh Mishra
ग्रह दोष के कारण किसी व्यक्ति का अप्रत्याशित समस्याओं में फंस जाना एक अलग विषय है ! और अप्रत्याशित समस्याओं के आ जाने के कारण अवसाद अर्थात डिप्रेशन में चला जाना एक दूसरा विषय है ! प्रायः लोग इन दोनों को एक साथ जोड़ कर देखते हैं और अवसाद अर्थात …
Read More »राष्ट्र और धर्म अलग-अलग नहीं हो सकते हैं ! Yogesh Mishra
धर्म के तीन उद्देश्य हैं ! पहला समाज को व्यवस्थित तरीके से चलाना ! दूसरा राष्ट्र की सुरक्षा करना और तीसरा उद्देश्य है आने वाली पीढ़ियों का उत्तरोत्तर विकास करना ! जो भी धर्म इन कार्यों में सफल है, इसको ही धर्म कहा जाएगा ! शेष सभी विचारधारा हो सकती …
Read More »आखिर गौ हत्या रुकती क्यों नहीं ? जानिये बड़ा खुलासा | Yogesh Mishra
देश की तथाकथित आजादी 15 अगस्त 1947 को मिलने के बाद देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के आगे सबसे बड़ी समस्या यह थी कि “भारत के आम आवाम को भरपेट भोजन कैसे प्राप्त हो ?” क्योंकि उस समय तक अंग्रेजों ने भारत के पूरे के पूरे कृषि आधारित …
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