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जानिए बाधक ग्रह की आपके जीवन में बाधा !!

वैदिक ज्योतिष के अन्तर्गत अनगिनत योगों का उल्लेख मिलता है ! बहुत से योग अच्छे हैं तो बहुत से योग खराब भी हैं ! जन्म कुंडली में अरिष्ट की व्याख्या भावों के आधार पर भी की जाती है ! कुछ…

जिन्दा रहना है तो त्यौहार में चीनी की नहीं गुड़ की मिठाई दीजिये !!

चीनी में सिर्फ कैलोरी होती है उसमे प्रोटीन , विटामिन या खनिज आदि पोषक तत्व नहीं होते ! ज्यादा चीनी के उपयोग से पोषक तत्वों की कमी हो जाती है ! शक्कर दो तरह की होती है ग्लूकोज़ और फ्रुक्टोस…

जानिए कैसे कृत्रिम गर्भाधान से नष्ट किया जा रहा है भारतीय गौवंश !!

देशव्यापी कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम लांच किया गया ! जिसके आधार पर नंदी पैदा न हो और केवल बछिया हो उसके लिये योजनाबद्ध तरीके से अब कार्य चालू ! जब नंदी के आधर पर गर्भधान न होकर और साथ ही नंदियो…

जानिए क्यों संस्कार गणना का इतिहास अदभुत है !

ऋग्वेद में संस्कारों का उल्लेख नहीं है, किन्तु इस ग्रंथ के कुछ सूक्तों में विवाह, गर्भाधान और अंत्येष्टि से संबंधित कुछ धार्मिक कृत्यों का वर्णन मिलता है ! यजुर्वेद में केवल श्रौत यज्ञों का उल्लेख है, इसलिए इस ग्रंथ के…

जानिए मातृशक्ति के अधिकार और शक्ति !

भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त भारत के मौलिक के मौलिक अधिकारों के अन्तर्गत सभी को अनुच्छेद १४-१८ के अन्तर्गत समानता का अधिकार दिया गया है ! जो कि महिलाओं और पुरुषों को बराबरी का अधिकार देता है ! इसके अन्तर्गत यह…

स्वर्ण प्राशन है बच्चों के लिये आयुर्वेद का अदभुत वरदान !

स्वर्ण प्राशन बच्चों के उज्जवल भविष्य निर्माण में आयुर्वेद का वरदान है ! यह द्रव्य शुद्ध स्वर्ण, गोघृत, शहद, अश्वगंधा, ब्राह्मी, वचा, गिलोय, शंखपुष्पी आदि जैसी अद्भुत आयुर्वेदिक औषधियों से निर्मित होती है ! यह जन्म से 16 वर्ष तक…

भारतीय जनमानस में मंदिरों का महत्व जानिए !

मंदिर केवल एक देवस्थान या पूजा-पाठ के केन्द्र के रूप में नहीं रहा है बल्कि मंदिरों में ज्ञान विज्ञान ज्योतिष खगोल आयुर्वेद आदि की शिक्षा भी दी जाती थी, मंदिर एक तरह के बैंक का भी काम करते थे !…

जानिए दैनिक यज्ञ के लाभ क्या क्या है !

यज्ञों की भौतिक और आध्यात्मिक महत्ता असाधारण है ! भौतिक या आध्यात्मिक जिस क्षेत्र पर भी दृष्टि डालें उसी में दैनिक यज्ञ की महत्वपूर्ण उपयोगिता दृष्टिगोचर होती है ! वेद में ज्ञान, कर्म, उपासना तीन विषय हैं ! कर्म का…

जानिए यज्ञ कैसे कार्य करता है ?

वनौषधियों के पंचांग को कूटकर खाने में उसे बडी़ मात्रा में निगलना कठिन पड़ता हैं ! यही स्थिति ताजी स्थिति में कल्क बनाकर पीने में उत्पन्न होती है ! इससे तो गोली या वाटिका बना कर सेवन करने में मनुष्य…

यज्ञ हमारा सर्वोत्तम शिक्षक है !

यज्ञ अपना आदर्श, अपनी क्रिया से स्वयं ही प्रकट करता रहता है ! बस आवश्यकता उसे समझने की है ! (1) अग्नि का स्वभाव है कि सदा उष्णता और प्रकाश धारण किये रहती है हम भी उत्साह, श्रमशीलता, स्फूर्ति, आशा…