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NBRI लखनऊ मे करोड़ो के घोटाले को उजागर किया वकील योगेश मिश्र ने ।

मित्रो मैंने इस घोटाले को उजागर किया है मुझे आपके सहयोग की जरूरत है । मित्रो किसी भी देश के वैज्ञानिक संस्थान उस देश की सबसे बढ़ी ताकत होते है जहां ईमानदारी और मेहनत की कसौटी पर आविष्कारों की बुनियाद राखी…

जानिए ! खेचरी मुद्रा द्वारा कैसे अमृत पान रस किया जाता है । Yogesh Mishra

खेचरी मुद्रा द्वारा अमृत पान खेचरी मुद्रा एक सरल किन्तु अत्यंत महत्वपूर्ण विधि है ।जब बच्चा माँ के गर्भ में रहता है तो इसी अवस्था में रहता है। इसमें जिह्वा को मोडकर तालू के ऊपरी हिस्से से सटाना होता है…

जानिए । मौन का महत्व और इसकी शक्ति । Yogesh Mishra

मौन का महत्व. मौन ध्यान की ऊर्जा और सत्य का द्वार है। मौन से जहाँ मन की मौत हो जाती है वहीं मौन से मन की ‍शक्ति भी बढ़ती है। जिसे मोक्ष के मार्ग पर जाना है। जब तक मन…

हर मनुष्य के भीतर एक नाद बजता है ,मुक्ति के लिये भीतर के नाद सुनना चाहिए । Yogesh Mishra

मुक्ति के लिये भीतर के नाद को सुनो 108 प्रधान उपनिषदों में से नाद-बिंदु एक उपनिषद है, जिसमें बहुत से श्लोक इस नाद पर आधारित हैं। नाद क्या है, नाद कैसे चलता है, नाद के सुनने का क्या लाभ है,…

जानिए । मृत्यु का पूर्वाभास कैसे होता है ,महीनों पहले व्यक्ति को किस प्रकार के अनुभव होते है । Yogesh Mishra

मृत्यु का पूर्वाभास कई लोगोँ को मृत्यु पूर्वाभास होता हैँ। पराविज्ञान के अनुसार मृत्यु से पहले ही कुछ संकेतोँ की सहायता से व्यक्ति पहले ही यह जान सकता है कि उसकी मृत्यु होने वाली है। सामान्यत: मृत्यु से नौ महीने…

जानिए हमारी भारतीय वैदिक ज्योतिष कल्पना है या सत्य ? बहुत महत्वपूर्ण जानकारी जरूर पढ़ें। Yogesh Mishra

ज्योतिषः सत्य या कल्पना आज भारत सहित विश्व भर के भविष्य को लेकर भारी जिज्ञासा है। आए दिन पत्र-पत्रिकाओं में निकलने वाले भविष्यफल पाठकों क लिए सर्वप्रथम पठनीय और सर्वाधिक जिज्ञासापूर्ण विषय होते हैं। एक सर्वेक्षण के अनुसार विश्व जनसंख्या…

जानिए ! वैदिक मंत्रो मे कितनी शक्ति है ,मंत्रो से रोगो को कैसे ठीक किया जा सकता है । Yogesh Mishra

मंत्र से रोग कैसे ठीक होते हैं ? पदार्थ जगत में विस्फोट होता है ऊर्जा की प्राप्ति के लिये पदार्थ को तोड़ना पड़ता है उसी तरह चेतना जगत में मंत्र एवं मात्रिकाओं का विस्फोट किया जाता है । शारीरिक रोग…

बृ्हस्पति, शुक्र के अस्तकाल में विवाहादि शुभ कार्य क्यों वर्जित है । Yogesh Mishra

बृ्हस्पति, शुक्र के अस्तकाल में विवाहादि शुभ कार्य क्यों वर्जित है बृहस्पति और शुक्र के अस्त हो जाने पर प्राय: सभी शुभ कर्म खासतौर से विवाहादि स्त्री सम्बन्धी कृत्य वर्जित रहते हैं, क्यों ? इसलिए कि “यतपिण्डे च ब्राह्मण्डे” के…

कुंडली मे मारकेश का अर्थ सदैव मृत्यु नहीं होता । Yogesh Mishra

मारकेश का अर्थ मृत्यु नहीं है मारकेश का तात्पर्य कभी यह नहीं है कि व्यक्ति की मृत्यु निश्चित है मारकेश आने पर प्रायः यह माना जाता है कि अब व्यक्ति की मृत्यु निश्चित जिसको टालने बड़े –बड़े अनुष्ठान करवाये जाते…

जानिए । किस प्रकार शनि की साढ़साती का प्रभाव आपके कर्मो अनुसार होता है । Yogesh Mishra

मित्रो शनि का नाम सुनते ही ज़्यादातर लोगो को लगने लगता की बस अब तो सब बुरा ही बुरा होगा ! और ऊपर से अगर बात शनि की साढ़साती की हो तो लोग और ज्यादा डर जाते है ! जबकि…