ऊर्ध्वगमन का अभ्यास शक्तिचालनी मुद्रा द्वारा शक्ति प्रवाह कैसे जाग्रत करें ?? कुण्डलिनी जागरण में मूलाधार से प्रसुप्त कुण्डलिनी को जागृत करके ऊर्ध्वगामी बनाया जाता है। उस महाशक्ति की सामान्य प्रवृत्ति अधोगामी रहती है। रति क्रिया में उसका स्खलन होता रहता है। शरीर यात्रा की मल मूत्र विसर्जन प्रक्रिया भी …
Read More »जानिए ! ध्यान मे कितनी शक्ति है इससे क्या क्या पाया जा सकता है Yogesh Mishra
ध्यान की शक्ति साधक जैसे- जैसे ध्यान पथ पर आगे बढ़ते हैं उनकी संवेदनाएँ सूक्ष्म हो जाती है। इस संवेदनात्मक सूक्ष्मता के साथ ही उनमें संवेगात्मक स्थिरता- नीरवता व गहरी शान्ति भी आती है और ऐसे में उनके अनुभव भी गहरे, व्यापक, संवेदनशील व पारदर्शी होते चले जाते हैं। साधना …
Read More »जानिए ! त्राटक साधना से दिव्य दृष्टि कैसे जागृति करें । Yogesh Mishra
त्राटक साधना से दिव्य दृष्टि कैसे जागृति करें मानवी विद्युत का अत्यधिक प्रवाह नेत्रों द्वारा ही होता है, इसलिए जिस प्रकार कल्पनात्मक विचार शक्ति को सीमाबद्ध करने के लिए ध्यान योग की साधना की जाती है, उसी प्रकार मानवी विद्युत प्रवाह को दिशा विशेष में प्रयुक्त करने के लिए नेत्रों …
Read More »सही ईष्टदेव की साधना से जल्दी सफलता मिलती है जानिए आपके ईष्टदेव कौन है । Yogesh Mishra
ईष्ट निर्धारण कैसे करें अधिकतर साधकों के मन में ये प्रश्न उठा कि ये कैसे ज्ञात करें की उन्हें किस देवता की साधना में जल्दी सफलता मिलेगी यदि आप किसी भी देवी-देवता की पूजा कर रहे हैं तो इसका मतलब है आप उस देवी देवता को अपने शरीर में बुला …
Read More »जानिए ! कैसे मनुष्य शरीर के सातों चक्रों को भेद कर आत्मा को परमात्मा बना सकता है । Yogesh Mishra
आत्मा को परमात्मा बनाने के सप्त चक्र भेदन सिधान्त मनुष्य के शरीर में सात चक्राकार घूमने वाले ऊर्जा केन्द्र होते हैं, जो मेरूदंड में अवस्थित होते है और मेरूदंड के आधार से ऊपर उठकर खोपड़ी तक फैले होते हैं । इन्हें चक्र कहते हैं, क्योंकि संस्कृत में चक्र का मतलब …
Read More »जानिए क्यों ? सिद्धि प्राप्ति के लिये मंदिर का वास्तु अनुसार बना हुआ होना बहुत आवश्यक है । Yogesh Mishra
सिद्धि प्राप्ति के लिये मंदिर में वास्तु का महत्व पांचो महाभूतो के स्वतंत्र स्थूल रूप को जन साधारण तक पहुंचा कर तथा उन्हें लाभान्वित कराने क़ी दृष्टि से जो स्वरुप प्रकाश में आया उन्हें देव स्थल का नाम दिया गया. जिसे मंदिर कहते है. इन पञ्च महाभूतो को अलग अलग …
Read More »जानिए ! आठ प्रकार की सिद्धियां और उसका महत्व। Yogesh Mishra
अष्ट सिद्धि क्या है सिद्धियाँ हजारों तरह की होती हैं उन्हें प्राप्त करने के तरीके अलग –अलग शास्त्रों में वर्णित हैं सिद्धियाँ गुण अनुसार सत् रज तम तीन तरह की होती हैं तमोगुण सिद्धि शीघ्र प्राप्त होती है रजोगुण सिद्धि काफी प्रयत्न से प्राप्त होती है और सतोगुणी सिद्धि ईश्वर …
Read More »जानिए ! योग की सिद्धियों से आप कौन-कौन सी शक्तियाँ पा सकते हैं । Yogesh Mishra
योग की सिद्धियों से क्या क्या पाया जा सकता है ? योग के सिद्धियों को फलित करके सर्ष्टि संचालन के सिधान्तों को जाना व प्रयोग किया जा सकता है किन्तु बहुत कम लोग जानते हैं कि किस योग से क्या घटित होता है इसी विषय पर संक्षिप्त लेख प्रस्तुत किया …
Read More »जानिए ! किस प्रकार की साधना मे आपको सफलता मिलेगी । Yogesh Mishra
साधना क्षेत्र में सफलता के कुछ विशेष ग्रह योग प्रत्येक व्यक्ति की यह जानने की इच्छा होती है कि साधना के क्षेत्र में उसे कहाँ तक सफलता मिलेगी जिसके लिये ज्योतिष का सहारा लिया जा सकता है जिसके कुछ उदाहरण निम्न हैं :- १. यदि जन्म-कुण्डली में बृहस्पति, मंगल एवं …
Read More »जानिए कैसे वैदिक मंत्रो की ताकत और इच्छाशक्ति से आप आत्माओं से संर्पक कर सकते है ? Yogesh Mishra
आत्माओं से संर्पक कैसे करें ? मनुष्य का शरीर जल, वायु, अग्नि, पृथ्वी और आकाश इन पांच तत्वों से निर्मित होता है। मृत्यु के पश्चात् जब मनुष्य स्थूल शरीर को छोड़कर सूक्ष्म शरीर धारण करता है तो इसमे मात्र दो तत्व शेष रह जातें है – वायु और आकाश तत्व, …
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