तंत्र की प्रयोगशाला हमारा शरीर है ! तंत्र का उद्देश्य है शरीर में विद्यमान शक्ति केंद्रों को जागृत कर विशिष्ट कार्यों को सिद्ध करना ! तंत्र अभ्यास और व्यवहारिक ज्ञान का शास्त्र है और तंत्र शब्द अपने आप में महत्वपूर्ण और गौरवमय है ! तंत्र शब्द ‘तन’ इस मूल धातु …
Read More »सामूहिक स्तम्भन तंत्र कभी राजनीति का अंश रहा है !! :Yogesh Mishra
स्तम्भन का अर्थ है किसी भी वस्तु या व्यक्ति को किसी विशेष कार्य या उद्देश्य के लिये रोक देना या किसी को मानसिक रूप से बंधन में बांध देना ! तन्त्र में स्तम्भन क्रिया समझने से पहले हमें सृष्टि में स्तम्भन किस प्रकार से विद्यमान है ! इसको समझना होगा …
Read More »राजनीति में तंत्र का प्रयोग कैसे होता है : Yogesh Mishra
भगवान शिव ने 64 तंत्रों की रचना की है ! जिसका परम ज्ञानता रावण था ! तंत्र असीमित है ! इसका वर्णन अग्नि पुराण में भी मिलता है ! वैसे तो वशीकरण एक असामान्य विद्या है परंतु यह भी एक विज्ञान ही है। वशीकरण विद्या अति प्राचीन विद्या है और …
Read More »कहीं भी अप्रत्याशित सफलता का आधार तन्त्र ही है ! : Yogesh Mishra
ऐतिहासिक दृष्टि से भारतीय संस्कृति का विचार करने पर प्रतीत होता है कि प्राचीन काल से ही वैदिक तथा तान्त्रिक साधन धाराओं में परस्पर घनिष्ठ सम्बन्ध रहा है ! यह बात जैसे सत्य है ! वैसे ही यह भी सत्य है कि दोनों में अंशतः वैलक्षण्य भी हैं ! अति …
Read More »जानिए अघोर तंत्र साधना क्या है : Yogesh Mishra
एक आम आदमी अघोरी शब्द से ही काँप उठता है ! नशे में डूबी लाल-लाल आँखें ! हाथ में चिमटा ! एक कंधे पर झोला. झोले में खोपड़ी और हड्डी ! रोंगटे खड़ी कर देने वाली इस तस्वीर के साथ-साथ जनमानस में इन्हें लेकर कई धारणाएं प्रचलित हैं ! जैसे …
Read More »“योनि तंत्र” एक प्रबल कौलिय क्षत्रिय तंत्र शास्त्र : Yogesh Mishra
भारत की सबसे प्राचीन सभ्यता मोहनजोदारो के शिलालेखों पर स्पस्ट रूप से मान्धाता कोलिय वंश लिखा हुआ है जो की सूर्यवंशी प्रतापी राजा थे! पृथ्वी विजेता मान्धाता से ही कौली वंश का उदय हुआ मान्धाता के ही वंश में इष्वांकु पैदा हुए इष्वांकु वंश की नींव यही से पड़ी ! …
Read More »शैव तन्त्र बदनाम कैसे हुआ ? : Yogesh Mishra
जिसे आम लोग तंत्र के नाम से जानते हैं वह है जादू-टोना, जिसका कोई दार्शनिक और वैज्ञानिक आधार नहीं है और जिसकी बुनियाद में सदियों से चले आते अंधविश्वास हैं ! जबकि तंत्र वास्तव में अंधविश्वास को तोड़ता है ! तंत्र निराकार, सर्वव्यापी परब्रह्म को जानने का क्रांतिकारी और वैज्ञानिक …
Read More »भूत विज्ञान को समझाना है तो अथर्ववेद पढ़िये : Yogesh Mishra
अथर्ववेद संहिता हिन्दू धर्म के पवित्रतम और सर्वोच्च धर्मग्रन्थ वेदों में से चौथे वेद अथर्ववेद की संहिता अर्थात मन्त्र भाग है ! इसमें देवताओं की स्तुति के साथ जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान और दर्शन के भी मन्त्र हैं ! अथर्ववेद संहिता के बारे में कहा गया है कि जिस राजा …
Read More »क्या कंप्यूटर आदि कृतिम वस्तुओं को भी तंत्र से प्रभावित किया जा सकता है ! Yogesh Mishra
मेरे अपने निजी अनुभव में यह आया है कि कंप्यूटर आदि कृतिम वस्तुएं जो मनुष्य के लिये सहायक हैं या जहां कहीं भी ऊर्जा का प्रयोग किया जाता है ! वह सभी चीजे तंत्र से प्रभावित की जा सकती हैं ! क्योंकि उर्जा ही आखिरकार किसी मशीन के परिणाम को …
Read More »क्या कंप्यूटर द्वारा भी तंत्र, मंत्र, अनुष्ठान आदि किया जा सकता है ! Yogesh Mishra
आज कंप्यूटर का युग है ! कंप्यूटर के द्वारा कृतिम बौद्धिकता के सैकड़ों आयाम प्रस्तुत किये जा रहे हैं ! ऐसी स्थिति में कोई आश्चर्य नहीं कि आगामी युग में विश्व में ट्रेन और वाहनों का संचालन सफलतापूर्वक कंप्यूटर द्वारा किया जाना संभव हो सके ! साथ ही तैयारी तो …
Read More »