नागपाश संकटमोचन हनुमानाष्टक रावण जुद्ध अजान कियो तब ! नाग कि फांस सबै सिर डारो ! श्री रघुनाथ समेत सबै दल ! मोह भयो यह संकट भारो ! आनि खगैस तबै हनुमान जु ! बन्धन काटि सुत्रास निवारो ! को नहिं जानत हैं जग में कपि ! संकटमोचन नाम तिहारो …
Read More »तंत्र शैव आध्यात्मिक उपचार पध्यति की एक विधा है ! Yogesh Mishra
तंत्र का नाम आते ही लोगों के ज़हन में एक कंकाल, खोपड़ी, ढेर सारी जलती हुई अगरबत्तियां, आदि दिमाग में आती हैं ! लोग इसे जादू-टोना, टोटका भी कहते हैं ! और यही वजह है कि लोग इससे दूर भागते हैं ! सच पूछिए तो तंत्र विद्या ईश्वरीय शक्ति और …
Read More »तंत्र के लिये न्यूरॉन को भी जानिये : Yogesh Mishra
यत पिंडे-तत ब्रह्माण्डे अर्थात सभी धर्म ग्रंथ कहते हैं कि जो भी कुछ मनुष्य के पिण्ड यानी शरीर में है, बिल्कुल वैसा ही सब कुछ इस ब्राह्मांड में है अर्थात संपूर्ण ब्रह्मांड में जो भी है वही द्रव्य एवं ऊर्जा हमारे शरीर में भी है ! समस्त दृश्य और अदृश्य …
Read More »जानिए क्या है घर में भूत-प्रेत होने के लक्षण ! : Yogesh Mishra
भूत-प्रेत के अपसारण की प्रथा से संबंधित धारणा और/अथवा रिवाज़ मुख्य रूप से दक्षिण के प्राचीन शैव परम्परा को मानने वालों से जुड़े हुये हैं ! चार वेदों (हिन्दुओं के पवित्र ग्रंथ) में, बताया जाता है कि अथर्ववेद में जादू-टोनों और औषधि से संबंधित रहस्य हैं ! इस ग्रंथ में …
Read More »श्वान तंत्र को भी जानें !! : Yogesh Mishra
शास्त्रों के अनुसार उल्लू व कबूतर की भांति ही कुत्ते भी यम के दूत माने गए हैं और अमांगलिक हैं, जिनसे सावधान होकर पितृलोक में मृतात्माओं के जाने के लिए कहा गया है ! ये दूसरों का प्राण भक्षण कर तृप्त होते हैं ! श्वान को यमराज से जोड़ा गया …
Read More »दीपावली में धन प्राप्ति हेतु प्रभावशाली शैव तंत्र को भी अपनाइये !
दीपावली में धन प्राप्ति हेतु की गई देवी लक्ष्मी की आराधना निशा कालीन पूजन है ! इस समय मां लक्ष्मी के पति भगवान विष्णु गहन निंद्रा में सो रहे हैं ! वह देव प्रबोधिनी एकादशी के दिन जागेंगे ! इसीलिए इस काल में विवाह आदि सब कुछ वर्जित होता है …
Read More »प्रेत आत्माओं से सम्बन्ध कब और कैसे होता है !
हर व्यक्ति की जीवनी ऊर्जा का आत्माओं का गहरा सम्बन्ध है ! जिसे वैदिक ज्योतिष अनुसार किसी भी जन्मपत्रिका से जाना जा सकता है ! इसकी जानकारी के लिये जन्म पत्रिका में गुरु, शनि और राहू की स्थिति का गहन विश्लेषण आवश्यक है ! कुण्डली के ग्रहों सम्बन्ध पूर्व कर्मो …
Read More »कलयुग में तंत्र विद्या के विशेष लाभ : Yogesh Mishra
तंत्रशास्त्र के सिद्धांतानुसार कलियुग में वैदिक मंत्रों, जपों और यज्ञों आदि का फल नहीं होता इस युग में सब प्रकार के कार्यों की सिद्धि के लिए तंत्रशास्त्र में वर्णिक मंत्रों और उपायों आदि से ही सफलता मिलती है ! तंत्र (संस्कृत शब्द, अर्थात् तंतु) कुछ हिंदू, बौद्ध या जैन संप्रदायों …
Read More »जानिए तंत्र के विशिष्ट साहित्य और आचार्य कौन कौन है | Yogesh Mishra
तन्त्र साहित्य अत्यन्त विशाल है ! प्राचीन समय के दुर्वासा, अगस्त्य, विश्वामित्र, परशुराम, बृहस्पति, वशिष्ठ, नंदिकेश्वर, दत्तात्रेय आदि ऋषियों ने तन्त्र के अनेकों ग्रन्थों का प्रणयन किया, उनका विवरण देना यहाँ अनावश्यक है ! ऐतिहासिक युग में शंकराचार्य के परम गुरु गौडपादाचार्य का नाम उल्लेखयोग्य है ! उनके द्वारा रचित …
Read More »जानिए तंत्र का पूरा इतिहास और विस्तार : Yogesh Mishra
तंत्र भारतीय उपमहाद्वीप की एक वैविधतापूर्ण एवं सम्पन्न आध्यात्मिक परिपाटी तक ही सीमित नहीं है ! तंत्र के अन्तर्गत सम्पूर्ण विश्व के विविध प्रकार के विचार एवं क्रियाकलाप आ जाते हैं ! “तन्यते विस्तारयते ज्ञानं अनेन् इति तन्त्रम्” अर्थात ईश्वरीय ज्ञान को जिसके द्वारा तानकर विस्तारित किया जाता है, वही …
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