नमक की विश्वव्यापी राजनीति और भारत Yogesh Mishra

नमक एक ऐसी आवश्यकता है जिसके बिना व्यक्ति जीवित नहीं रह सकता है ! अंग्रेजों ने मनुष्य की इस कमजोरी को अपने आर्थिक लाभ के लिये प्रयोग किया और मात्र भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में जहाँ जहाँ उनका…
नमक एक ऐसी आवश्यकता है जिसके बिना व्यक्ति जीवित नहीं रह सकता है ! अंग्रेजों ने मनुष्य की इस कमजोरी को अपने आर्थिक लाभ के लिये प्रयोग किया और मात्र भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में जहाँ जहाँ उनका…
भारत में संविधान का शासन है ! अभिव्यक्ति की आजादी भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19 के तहत भारत के प्रत्येक नागरिक का मौलिक अधिकार है ! जब तक यह संविधान है तब तक भारत के किसी भी नागरिक को अपनी…
स्वस्थ्य रहना है तो खाइये “सेंधा नमक” पांच हजार साल पुरानी आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में भी भोजन में सेंधा नमक के ही इस्तेमाल की सलाह दी गई है ! भोजन में नमक व मसाले का प्रयोग भारत, नेपाल, चीन, बंगलादेश…
षडयंत्र : “यदि सनातन संस्कृति को नष्ट करना है तो सनातन नारी के समर्पण को नष्ट कर दो !” अध्यापक, अभियंता, चिकित्सक, अभिनेता, नर्तक, प्रबंधक सब के लिये योग्य प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है ! उन्हें विद्यालय से लेकर विश्व…
इतिहास को मिटा कर नया लिखना ही आदर्श शासक के लक्षण हैं ! यह इतिहास रहा है कि जिसकी सत्ता होती है वह समाज को अपने तरीके से चलता है और समाज को हर क्षण यह बतलाता है कि उससे…
केरल की राजधानी तिरुअनन्तपुरम् का नाम वहाँ के प्रसिद्ध अनन्त पद्मनाभ स्वामी मन्दिर के नाम पर पड़ा है ! यह मन्दिर त्रावणकोर के राजाओं के इष्ट भगवान् अनन्त पद्भनाभ यानि भगवान विष्णु का जाग्रत मन्दिर है ! आजकल यह मन्दिर…
लेख लम्बा जरुर है पर पूरा सत्य जानना है तो इसे अन्त तक पढिये :- हर व्यक्ति देश की दुर्दशा देख कर एक ही प्रश्न पूछता है, यदि हम आजाद हैं तो देश में ऐसा क्यों हो रहा है ?…
आजकल प्रायः सभी लोग अपने जीवन में कभी न कभी किसी न किसी ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लेते हैं ! आजकल तो चलन में यह भी है कि “सनातन हिंदू धर्म को न मानने वाले” भी अब ज्योतिषियों से अपने…
हम बचपन से अंग्रेजी का एक वाक्य पढते आ रहे है “India is a developing country.” मैं आज एक स्कूल में गया तो आज भी वही वाक्य मुझे फिर सुनने को मिला, बच्चे पढ़ रहे थे “India is growing country”…
ऋग्वेद 10.173.1 !! ॠचा 2-4 के अनुसार राज्य सत्ता में एक “पुरोहित” होता था ! कोई जरुरी नहीं कि यह ब्राहमण ही हो ! पुरोहित सत्ता क्षेत्र में “प्रजा का प्रतिनिधित्व” करता था ! राजा का चुनाव होने के पश्चात…