Tag Archives: puja anusthan

भारत की कृषि सुधार नीति ही किसानों के आत्महत्या का मुख्य कारण है ! Yogesh Mishra

भारत में अंग्रेजों के आने के पहले जब किसान गाय बैलों के माध्यम से कृषि करता था, तो उसके उत्पाद पूरे विश्व में बिका करते थे और पूरे विश्व का अर्जित धन “सोने” के रूप में भारत के अंदर संग्रहित होता था ! इसी वजह से पूरा विश्व भारत को …

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“पुलिस प्रशासन” सामाजिक विषयों के प्रति सकारात्मक सोच क्यों नहीं रख पाते हैं ? Yogesh Mishra

“गौ भक्त संत गोपाल दास” पर हुये पुलिसिया अत्याचार को समर्पित लेख प्रायः देखा गया है कि “पुलिस प्रशासन” सामाजिक समस्याओं के निवारण हेतु सकारात्मक दृष्टिकोण नहीं अपनाते हं ! इसके बहुत से कारण हैं ! इसमें सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण कारण यह है कि वर्तमान समय में हमारे देश …

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बड़े-बड़े संगठन क्यों बिखर जाते हैं ? Yogesh Mishra

जीवन में सभी संघर्षों का मूल विचारों का मतभेद है ! विचारों की उत्पत्ति संस्कारों से होती है ! संस्कार जन्म-जन्मांतर के चिंतन शैली पर आधारित हैं ! प्रकृति की यह व्यवस्था है कि कभी भी दो व्यक्तियों के संस्कार एक जैसे नहीं हो सकते ! अतः यह स्वाभाविक है …

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सत्ता की जिद्द से पैदा होता है “नक्सलवाद” Yogesh Mishra

राष्ट्र की स्वतंत्रता के लिए साठ लाख लोगों का बलिदान देने के बाद देश का दुर्भाग्य यह रहा कि देश को आधी-अधूरी आजादी जो मिली वह भी उन लोगों के हाथ में चली गई जो न तो राष्ट्र के प्रति जरा भी संवेदनशील थे और न ही उन्हें भारत के …

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“स्वच्छता अभियान” की ओट में बांग्लादेशी घुसपैठियों को स्थाई पनाह Yogesh Mishra

सभी जानते के 6 करोड़ से अधिक “बांग्लादेशी घुसपैठिये” भारत के विभिन्न शहरों में रोज सुबह घर-घर जाकर कूड़ा इकट्ठा करते हैं और उन्हें नगर निगम द्वारा निर्धारित स्थानों पर ले जा कर फेंक देते हैं ! इन 6 करोड़ से अधिक कूड़ा इकठ्ठा करने वाले बांग्लादेशी घुसपैठियों पर आश्रित …

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आंदोलन की ऊर्जा ही राष्ट्र को बचा सकता है !! Yogesh Mishra

जिस तरह एक सोये हुये व्यक्ति के उठने पर उसकी ताजगी के लिये उसे एक कप चाय या जल की आवश्यकता होती है ! ठीक उसी तरह एक निर्धारित अंतराल के बाद राष्ट्र को एक नई ताजगी और संचार के लिए सदैव वैचारिक आंदोलन की आवश्यकता होती है ! आज …

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कानून से नहीं भावनाओं की ऊर्जा से संचालित होता है राष्ट्र ! | Yogesh Mishra

भावनायें एक ऐसी ऊर्जा है, जो मूर्त रूप में कहीं दिखाई नहीं देती है ! लेकिन इसकी किसी परिवार के संचालन के लिये बहुत आवश्यकता है ! जिस तरह मात्र भावनाओं के कारण व्यक्तियों का एक समूह परिवार में बदल जाता है ! ठीक उसी तरह भावनाओं के प्रभाव से …

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सनातन सभ्यता के इतिहास पर वामपंथीयों का हमला | Yogesh Mishra

एक महान सभ्यता के रूप में हमारा देश कितना प्राचीन है और उसका उद्गम स्थान कहां है? इस प्रश्न का उत्तर हाल की एक पुरातात्विक खोज में मिल जाता है ! दिल्ली से लगभग 60 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में सिनौली गांव के गर्भ से भारतीय पुरातत्व …

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शक्तिशाली ही नहीं बलवान भी बनिये !! Yogesh Mishra

आजकल प्रायः बच्चे “शक्ति” को ही “बल” मान लेते हैं ! जबकि यह दोनों अलग-अलग हैं ! व्यक्ति “जिम” जाकर या व्यायाम करके शक्तिशाली तो बन सकता है किन्तु बलबान नहीं ! क्योंकि शक्ति का सीधा सम्बन्ध शाररिक क्षमता से है किन्तु बल का सम्बन्ध मन और बुद्धि से है …

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समाधि से मोक्ष की यात्रा कैसे करें | Yogesh Mishra

मोक्ष हर जीव का प्राकृतिक अधिकार है ! समाधि की समयातीत अवस्था ही मोक्ष है ! इस मोक्ष को ही जैन धर्म में कैवल्य ज्ञान और बौद्ध धर्म में निर्वाण कहा गया है ! योग में इसे समाधि कहा गया है ! इसके कई स्तर होते हैं ! मोक्ष एक …

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