जानिए विश्व सत्ता की पैशाचिक कार्य योजना : Yogesh Mishra

आज आपको विश्व सत्ता की पैशाचिक कार्य योजना के खौफनाक मंसूबों से अवगत करवा रहा हूँ ! कि कैसे यह लोग विश्वविजय का सपना लेकर चल रहे हैं और इनकी क्या कार्य योजना है ! जिसे हम सोच भी नहीं…
आज आपको विश्व सत्ता की पैशाचिक कार्य योजना के खौफनाक मंसूबों से अवगत करवा रहा हूँ ! कि कैसे यह लोग विश्वविजय का सपना लेकर चल रहे हैं और इनकी क्या कार्य योजना है ! जिसे हम सोच भी नहीं…
क्या आपने कभी विचार किया है कि भारत में विश्व सत्ता के विपरीत जिस किसी भी प्रधानमंत्री ने चलने की कोशिश की है ! उसके जीवन काल में उस प्रधानमंत्री को एक बड़ी समस्या से जूझना पड़ा और वह समस्या…
कहने को तो मूल्य का निर्धारण मांग और पूर्ति के सिद्धांत पर होता है लेकिन क्या आपने कभी विचार किया कि प्रतिदिन तीन बार सोने का मूल्य कैसे स्वत: कम और ज्यादा हो जाता है ! वह कौन सी शक्तियां…
तीन बातें एकदम स्पष्ट हैं ! एक काल अविभाज्य है अर्थात सृष्टि की उत्पत्ति के प्रथम पल से लेकर सृष्टि के विलय के अंतिम पल तक काल अर्थात समय अविभाज्य है ! इसको तीन खंडों में अर्थात भूत, भविष्य और…
अक्सर लोगों से पूछा जाता है कि क्या आप शाकाहारी है तो लोग बड़ी शालीनता से जवाब देते कि “हां मैं शुद्ध शाकाहारी हूं” ! किन्तु मुझे बहुत दुख से यह बतलाना पड़ रहा है कि यदि आप बाजार से…
सनातन हिंदू धर्म में विवाह सोलह संस्कारों में से एक संस्कार है ! जिसे मुहूर्त के अनुसार दिन के उजाले में करना चाहिये ! किन्तु आपने प्राय: देखा होगा कि अब हिंदुओं के विवाह रात्रि के तमस निशा काल में…
शरीर भगवान का दिया हुआ पंचतत्व से निर्मित एक ऐसा यंत्र है ! जिसे जीवनी ऊर्जा संचालित करती है ! यदि शरीर जीवनी ऊर्जा के अनुरूप अपना पोषण करेगी तो जीवनी ऊर्जा को कार्य करने में आसानी होगी ! यदि…
सभी सनातन धर्मी हिंदू चाहते हैं कि वह किसी योग्य गुरु से मंत्र दीक्षा लें ! जिससे उनका सांसारिक जीवन सफल हो सके तथा मृत्यु के उपरांत भी मोक्ष की प्राप्ति हो और वह संसार के व्यर्थ आवागमन से मुक्त…
मंत्र कोई भी हो छोटा या बड़ा नहीं होता है ! कौन सा मंत्र किसके लिए अनुकूल है, यह निर्णय एक सक्षम गुरु ही कर सकता है और गुरु यह निर्णय शिष्य की आयु, ज्ञान, संस्कार, वर्ण आचरण आदि को…
भविष्य में विश्व व्यवस्था ही इस बात का फैसला करेगी कि कोई देश अपने भविष्य से जुड़े बड़े फैसले किस तरह लेंगे ! दिवतीय विश्व युद्ध की समाप्ति और दो धु्रवीय विश्व की प्रतीक बनी ‘‘बर्लिन की दीवार’’ को नवम्बर…