Tag Archives: rajiv dixit

भारत को बचाना है तो मैकाले को लतियाना है : Yogesh Mishra

2 फरवरी 1835 को ब्रिटेन की संसद में ‘थॉमस बैबिंगटन मैकाले’ के भारत के प्रति विचार और योजना ‘मैं भारत में काफी घूमा हूं ! दाएं-बाएं, इधर-उधर मैंने यह देश छान मारा और मुझे एक भी व्यक्ति ऐसा नहीं दिखाई दिया, जो भिखारी हो, जो चोर हो ! इस देश …

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योग्य गुरु को योग्य शिष्यों की आवश्यकता क्यों होती है : Yogesh Mishra

गुरू ब्रह्मा गुरू विष्णु, गुरु देवो महेश्वरा ! गुरु साक्षात परब्रह्मा, तस्मै श्री गुरुवे नमः !! अर्थात गुरु ही ब्रह्मा है, गुरु ही विष्णु है और गुरु ही भगवान शिव हैं ! गुरु ही साक्षात परब्रह्म हैं, ऐसे गुरु को मैं प्रणाम करता हूं ! अब प्रश्न यह उठता है …

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शक्तिपात की तैयारी : Yogesh Mishra

प्राय: हर आध्यात्मिक व्यक्ति यह चाहता है कि उसे एक योग्य गुरु मिले और वह गुरु उस व्यक्ति के अंदर शक्तिपात द्वारा अपनी ऐसी आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रवेश कर दे, जो उस गुरु ने बहुत लंबे समय के तपस्या के उपरांत प्राप्त किया है ! शायद इसके पीछे जल्दी चमत्कार …

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प्रश्न विहीन समाज के निर्माण की शुरुआत वैष्णव लेखकों ने की थी : Yogesh Mishra

जैसा कि मैं पहले के लेखों में लिख चुका हूं कि प्रश्न ही समाज की धड़कन है ! जिस समाज में प्रश्न खड़े नहीं होते हैं, वह समाज उस मरे हुए व्यक्ति की तरह है ! जिसकी धड़कन बंद हो चुकी है अर्थात दूसरे शब्दों में कहा जाये तो एक …

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शिवलिंग उर्ध्वगामी बेलनाकार क्यों होता है : Yogesh Mishra

सावन में रुद्राभिषेक क्यों अवश्य करना चाहिये वर्तमान भौतिक वैज्ञानिक कहते है कि आज से लगभग 13.7 खरब वर्ष पूर्व एक अत्यंत गर्म और घनी अवस्था से ब्रह्मांड का जन्म हुआ ! उनके अनुसार ब्रह्मांड की उत्पत्ति किसी एक बिंदु से हुई थी ! जिसमें ऊर्जा का अनंत प्रवाह हुआ …

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तथाकथित लोकतंत्र ही विश्व सत्ता का हथियार है : Yogesh Mishra

आधुनिक विकृत लोकतंत्र की आज तक कोई ऐसी सुनिश्चित सर्वमान्य परिभाषा नहीं है कि जो इस शब्द के पीछे छिपे हुए संपूर्ण इतिहास तथा अर्थ को अपने में समाहित करती हो ! हां कहा यह जरूर जाता है कि विश्व में लोकतंत्र की शुरुआत वर्ष 1215 में जारी हुये एक …

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क्या धर्म गुरुओं ने ही सनातन हिन्दू समाज को तोड़ा है : Yogesh Mishra

वैसे कहने को तो हम सभी राजा सूर्य, विवस्वान्, चंद्र, ऋषि, मुनि, मनु और कश्यप ऋषि आदि की संतानें हैं ! पर इतिहास साक्षी है हम हमेशा से मात्र अपने साम्राज्य विस्तार के लिये अपनों से ही लड़ते आये हैं ! इसी क्रम में महाभारत युद्ध में जब सभी प्रभावशाली …

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जानिए क्या है सिलिकॉन वैली का रहस्य : Yogesh Mishra

अमेरिका का सिलिकॉन वैली कैलिफोर्निया के सान फ्रान्सिस्को शहर को कहा जाता है ! जो कभी माया संस्कृति का केंद्र था किन्तु आज सिलिकॉन वैली में 6000 से अधिक तकनीकी कम्पनियाँ हैं ! जिसमें से बहुत सी बहुत प्रतिष्ठित कम्पनियाँ भी हैं ! जो तकनीकी के क्षेत्र में पूरी दुनिया …

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भारत में मूल शैव प्रजाति अभी भी है : Yogesh Mishra

वैष्णव आक्रांताओं द्वारा भारत की मूल प्रजाति शैव को पूरी तरह से वैष्णव बनाने के हजारों साल के प्रयास के बाद भी आज भारत में मूल शैव प्रजाति के लोग पाये जाते हैं ! यह लोग प्राकृतिक कच्चे मकानों में रहते हैं ! आज भी शैव जीवन शैली का ही …

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सर्व प्रथम बौद्धों ने तोड़ा था राम मन्दिर : Yogesh Mishra

अयोध्या वैष्णव संस्कृति के विरासत की प्रतिष्ठित नगरी रही है ! यही राजा का जन्म स्थान था तथा यह रामराज्य के यथार्थ का केंद्र भी था ! उस समय समस्त विश्व में वैष्णव सांस्कृतिक मूल्यों की प्रतिष्ठा यहीं से निर्धारित हुआ करती थी ! यहाँ पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम …

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