जानिए कहाँ विलुप्त हो गई कश्मीरी संस्कृति !

कश्यप ऋषि के नाम पर ही कश्यप सागर (कैस्पियन सागर) और कश्मीर का प्राचीन नाम था ! शोधकर्ताओं के अनुसार कैस्पियन सागर से लेकर कश्मीर तक ऋषि कश्यप के कुल के लोगों का राज फैला हुआ था ! कश्यप ऋषि…

कश्यप ऋषि के नाम पर ही कश्यप सागर (कैस्पियन सागर) और कश्मीर का प्राचीन नाम था ! शोधकर्ताओं के अनुसार कैस्पियन सागर से लेकर कश्मीर तक ऋषि कश्यप के कुल के लोगों का राज फैला हुआ था ! कश्यप ऋषि…

भारत के संविधान के अनुच्छेद 369 औरअनुच्छेद 371 भारत में विशेष राज्य का दर्जा पाने वाले राज्यों की कुल संख्या 11 है ! अनुच्छेद 371 – (क) नागालैंड, अनुच्छेद 3- 71 – (ख) – असम 371 (ग) – मणिपुर आदि…

अनुच्छेद 370 तीन भागों में बंटा हुआ है ! जम्मू-कश्मीर के बारे में अस्थाई प्रावधान है ! जिसको या तो बदला जा सकता है या फिर हटाया जा सकता है ! अमित शाह के बयान के मुताबिक 370(1) बाकायदा कायम…

प्रति वर्ष देश में लगभग 20 करोड़ रुपये तक की राखी चीन से इंपोर्ट की जाती है और चीन की इन इंपोर्टेड राखी से राखी ट्रेडर्स का प्रॉफिट मार्जिन बढ़ जाता है ! जिससे भारत के राखी निर्माण करने वाले…

पंचगव्य और मंत्रों की सही आवृत्ति से तैयार किया गया रुद्राक्ष प्रायः सभी तरह की नकारात्मक ऊर्जा को निष्प्रभावी करने या सोखने का सामर्थ्य रखता है ! वैज्ञानिक भाषा में कहें तो सही तरह से तैयार किये गये रुद्राक्ष से…

सभी जानते हैं कि ह्रदय स्थान ही अनहद चक्र है ! पहले व्यक्ति बिना सिले कपड़े पहनता था ! अतः उसे हृदय स्थान पर किसी कवच को स्थापित करने में कोई असुविधा नहीं होती थी ! किन्तु पिछले डेढ़ सौ…

मुझसे कई लोगों ने जानना चाहा है कि रक्षाबंधन में धारण करने वाले रुद्राक्ष का शुद्धिकरण एवं संस्कार विधि क्या है ! जिसे रक्षा कवच के रूप में धारण किया जाता है ! मैं उस प्रक्रिया का विस्तार से वर्णन…

सनातन वैष्णव संस्कृत में रक्षाबंधन का महत्व अनादि काल से है ! प्रहलाद के पुत्र राजा बलि को छलका कर जब भगवान विष्णु ने तीन पग में पूरी पृथ्वी वापस ले ली ! तब हार से तिलमिलाये राजा बलि ने…

मुम्बई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन के लिए महाराष्ट्र के समुद्री इलाकों के 54 हज़ार मैंग्रोव के पेड़ काटे जाएंगे ! यह बस शुरुआत है उस कथित विकास का जिसकी कीमत बस कुछ वर्षों बाद पूरा मुम्बई और महाराष्ट्र चुकाने वाला है…

ग्रह कब ? कैसे ? कितना ? फल देते हैं इस बात का निर्णय दशा अन्तर्दशा से किया जाता है ! दशा कई प्रकार की हैं, परन्तु सब में शिरोमणि विंशोत्तरी ही है ! (1) सबसे पहले कुंडली में देखिये…