कभी सम्पूर्ण विश्व शैव उपासक भी रहा है ! Yogesh Mishra

यह गलत अवधारण है कि पूरा विश्व सदैव से मात्र वैष्णव उपासक ही रहा है ! जबकि सत्य यह है कि वैष्णव उपासना के पूर्व पूरे विश्व में मात्र शैव उपासना ही होती थी ! वैष्णव उपासक क्षत्रियों ने जब…

यह गलत अवधारण है कि पूरा विश्व सदैव से मात्र वैष्णव उपासक ही रहा है ! जबकि सत्य यह है कि वैष्णव उपासना के पूर्व पूरे विश्व में मात्र शैव उपासना ही होती थी ! वैष्णव उपासक क्षत्रियों ने जब…

ज्योतिष, योग और आयुर्वेद के उद्भव का समय एक ही है अर्थात वैदिक काल जहाँ योग और आयुर्वेद हमें शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य रखने में सहायक हैं ! वहीँ ज्योतिष के माध्यम से हम आने वाली समस्याओं से…

सीनियर बीजेपी लीडर और राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने संसद में राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी की हत्या पर चर्चा कराने की पैरवी की है ! जिस के लिये गाँधी प्रेमी नेता तैयार नहीं हैं फिर भी सुब्रमण्यम स्वामी कहना न…

भारत में संविधान का शासन है ! अभिव्यक्ति की आजादी भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19 के तहत भारत के प्रत्येक नागरिक का मौलिक अधिकार है ! जब तक यह संविधान है तब तक भारत के किसी भी नागरिक को अपनी…

स्वस्थ्य रहना है तो खाइये “सेंधा नमक” पांच हजार साल पुरानी आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में भी भोजन में सेंधा नमक के ही इस्तेमाल की सलाह दी गई है ! भोजन में नमक व मसाले का प्रयोग भारत, नेपाल, चीन, बंगलादेश…

षडयंत्र : “यदि सनातन संस्कृति को नष्ट करना है तो सनातन नारी के समर्पण को नष्ट कर दो !” अध्यापक, अभियंता, चिकित्सक, अभिनेता, नर्तक, प्रबंधक सब के लिये योग्य प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है ! उन्हें विद्यालय से लेकर विश्व…

इतिहास को मिटा कर नया लिखना ही आदर्श शासक के लक्षण हैं ! यह इतिहास रहा है कि जिसकी सत्ता होती है वह समाज को अपने तरीके से चलता है और समाज को हर क्षण यह बतलाता है कि उससे…

ज्योतिषीय दृष्टिकोण में हरे पौधों का प्रतिनिधित्व “बुध” ग्रह करता है, बुध को हरे पौधों का कारक माना गया है पौधों का पालन और रक्षण करने से हमारी कुंडली में बुध ग्रह संतुलित और सकारात्मक होता है तथा बुध से…

केरल की राजधानी तिरुअनन्तपुरम् का नाम वहाँ के प्रसिद्ध अनन्त पद्मनाभ स्वामी मन्दिर के नाम पर पड़ा है ! यह मन्दिर त्रावणकोर के राजाओं के इष्ट भगवान् अनन्त पद्भनाभ यानि भगवान विष्णु का जाग्रत मन्दिर है ! आजकल यह मन्दिर…

लेख लम्बा जरुर है पर पूरा सत्य जानना है तो इसे अन्त तक पढिये :- हर व्यक्ति देश की दुर्दशा देख कर एक ही प्रश्न पूछता है, यदि हम आजाद हैं तो देश में ऐसा क्यों हो रहा है ?…