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“वैष्णव संतों” की अच्छी मार्केटिंग ने निगल ली, भारतीय तपस्वीयों की “शैव उपासना” पध्यति

कभी आपने विचार किया कि अधिकांश विख्यात सन्त “वैष्णव उपासक” ही क्यों थे और शैव तपस्वीयों को असुर या राक्षस, दानव, पिशाच, गंधर्व, आदिवासी आदि क्यों कहा जाता था ! यह कुछ और नहीं बस वैष्णव समाज की मार्केटिंग थी…

महाभारत धर्म युद्ध नहीं भारत के महा विनाश का युद्ध था ! Yogesh Mishra

पाण्डवों और कौरवों ने अपनी सेना के क्रमशः 7 और 11 विभाग अक्षौहिणी में किये ! एक अक्षौहिणी में 21,870 रथ, 21,870 हाथी, 65,610 सवार और 1,09,350 पैदल सैनिक होते हैं ! यह प्राचीन भारत में सेना का माप हुआ…

काल्पनिक मनुवादीयों की ओट में ब्राह्मणों के अस्तित्व पर वास्तविक हमला | Yogesh Mishra

क्या कोई मनुस्मृति विरोधी यह बतला सकता है कि मनुस्मृति के आधार पर कब-कब, किन-किन राजाओं ने शासन चलाया है ! जिन के शासनकाल में दंड व्यवस्था मनुस्मृति के आधार पर निर्धारित की जाती रही हो और मनुस्मृति का सहारा…

जानिये कैसे आर्यों के भय से विकसित हुई थी “वैदिक यज्ञ पद्धति”| Yogesh Mishra

आज से हजारों साल पहले जब मनुष्य प्रकृति के विषय में अज्ञानी था और मनुष्य को अपने को सुरक्षित और संरक्षित करने के संसाधन उसके पास नहीं थे ! तब वह प्राय: प्राकृतिक आपदाओं का शिकार हो जाया करता था…

हम नकली “गीता” तो नहीं पढ़ रहे हैं ! 700 नहीं 745 शलोक है असली गीता में | Yogesh Mishra

यदि महाभारत का युद्ध धर्म युद्ध था तो युद्ध समाप्त होने के बाद सतयुग अर्थात सत्य का युग आना चाहिये कलयुग अर्थात कलुषित युग क्यों आ गया ! इससे सिद्ध होता है कि महाभारत युद्ध धर्म की स्थापना के लिये…

भगवान राम की सेना में नहीं था कोई जानवर ! उनके साथ 300 से अधिक राजा लड़ें थे रावण से ! Yogesh Mishra

वैज्ञानिक शोधकर्ताओं के अनुसार भगवान राम के जन्म की तारीख महर्षि वाल्मीकि द्वारा बताए गए ग्रह-नक्षत्रों के आधार पर प्लैनेटेरियम सॉफ्टवेयर से गणना के अनुसार प्रोफेसर तोबयस ने ग्रहों के विन्यास के आधार पर 7130 वर्ष पूर्व अर्थात 10 जनवरी…

राष्ट्र रक्षा के लिये ब्राह्मणों को ही उठना होगा ! Yogesh Mishra

जिन लोगों ने भारत को लूटा, तोडा, नष्ट किया, वह आज इस देश में ‘अतीत भुला दो’ के नाम पर सम्मानित हैं और एक अच्छा जीवन जी रहे हैं ! जिन्होंने भारत की मर्यादा को खंडित किया, उसके विश्विद्यालयों को…

सम्पूर्ण विश्व में रहा है भगवान श्री राम का प्रभाव !! Yogesh Mishra

सम्पूर्ण विश्व में रहा है भगवान श्री राम का प्रभाव !! विभिन्न देशों की राम कथा यह सिद्ध करती है कि लगभग 3,000 वर्ष पूर्व सम्पूर्ण विश्व में सनातन धर्म ही था ! तभी तो गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरितमानस…

‘जाग्रत सरस्वती यंत्र’ से पाइये जीवन में सफलता | Yogesh Mishra

आज प्रतियोगिता का दौर है ! समाज के मध्यम परिवार का व्यक्ति अपने जीविकोपार्जन के लिए तरह-तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं का सामना करता है ! प्राय: देखा जाता है कि व्यक्ति में योग्यता, क्षमता, प्रतिभा होते हुए भी वह प्रतियोगी…

“शिव लिंग” खड़ा और “वैष्णव लिंग” पड़ा क्यों होता है !!

क्या आपने कभी विचार किया कि मंदिरों में स्थापित शिव लिंग की बिटिया “ऊर्ध्व दिशा” के रूप में सीधी आकाश की ओर खड़ी क्यों होती है और वैष्णव लिंग अर्थात सामान्य बोलचाल की भाषा में “शालिग्राम” की बिटिया लेटी हुई…