कहने को तो मूल्य का निर्धारण मांग और पूर्ति के सिद्धांत पर होता है लेकिन क्या आपने कभी विचार किया कि प्रतिदिन तीन बार सोने का मूल्य कैसे स्वत: कम और ज्यादा हो जाता है ! वह कौन सी शक्तियां हैं जो मांग और पूर्ति के अलावा विश्व के बाजार …
Read More »अब देशों को उनकी सरकारें नहीं बल्कि नई विश्व व्यवस्था चलायेगी ? : Yogesh Mishra
भविष्य में विश्व व्यवस्था ही इस बात का फैसला करेगी कि कोई देश अपने भविष्य से जुड़े बड़े फैसले किस तरह लेंगे ! दिवतीय विश्व युद्ध की समाप्ति और दो धु्रवीय विश्व की प्रतीक बनी ‘‘बर्लिन की दीवार’’ को नवम्बर 1989 मे ढहा दिये जाने के साथ ही एक नई …
Read More »इल्युमिनाटी द्वारा लोकतंत्र का अपरहण !! Yogesh Mishra
मात्र खुले दिमाग के चिन्तक ही इस लेख को पढ़ें ! लगभग विश्व की प्रत्येक सरकार में इल्युमिनाटी के लोग होते हैं ! जिन्हें कोई भी अलग नहीं कर सकता है ! विश्व की दशा और दिशा यही लोग निर्धारित करते हैं ! इल्युमिनाटी गुप्त संस्था तंत्र द्वारा नियन्त्रित होती …
Read More »अदृश्य विश्वव्यापी षड्यंत्र और हमारी अर्थव्यवस्था | Yogesh Mishra
ब्रिटिश सेनापति “रोबर्ट क्लाइव” ने बंगाल का नवाब “सिराजुद्दोला” के सेनापति “मीर जाफ़र” को अपनी तरफ मिला कर 1757 में “पलासी का युद्ध” जीत कर भारतवर्ष में ब्रिटिश साम्राज्य की नीव डाल दी थी ! इसके बाद भारत के लूट का दौर शुरू हुआ ! पानी के जहाज में भर-भर …
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