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जानिये बैंक हमें कैसे दरिद्र और अपराधी बनाता है ? Yogesh Mishra

आम भौतिक चमक-दमक से दूर भारत के किसी कोने में एक गांव था ! वह गांव इतना छोटा था कि उसने मात्र 5 परिवार रहते थे ! गांव का मुखिया “ठाकुर साहब” बहुत ही कर्मठ, ईमानदार, न्याय प्रिय और गांव…

क्या आरक्षण देश को गृह युद्ध की तरफ ले जायेगा ! Yogesh Mishra

कहने को तो भारत का संविधान अपनी उद्देशिका में भारत के नागरिकों से यह वादा कर है कि वह भारत के प्रत्येक नागरिक के साथ सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय करेगा तथा उसे अवसर की समता प्रदान करेगा ! इसी…

धर्म राष्ट्र रक्षा के लिए हिंदू संत कब आगे आएंगे ? Yogesh Mishra

धर्म पर राजनीति का इतना प्रभाव पड़ा कि अयोध्या में रामलला त्रिपाल में बैठ गए ! हिंदू धर्म संस्थाओं व मंदिरों की संपत्ति को हड़पने के लिए नए-नए कानूनी प्रयोग किए जाने की तैयारियां शुरू हो गई है ! हिंदुओं…

देश की समस्या का कारण देश के तथाकथित “बुद्धिजीवी” तो नहीं | Yogesh Mishra

मेरा यह लेख समर्पित है श्री अब्दुल कलाम और सोली सोराबजी जैसे राष्ट्रप्रेमी बुद्धिजीवियों को ! किंतु ऐसे लोग हमारे देश में बहुत कम संख्या में हैं और इसका मूल कारण है ! देश की राष्ट्रद्रोही शिक्षा व्यवस्था ! “बुद्धिजीवी”…

राष्ट्र और धर्म अलग-अलग नहीं हो सकते हैं ! Yogesh Mishra

धर्म के तीन उद्देश्य हैं ! पहला समाज को व्यवस्थित तरीके से चलाना ! दूसरा राष्ट्र की सुरक्षा करना और तीसरा उद्देश्य है आने वाली पीढ़ियों का उत्तरोत्तर विकास करना ! जो भी धर्म इन कार्यों में सफल है, इसको…

राजनीति में तंत्र का प्रयोग क्या उचित है ? Yogesh Mishra

2019 में बनारस लोकसभा का चुनाव बड़ा दिलचस्प है ! बनारस संसदीय सीट ने नामांकन दाखिला की अंतिम तिथि को भी दो रिकार्ड बनाये हैं ! पहला वाराणसी संसदीय सीट से इस बार 102 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है…

लगता है देश में सब “समस्या” समाप्त हो गई है ! Yogesh Mishra

पिछले लोकसभा चुनाव के पहले “सोशल मीडिया”, “प्रिंट मीडिया” और “इलेक्ट्रॉनिक मीडिया” यह तीनों ही भारत की गंभीर-गंभीर समस्यायें गिनाया करते थे ! जैसे कि भारत के अंदर छह करोड़ बांग्लादेशी घुस आए हैं और पूरे भारत में स्लीपिंग सेल्स…

पाखंडी बाबा का स्वदेशी उत्पादन का सत्य | Yogesh Mishra

एक अति विकसित गांव था ! उस गांव के अंदर गांव की आवश्यकता के अनुरूप सभी चीजों का निर्माण होता था ! लोग कोल्हू से तेल निकालते थे, वैध आयुर्वेदिक दवा बनाते थे ! खाने-पीने का सामान बनाते थे !…

राजीव दीक्षित जी की मरणोपरांत “हत्या” | Yogesh Mishra

जैसा कि मेरे निजी संज्ञान में है कि राजीव दीक्षित एक ऐसे राष्ट्रवादी चिंतक, विचारक और वक्ता थे ! जिन्होंने अपना पूरा जीवन “भारत के विनाश के मूल कारणों” को खोजने में लगा दिया और इतना ही नहीं इस “विनाश…

राजीव दीक्षित जैसा बनने की कोशिश मत करो ! Yogesh Mishra

आजकल मैं देख रहा हूं कि बहुत से लोग राजीव दीक्षित जैसी शैली में वक्तव्य देकर, भगवा या सफेद कपड़े पहन कर, दाढ़ी-मूछें, बाल बढ़ाकर राजीव दीक्षित जैसा बनने की कोशिश कर रहे हैं ! लेकिन राजीव दीक्षित ने न…