हर व्यक्ति की ऊर्जा संरचना और मानसिक बनावट किसी भी दुसरे व्यक्ति से भिन्न होती है ! ग्रह स्थितियां भले सामन हो जाएँ पर जीवन में घटनाएँ समान इसीलिए नहीं होती ,क्योकि ईश्वर ने सबको अलग बनाया है ! इस कारण सबके सोचने-समझने की शक्ति ,कर्म की क्षमता स्थिति ,परिस्थितियां …
Read More »मंत्रों की अनोखी शक्ति को जानिए इससे बदल जाती है जिंदगी | Yogesh Mishra
मन्त्र साधना के लाभ से क्या आप जानते हैं? मन्त्र तथा मंत्रोच्चारण विशेष पद्धतियां हैं, जिनके माध्यम से मनुष्य अपने अन्तर्मन तक पहुंच सकता है ! संस्कृत भाषा से उत्पन्न हुए मन्त्रों से ऐसी ध्वनि निकलती है, जो हमारे मस्तिष्क के कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं को जाग्रत कर देती है ! …
Read More »जानिये नग्नता की अपार ऊर्जा का पूरा रहस्य | Yogesh Mishra
नग्नता जीवन का आरम्भ बिन्दु है जो नग्न नहीं है उसका जीवन शुरू ही नहीं हुआ है शायद इसीलये हम नग्न ही पैदा होते हैं या यूँ कहें कि प्रकृति में सभी नग्न ही पैदा होते हैं ! और जब माया से परे आत्म बोध होता है तो हम पुनः …
Read More »सनातन धर्म के रक्षार्थ विलुप्त होती ज्योतिष विद्या को पुनर्जीवित करना होगा ! Yogesh Mishra
सृष्टि का गतिचक्र एक सुनियोजित विधि-व्यवस्था के आधार पर चल रहा है। ब्रह्माण्ड अवस्थित विभिन्न नीहारिकाएं-गृह, नक्षत्रादि परस्पर सहकार सन्तुलन के सहारे निरन्तर परिभ्रमण-विचरण करते रहते हैं। जिस ब्रह्माण्ड में मनुष्य रहता है उसकी अपनी परिधि एक लाख प्रकाश वर्ष है और ऐसे-ऐसे हजारों अविज्ञात ब्रह्माण्ड विद्यमान हैं। आधुनिकतम अन्तरिक्ष …
Read More »ज्योतिष के बिना आयुर्वेद और चिकित्सा शास्त्र से अधूरा है ! Yogesh Mishra
प्राचीन काल से ज्योतिष का प्रयोग विविध प्रयोजनों के लिए किया जाता रहा है ! आज जैसे भौतिक विज्ञान का विकास न होते हुए भी वह इतना सक्षम है कि उसका अवलम्बन लेकर कितने ही महत्वपूर्ण कार्य सम्पन्न किये जा रहे हैं ! हमारे अन्तर्दृष्टा ऋषि इस तथ्य से भलीभांति …
Read More »अन्तरिक्ष के अज्ञात अनोखे ग्रहों का हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है ! Yogesh Mishra
पुराणों के अनुसार हमारे जीवन पर 21 ग्रहों का प्रभाव पड़ता है ! जबकि हम ज्योतिष में मात्र 7 पिंड ग्रह और 2 प्रतीक ग्रहों की ही गणना करते हैं ! शेष ग्रह पर भी विचार किया जाना चाहिये ! जबकि आधुनिक विज्ञान द्वारा हमारे सौरमंडल से बाहर अभी तक …
Read More »अवश्य पढ़िए युगद्रष्टा का एक सुझाव | Yogesh Mishra
युगद्रष्टा वह व्यक्ति होता है जिसकी युग को देखने व परखने वाली अलग तरह की नज़र रखता है ! ऐसा व्यक्ति युग की नब्ज को पहचानकर समस्याओं से लोगों को अवगत करवाता है ! युगद्रष्टा व्यक्ति दूरगामी सोच रखते हैं एवं दूरदर्शी भी होते हैं ! जैसे आज कल परिवार …
Read More »जानिये साधक समाज में लोगों से मिलना-जुलना क्यों छोड़ देते हैं ! Yogesh Mishra
आपने देखा होगा कि जब कोई संत अपने साधना की पराकाष्ठा पर पहुंच जाता है, तो वह समाज के अन्य व्यक्तियों के साथ मिलना जुलना लगभग बंद कर देता है ! इसका मुख्य कारण क्या है ? गहराई से चिंतन करने पर पता चलता है कि जब व्यक्त साधना की …
Read More »ध्यान से होती है बिना दवा के असाध्य रोगों की चिकित्सा कैसे करें | Yogesh Mishra
हमारे वेदों में और पाणिनी सूत्र में “जीवनी ऊर्जा चिकित्सा” का उल्लेख मिलता है ! वेदों के अनुसार जीवनी ऊर्जा को “प्राण शक्ति” का नाम दिया गया है ! यह प्राण शक्ति “वह” शक्ति है, जो प्रत्येक जीव में सतत रूप से कार्य करती है और जिसके क्षीण पड़ने पर …
Read More »जानिये वैष्णवों ने शैवों का कैसे किया धर्मांतरण | Yogesh Mishra
“नैमिषारण्य” हुआ करता था “वैष्णव” धर्मांतरण का केन्द्र कहते है नैमिषारण्य में भगवान विष्णु का चक्र गिरा था, तो पाताल तक चला गया और वही पानी निकलता रहता वहां पर ! इस गोलाकार कुऎं रूपी रचना के चारो तरफ़ भी बाउन्ड्री बाल बनाकर चक्र तीर्थ का निर्माण हुआ, जिसमें श्रद्धालु …
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