Tag Archives: rajiv dixit yogesh misrha

जानिए राष्ट्रों की संप्रभुता के हत्यारे : Yogesh Mishra

प्रथम विश्वयुद्ध तो ब्रिटेन ने अपने साम्राज्य विस्तार के लिये लड़ा था ! लेकिन प्रथम विश्व युद्ध के दौरान हारने वाले देशों पर ब्रिटिश सरकार ने यह दबाव डाला कि जब हम आपके देश पर नियंत्रण करने के लिये आये तो आपने मेरा विरोध क्यों किया ! इस हेतु जो …

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धर्म ग्रंथों में सम्भोग का अर्थ सैक्स नहीं है ! : Yogesh Mishra

गीता प्रेस के संक्षिप्त देवी भाष्य के आधार पर आधारित एक पुस्तक जिसका कि नाम गीता आगे स्पष्ट है उसमें यह लिखा गया की ब्रह्मा जी ने अपनी बेटी सरस्वती के साथ संभोग अर्थात सेक्स करने की इच्छा रखी थी जिस पर वहां के कुछ सनातन धर्म को आपत्ति हुई …

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जानिए भारत का विनाश क्यों हुआ : Yogesh Mishra

क्या आपने सोचा कभी है कि जब भारत के लूट की दौलत और तकनीकि की चोरी से योरोप में औद्योगिक क्रांति संभव है ! तो भारत में यूरोप की तरह कोई औद्योगिक क्रांति क्यों नहीं हो सकी और क्यों भारत ऐतिहासिक रूप से महान होने के बाद भी यूरोप से …

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तक्षशिला विश्व का पहला विश्वविद्यालय : Yogesh Mishra

प्राचीन भारत में गांधार देश की राजधानी और शिक्षा का प्रमुख केन्द्र आर्यावर्त की शान कहा जाने वाला विश्व का सर्वप्रथम तक्षशिला विश्वविद्यालय वर्तमान पाकिस्तान की राजधानी रावलपिण्डी से 18 मील उत्तर की ओर स्थित था ! जिस नगर में यह विश्वविद्यालय था ! उसके बारे में कहा जाता है …

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क्या बौद्ध धर्म का आधार स्त्रियोचित था ! : Yogesh Mishra

प्रकृति के द्वारा ही पुरुष चित्त और स्त्री चित्त के चेतना के केन्द्र भी भिन्न-भिन्न होते है ! पुरुष मूलत: मष्तिष्क केन्द्रित है ! उसका सारा जोर बौद्घिक है ! वह हर चीज को तर्क वितर्क के आधार पर ही तोलता है ! उसके तर्क करने में भाव की गुंजाइश …

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विवेक चूड़ामणि ग्रन्थ का आध्यात्मिक रहस्य : Yogesh Mishra

विवेकचूडामणि आदि शंकराचार्य द्वारा संस्कृत भाषा में रचित प्रसिद्ध ग्रन्थ है ! जिसमें अद्वैत वेदान्त का निर्वचन किया गया है ! इसमें ब्रह्मनिष्ठा का महत्त्व, ज्ञानोपलब्धि का उपाय, प्रश्न-निरूपण, आत्मज्ञान का महत्त्व, पंचप्राण, आत्म-निरूपण, मुक्ति कैसे होगी ! आत्मज्ञान का फल आदि तत्त्वज्ञान के विभिन्न विषयों का अत्यन्त सुन्दर निरूपण …

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विश्व वैदिक संस्कृति के विकास में सरस्वती नदी का योगदान : Yogesh Mishra

सरस्वती नदी पौराणिक हिन्दु ग्रंथों तथा ऋग्वेद में वर्णित मुख्य नदियों में से एक है ! ऋग्वेद के नदी सूक्त के एक श्लोक (10.75 ) में सरस्वती नदी को यमुना के पूर्व और सतलुज के पश्चिम में बहती हुए बताया गया है ! उत्तर वैदिक ग्रंथों जैसे ताण्डय और जैमिनिय …

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पुराण वेदों का व्याख्यातिक स्वरूप है ! : Yogesh Mishra

वैसे आर्य समाजी पुराणों की बहुत आलोचना करते हैं ! दयानंद सरस्वती ने तो पुराणों के विषय में यहां तक कहा था कि “पुराणों की रचना लोगों ने भांग के नशे में की थी !” इसलिये आर्य समाजी यह मानते हैं कि हिंदू धर्म में पुराणों का कोई औचित्य नहीं …

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आखिर क्यों बजाया जाता है हिन्दू धर्म में शंख : Yogesh Mishra

वैसे तो कोरोना भागने के चक्कर में हमने देश भर में थालियाँ पीट डालीं ! कुछ उत्साही लोगों ने थालियों के साथ-साथ शंख भी बजाया ! जिसका विधर्मियों ने खूब जम के उपहास किया ! तब मेरे मन में एक विचार आया कि सनातन संस्कृति में शंख क्यों बजाया जाता …

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आधुनिक संस्कृत व्याकरण के रचयिता मात्र पाणिनि नहीं थे ! : Yogesh Mishra

आज संस्कृत भाषा के विषय में हमारे पास कई मिथ्या सूचनायें हैं ! उनमें से सब से प्रसिद्ध सूचना यह है कि संस्कृत भाषा के व्याकरणकर्ता कौन थे ? यदि कोई आप से कहे कि महर्षि पाणिनि संस्कृत के व्याकरण रचयिता है तो आप समझ सकते हैं कि वह व्यक्ति …

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