Tag Archives: shaivism and vaishnavism conflict

हमारे इष्ट शिव ही हैं : Yogesh Mishra

जो अभीष्ट को प्राप्त करावा दे, वही इष्ट है ! हमारे इष्ट भगवान शिव हैं ! उन्होंने ही सामान्य मनुष्यों को देवता बना दिया ! इस प्रकृति के क्रोध से सदैव हमारी रक्षा की है ! चाहे हलाहल विष पीना हो या स्वर्ग की देवी गंगा को पृथ्वी पर अवतरित …

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अवतारवाद की अवधारणा धूर्त वैष्णव लेखकों की देन है : Yogesh Mishra

जब पूरी पृथ्वी पर मात्र एक शैव धर्म ही था और वैष्णव लोगों ने पूरी दुनिया पर आक्रमण करके युद्ध के द्वारा अपनी नगरीय वैष्णव संस्कृति को बढ़ावा देना शुरू किया था ! तब उस समय बहुत बड़े पैमाने पर पूरी दुनिया में वैष्णव विचारधारा के शासकों का विरोध शुरू …

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क्या हम नर पिशाचों के साथ जी रहे हैं : Yogesh Mishra

विषय बड़ा अजीब सा है ! लेकिन अब हमें चिंतन करना होगा कि क्या “वसुधैव कुटुम्बकम्” या “सर्वे भवन्तु सुखिनः” की संस्कृति वाले देश में अब नर पिशाचों ने कब्जा कर लिया है ! जैसा कि क रोना काल में स्पष्ट दिखाई दे रहा है ! पूरी दुनिया को शांति …

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कोरोना और कालजयी भगवान शिव की साधना : Yogesh Mishra

करो ना की दूसरी लहर से व्यथित जब पूरा भारत त्राहि-त्राहि कर रहा था ! तब एक दिन राहुल द्विवेदी का बनारस से मेरे पास फोन आया और कहा गुरुजी मैं तो अघोर शमशान साधना करता हूं ! शमशान पर ही रहता हूं ! यहां जो लाशों का अंबार लगा …

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क्या महाभारत का युद्ध शैव और वैष्णव संस्कृति के मध्य का युद्ध था : Yogesh Mishra

मुझे यह बात कभी समझ में नहीं आयी कि एक परिवार के आपसी संपत्ति के झगड़े ने कैसे विश्वयुद्ध का स्वरूप ले लिया ! मैंने इस पर बहुत गहराई से अनेक ग्रंथों का अध्ययन किया और यह निष्कर्ष निकाला कि महाभारत का युद्ध वास्तव में एक परिवार के आपसी संपत्ति …

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अदृश्य विश्व सत्ता हमें कैसे गुलाम बना रहा है : Yogesh Mishra

किसी भी षड्यंत्र को असफल करने के लिए सबसे पहले यह जानना आवश्यक है कि वह षड्यंत्र रचा कैसे गया है ! उसका क्रियान्वयन कौन कर रहा है और उस क्रियान्वयन की प्रक्रिया क्या है ! उसमें कौन-कौन से लोग शामिल हैं ! उनके संसाधन क्या हैं ! उनके हथियार …

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राम की सेना में बंदरों नहीं वन नर थे : Yogesh Mishra

वानर अर्थात “वने भवं वानम्, राति (रा आदाने) गृह्णाति ददाति वा ! वानं वन सम्बन्धिनं फलादिकं गृह णाति ददाति वा !! दूसरे शब्दों में जो वन में उत्पन्न होने वाले फलादि को खा कर जीवन निर्वाह करता है ! वह वानर अर्थात वन में रहने वाला नर कहलाता है ! …

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भारत में दुर्योधन का मंदिर भी है : Yogesh Mishra

महाभारत की कथा में दुर्योधन एक खलनायक है ! लेकिन क्या आपको पता है कि दुर्योधन बहुत बड़ा शिव भक्त था और वह पूरे कुरु साम्राज्य में शैव जीवन शैली की पुनः स्थापना करना चाहता था ! जिस शुभ कार्य में उसके सहायक गांधार (आधुनिक अफ़गानिस्तान) के महाराजा परम शैव …

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क्या अब सेवा करना भी अपराध है : Yogesh Mishra

देश के हर कोनों से ऐसी सूचना प्राप्त हो रही है कि इस गंभीर महामारी के काल में जो लोग अपना पैसा लगाकर अपना घर, मकान, जेवर आदि बेचकर दूसरों की सेवा कर रहे हैं या दूसरों को जिंदा रखने के लिए ऑक्सीजन, दवा, आदि मुहैया करा रहे हैं ! …

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गायत्री संजीवनी महामंत्र का रहस्य : Yogesh Mishra

हिंदू धर्म में दो महा मन्त्रों का विशेष महत्व है ! एक महामृत्युन्जय और दूसरा गायत्री मंत्र ! दोनों की बड़ी भारी महिमा बतलाई गई है ! कहा जाता है कि इन दोनों मंत्रों में से किसी भी एक मंत्र का सवा लाख जाप करके जीवन की बड़ी से बड़ी …

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