न्याय दर्शन कहते हैं कि वेदों की रचना ईश्वर ने की है ! क्योंकि यह मानवीय नहीं हो सकते हैं ! सांख्य दर्शन कहा कि वेदों की रचना ईश्वर ने भी नहीं की है ! वेद प्राकृतिक हैं ! प्रकृति का मतलब जिसकी रचना किसी ने नहीं की है ! …
Read More »जीने की चाहत में मौत : Yogesh Mishra
शरीर के दो हिस्से है एक दिल और दूसरा दिमाग ! इन्हीं दोनों के सामंजस्य से शरीर चलता है ! यदि इनका सामंजस्य बिगाड़ जाये तो पहले तो शरीर बीमार पड़ता है, फिर नष्ट हो जाता है ! अर्थात मनुष्य की मृत्यु हो जाती है ! अमेरिका से प्रकाशित होने …
Read More »देश के बंटवारे पर एक शोध पत्र : Yogesh Mishra
यह प्रश्न हमेशा से मुझे कचोटता था कि आखिर देश के बंटवारे के समय कश्मीर से खींची गई रेखा ने जब कश्मीर, पंजाब, राजस्थान को दो हिस्से में बांट दिया तो गुजरात के ऊपर थारपारकर जिला, सिंध, पाकिस्तान से यह रेखा अचानक पश्चिम की ओर क्यों मोड़ दी गई और …
Read More »स्त्रियां कभी युद्ध का कारण नहीं रहीं हैं : Yogesh Mishra
वैष्णव संस्कृति के पुरुष प्रधान समाज में स्त्रियों को सदैव से युद्ध का कारण बतलाया गया है ! फिर चाहे वह राम रावण का युद्ध हो या महाभारत का ! दोनों की वजह अहंकारी पुरुष ने माता सीता और द्रोपती को बतलाया है ! जबकि सत्य यह है कि इतिहास …
Read More »कृत्रिम कथावाचक के पाप : Yogesh Mishra
भक्ति काल के दौर में व्यक्ति स्वप्रेरणा से ईश्वर की भक्ति करता था ! इसके लिए सबसे पहले वह अपने आराध्य को समझने की चेष्टा करता था ! जिसके लिए या तो वह शास्त्रों का अध्ययन करता था या फिर किसी योगी गुरु के सानिध्य में रहकर अपने आराध्य के …
Read More »क्या अब भगवान की मनुष्य को आवश्यकता नहीं है : Yogesh Mishra
विश्व के कई देशों ने आज यह सिद्ध कर दिया है कि अब मनुष्य को भगवान की जरूरत नहीं रह गई है ! क्योंकि जिन देशों ने भगवान को नकार दिया है ! वह सभी देश आज पहले से अधिक सुखी और संपन्न हैं ! वास्तव में भगवान की जरूरत …
Read More »भारत के सर्वनाश का कारण और निवारण : Yogesh Mishra
जब किसी भी समाज में धन और सुविधाएं मनुष्य के ज्ञान और विवेक से अधिक हो जाती हैं, तो वह समाज विकृति की ओर बढ़ने लगता है ! भारतीय समाज ने भी यह दौर देखा है ! चोल वंश के शासनकाल से लेकर गुप्त वंश तक जब भारत सोने की …
Read More »जीवन में सफलता के प्रथम सूत्र : Yogesh Mishra
जीवन की सफलता का कोई निश्चित मानक नहीं है ! आपका व्यवहार, आपकी शिक्षा, आपका रंग, रूप, स्वभाव आदि यह सब आपके सहायक हैं ! इनमें से कोई भी चीज हर व्यक्ति को सफल बना सकती हैं ! यह निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता है ! हर व्यक्ति …
Read More »ब्राह्मणों को कोई पराजित नहीं कर सकता है : Yogesh Mishra
आजकल हिंदू धर्म और ब्राह्मणों को पानी पी पी कर गाली देने का एक प्रचलन सा शुरू हो गया है ! इसके पीछे विदेशी इसाई संस्थाओं और बौद्ध षड्यंत्रकारियों का स्पष्ट हाथ है ! प्रशासनिक सेवाओं की कोचिंग पढ़ाने वालों से लेकर फिल्म बनाने वालों तक और लोकतंत्र की तथाकथित …
Read More »चोल वंशियों ने बनाया था भारत को सोने की चिड़िया : Yogesh Mishra
300 ईसा पूर्व से 13वीं सदी चोल वंशियों का दक्षिण भारत पर शासन था ! अर्थात 1600 वर्षों तक कावेरी नदी घाटी में इस राजवंश ने शासन किया था और इनकी राजधानी तमिलनाडु स्थित वरायूर (अब तिरुचिरापल्ली) थी ! चोल राजवंश तमिलनाडु से आंध्र तक फैला हुआ था ! यह …
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