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बौद्ध धर्म, धर्म नहीं नास्तिकवादी दर्शन है ! : Yogesh Mishra

धर्म समाज को व्यवस्थित तरीके से चलने के लिये समाज द्वारा धारण किये गये वह नियम हैं !जिनका प्रभाव अनादि काल से अन्नत काल तक रहता है ! क्योंकि धर्म एक जीवनशैली है ! जीवन-व्यवहार का कोड है ! जो…

गौतम बुद्ध का धूर्त अवतारीकरण : Yogesh Mishra

बुद्ध का अवतारीकरण धूर्त भारतीय बाबाओं, वक्ताओं और लेखकों का सबसे बड़ा और सबसे प्राचीन षड्यंत्र रहा है ! इस संदर्भ में आधुनिक भारत में ओशो के द्वारा चलायह गयह सबसे बड़े षड्यंत्र को गहराई से देखना समझना भी जरुरी…

खजुराहो के मंदिर का आध्यात्मिक रहस्य : Yogesh Mishra

आज से 2000 साल पहले जब पूरे के पूरे आर्यावर्त में बौद्ध धर्म का प्रभाव इतना अधिक बढ़ गया था कि सनातन जीवन शैली की आश्रम व्यवस्था का अधिकांश लोग परित्याग करके बौद्ध भिक्षु बन बौद्ध विहारों में रमण करने…

क्या इंदिरा गाँधी ने गौरक्षकों पर गोली चलवाई थी ! : Yogesh Mishra

7 नवम्बर 1966 को गोपाष्टमी के दिन संसद भवन के सामने धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज के नेतृत्व में गौ हत्या बंदी कानून बनने के लिये विनोबा भावे का आशीर्वाद लेकर संतों का एक बड़ा आन्दोलन शुरू हुआ था…

क्यों मां की आवाज सुनकर व्यक्ति आत्महत्या का निर्णय त्याग देता है ! : Yogesh Mishra

आजकल मनोविज्ञान पर विभिन्न तरह के बहुत गंभीर शोध हो रहे हैं ! उन्हीं शोधों में एक निष्कर्ष यह भी निकला है कि जब व्यक्ति अत्यधिक तनाव में रहे और उस तनाव के कारण यदि वह कोई आत्मघाती कदम उठाने…

बौद्ध धर्म आखिर सनातन धर्म विरोधी क्यों थे ! : Yogesh Mishra

बौद्ध धर्म हिंदु धर्म की ही एक विकृत शाखा है और दोनों ही भारत भूमि से उपजे हैं ! हिन्दू धर्म के वैष्णव संप्रदाय में गौतम बुद्ध को दसंवा अवतार माना गया है ! हालाँकि बौद्ध धर्म इस मत को…

क्या सनातन और धर्मद्रोही थे गौतम बुद्ध ? जानिए अनकहा सत्य : Yogesh Mishra

गौतम बुद्ध का जन्म लुंबिनी में 563 ईसा पूर्व इक्ष्वाकु वंशीय क्षत्रिय शाक्य कुल के राजा शुद्धोधन के घर में हुआ था ! उनकी माँ का नाम महामाया था जो कोलीय वंश की थीं, जिनका गौतम बुद्ध के जन्म के…

मणिकर्णिका घाट पर धनाकर्षण तंत्र साधना : Yogesh Mishra

प्राचीन ग्रन्थों के अनुसार मणिकर्णिका घाट का स्वामी वही डोम राजा चाण्डाल था ! जिसने रघुवंश के सत्यवादी राजा हरिशचंद्र को खरीद लिया था ! किंतु प्रश्न यह है कि बैरागी की नगरी काशी के चांडाल के पास इतनी संपन्नता…

मुझे भ्रमित, नास्तिक, धर्मद्रोही और विधर्मी कहने के पहले धर्म ग्रंथों का अध्ययन करें ! : Yogesh Mishra

कल सायंकाल मेरे एक मित्र का फोन आया और वह फोन पर ही अपनी शिकायत दर्ज करवाने लगे कि मिश्रा जी आपके लेखों में बड़ा भ्रम है ! कभी तो आप देवी-देवताओं का समर्थन करने लगते हैं और कभी आप…

गुरु से आध्यात्मिक ऊर्जा कैसे लें ! : Yogesh Mishra

आध्यात्मिक ऊर्जा सम्प्रेषण का विज्ञान ! किसी अन्य व्यक्ति को आध्यात्मिक ऊर्जा देने के लिये कुछ बिदु अत्यंत महत्वपूर्ण हैं ! प्रथम तो ऊर्जा देने वाले गुरु का परम चेतना के साथ सम्बन्ध होना परम आवश्यक है ! दूसरा ऊर्जा…