Tag Archives: rajiv dixit

राष्ट्रद्रोही बनाम राष्ट्रघाती में अंतर : Yogesh Mishra

हिंदी एक बहुत ही अद्भुत भाषा है ! इसमें अलग-अलग शब्दों के अलग-अलग अर्थ होते हैं ! किंतु अज्ञानतावश हम लोग एक स्थान पर जो शब्द प्रयोग किया जाना चाहिये ! उसकी जगह किसी अन्य शब्द का प्रयोग कर देते हैं और यह मान लेते हैं कि यह दोनों ही …

Read More »

विश्व धर्म का सनातन इतिहास : Yogesh Mishra

हिन्दू धर्म का इतिहास अति प्राचीन है ! इस धर्म को वेदकाल से भी पूर्व का माना जाता है क्योंकि वैदिक काल और वेदों की रचना का काल अलग-अलग माना जाता है ! यहां शताब्दियों से मौखिक (तु वेदस्य मुखं) परंपरा चलती रही थी ! जिसके द्वारा इसका इतिहास व …

Read More »

आध्यात्मिक ऊर्जा कैसे नष्ट होती है ! : Yogesh Mishra

मनुष्य के साथ सबसे बड़ी समस्या ही यह है की वह ऊर्जा के नियमो से अवगत नहीं है ! अध्यात्मिक शक्ति अर्थात ऊर्जा का, मंत्र इत्यादि क्रियाओं से आहवाहन तो हो सकता है किन्तु दिव्य ऊर्जा को संचित कर उसका उचित समय पर उचित प्रयोग करन नही आता है ! …

Read More »

तंत्र का रहस्य पूर्ण विवेचन ! Yogesh Mishra

तंत्र विद्या कठिन साधना है ! तंत्र विद्या का मनुष्य के जीवन में अलग ही प्रभाव पड़ता है ! शिव जगत पिता हैं तथा इस संसार की संरचना में उनकी इच्छा को मूर्त रूप देने के लिए उनकी शक्ति ही प्रकृति का रूप धारण करती है ! यह शक्ति ईश्वर …

Read More »

ईश्वर अपनी रक्षा स्वयं करता है ! : Yogesh Mishra

16-17 जून 2013 की मध्य रात्रि से ही निरंतर जलप्रलय के संकेत मिले थे ! लेकिन केदारनाथ धाम में भक्त भक्ति में कम और मस्ती में अधिक व्यस्त थे ! उसी का परिणाम था कि सुबह होते-होते पूरी केदारघाटी तबाह हो गई ! आपदा में मरने वालों की संख्या सरकारी …

Read More »

हड़प्पा और मोहनजोदड़ो के समय तक विकसित नहीं हुई थी “संस्कृति भाषा” : Yogesh Mishra

क्या हड़प्पा और मोहनजोदड़ो की लिपियाँ पढ़ी जा सकती हैं ? हड़प्पा और मोहनजोदड़ो की खुदाई में मिले बर्तन समेत अन्य वस्तुओं पर सिंधु घाटी सभ्यता की अंकित चित्रलिपियों को पढ़ने की कोशिशें लगातार जारी हैं ! यह तो निश्चित सत्य है कि उस समय तक वैष्णव संस्कृति में संस्कृति …

Read More »

ब्रह्मांड का सबसे बड़ा रहस्य-एंटीमैटर : Yogesh Mishra

खुद को आईने में देखियह ! वहां भी आप ठीक आपने सामने आपने को वैसे ही पाते हैं ? तब आप कहेंगे कि यह मेरा प्रतिबिम्ब है ! ठीक इसी तरह कभी सोंचा है कि जिस पृथ्वी पर आप रहते हैं ! शास्त्रों के अनुसार उसी पृथ्वी जैसी हू-ब-हू दर्जनों …

Read More »

अघोर साधना की तैयारी कैसे करें : Yogesh Mishra

अभी मैंने अघोर साधना पर कुछ दिन पहले एक लेख लिखा था ! कि “अघोर साधना से आत्म दर्शन कैसे करें !” उस लेख को पढ़कर मेरे वरिष्ठ मित्र का मुझे फोन आया और उन्होंने कहा कि मैं अघोर साधना करना चाहता हूं ! इसे कैसे किया जा सकता है …

Read More »

वेदों में श्रम व्यवस्था क्या है : Yogesh Mishra

भारतवर्ष की प्राचीन सनातन परम्परा का आदर्श तो विश्व में समाजवाद का सर्वोच्च कीर्तिमान स्थापित करता है ! व्यक्ति की उन्नति और समृद्धि को उसकी आर्थिक संपन्नता, दिखावटी भोगवादी जीवन शैली से नहीं मापा जाता ! एक स्वस्थ मानसिकता, स्वस्थ शरीर, सादा जीवन, सब से बांट कर जीना भारतीय आदर्श …

Read More »

बांग्लादेश के जन्म की पीड़ादायक कथा !! : Yogesh Mishra

14 अगस्त 1947 को धर्म पर आधारित स्वतंत्र पाकिस्तान देश का गठन हुआ था ! तत्कालीन पाकिस्तान के दो भाग थे ! पू्र्वी एवं पश्चिमी पाकिस्तान एवं दोनो ही भाग में सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्ष्णिक समानतायें नही थीं ! संसाधनों के अनुसार पूर्वी पाकिस्तान ज्यादा समृद्ध था ! लेकिन राजनीतिक …

Read More »