आखिर ईश्वर हमारी रक्षा कर क्यों नहीं रहा है ! : Yogesh Mishra

चारों तरफ त्राहि-त्राहि मची हुई है ! बड़े से बड़े संपन्न योद्धा भी आज अपने घरों में छिपे बैठे हैं ! लाशों के ढेर सड़कों पर बिखरे पड़े हैं ! जिन्हें बटोरने वाला भी कोई नहीं है ! सभी के…
चारों तरफ त्राहि-त्राहि मची हुई है ! बड़े से बड़े संपन्न योद्धा भी आज अपने घरों में छिपे बैठे हैं ! लाशों के ढेर सड़कों पर बिखरे पड़े हैं ! जिन्हें बटोरने वाला भी कोई नहीं है ! सभी के…
ब्रह्मांड के आरंभ से ही इष्ट एवं अनिष्ट शक्तियां अस्तित्व में हैं ! यह शक्तियां मुख्यतः ब्रह्मांड के सूक्ष्म-क्षेत्र में विद्यमान हैं ! जिन्हें कारण शरीर कहते हैं ! जो पृथ्वी पर होने वाली हर घटना का कारण बनती हैं…
दक्षिण एशिया के इतिहास में देवों के देव महादेव की उपासना सबसे प्राचीन उपासनाओं में से एक है ! महाभारत के ‘द्रोण पर्व’ से ज्ञात होता है कि कृष्ण के परामर्श से अर्जुन ने पाशुपत अस्त्र प्राप्त करने के लिये…
इस दुनियां में बहुत से रहस्य हैं ! बहुत सी तांत्रिक साधनायें हैं ! जिनके बारे में हमें पता नहीं होता है और जो सामान्य व्यक्तियों की निगाहों से दूर ही रहती हैं ! ऐसी ही एक रहस्यमयी तिब्बती साधना…
आज भौतिकता के दौर में हम पूरी तरह भ्रमित हो चुके हैं ! हमें खुद ही पता नहीं कि हमारे अंदर कितनी विलक्षण शक्तियां मौजूद हैं ! जरा सोचिये जब विज्ञान की कोई शाखा मौजूद नहीं थी तो लोग अपना…
कल रात्रि में मेरे एक शिष्य के बेटे का फोन इंग्लैंड से आया ! अन्य बातों के अतिरिक्त वह बतलाने लगा कि अति आधुनिक यूरोप में कोरोना का कितना प्रचंड कहर है और पूछने लगा कि ऐसा क्यों हो रहा…
मैंने अपने पूर्व के लेख में ईसाई शासकों द्वारा पूरी दुनिया में जो अत्याचार किये गये थे ! उनका विस्तृत वृत्तांत दिया है ! जिससे यह सिद्ध होता है कि वास्तव में यीशु मसीह जैसे संत की ओट में खड़े…
हम सभी जानते हैं कि अब परंपरागत युद्ध जो कभी बम, बारूद, बंदूक, तोप, टैंक आदि से लड़ा जाता था ! उसका युग खत्म हो गया है ! अब आज के दौर में विज्ञान ने ऐसे आधुनिक हथियार विकसित कर…
कल रात्रि में मेरे एक शिष्य का फोन आया और वह अनुरोध करने लगा कि गुरु जी कोरोना वायरस के कारण पूरे विश्व में जो महामारी का प्रकोप है ! उसकी शान्ति के लिये मैं अक्षय तृतीया से समस्त प्राणी…
विज्ञान का अर्थ है चेतना ! भैरव का अर्थ वह अवस्था है ! जो चेतना से भी परे है और तंत्र का अर्थ विधि है ! चेतना के पार जाने की विधि ! हम मूर्छित हैं ! अचेतन हैं !…