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क्या स्वामी दयानंद सरस्वती ईसाई एजेंट था ! Yogesh Mishra

स्वामी दयानंद न केवल ईसाई संस्था थियोसोफिकल सोसायटी के अहम सदस्य थे बल्कि थियोसोफिकल सोसायटी के संस्थापकों को पत्र लिखकर उसे भारत में लाने वाले भी दयानंद ही थे ! 1878 से लेकर अपनी मृत्यु 1883 तक स्वामी जी ने…

दयानन्द सरस्वती की जहर से नहीं हुई थी मौत : Yogesh Mishra

कहा जाता है कि वर्ष 1883 में वे जोधपुर नरेश महाराजा जसवन्त सिंह के निमन्त्रण पर जोधपुर आये हुये थे ! वहां पर उन्होंने नन्ही नामक वेश्या का अनावश्यक हस्तक्षेप और महाराजा जसवन्त सिंह पर उसका अत्यधिक प्रभाव देखा !…

नागपाश शत्रु को बंधन में बाँध लेने वाले प्राचीनकाल के अस्त्र का नाम है ! Yogesh Mishra

नागपाश संकटमोचन हनुमानाष्टक रावण जुद्ध अजान कियो तब ! नाग कि फांस सबै सिर डारो ! श्री रघुनाथ समेत सबै दल ! मोह भयो यह संकट भारो ! आनि खगैस तबै हनुमान जु ! बन्धन काटि सुत्रास निवारो ! को…

तंत्र शैव आध्यात्मिक उपचार पध्यति की एक विधा है ! Yogesh Mishra

तंत्र का नाम आते ही लोगों के ज़हन में एक कंकाल, खोपड़ी, ढेर सारी जलती हुई अगरबत्तियां, आदि दिमाग में आती हैं ! लोग इसे जादू-टोना, टोटका भी कहते हैं ! और यही वजह है कि लोग इससे दूर भागते…

तंत्र के लिये न्यूरॉन को भी जानिये : Yogesh Mishra

यत पिंडे-तत ब्रह्माण्डे अर्थात सभी धर्म ग्रंथ कहते हैं कि जो भी कुछ मनुष्य के पिण्ड यानी शरीर में है, बिल्कुल वैसा ही सब कुछ इस ब्राह्मांड में है अर्थात संपूर्ण ब्रह्मांड में जो भी है वही द्रव्य एवं ऊर्जा…

जानिए क्या है घर में भूत-प्रेत होने के लक्षण ! : Yogesh Mishra

भूत-प्रेत के अपसारण की प्रथा से संबंधित धारणा और/अथवा रिवाज़ मुख्य रूप से दक्षिण के प्राचीन शैव परम्परा को मानने वालों से जुड़े हुये हैं ! चार वेदों (हिन्दुओं के पवित्र ग्रंथ) में, बताया जाता है कि अथर्ववेद में जादू-टोनों…

श्वान तंत्र को भी जानें !! : Yogesh Mishra

शास्त्रों के अनुसार उल्लू व कबूतर की भांति ही कुत्ते भी यम के दूत माने गए हैं और अमांगलिक हैं, जिनसे सावधान होकर पितृलोक में मृतात्माओं के जाने के लिए कहा गया है ! ये दूसरों का प्राण भक्षण कर…

ज्योतिष विद्या के प्रचार से ही उसका विकास होगा : Yogesh Mishra

प्राचीन काल से हमारे ऋषि-महर्षि ज्योतिष शास्त्र पर नवीन शोध करते रहे हैं ! आज भी यह शोधकार्य निरंतर चल रहा है, और युगों-युगों तक होता रहेगा ! फलित ज्योतिष में कुण्डली का फलादेश करने की अनेक पद्धितियां हैं !…

जानिए राजनीति के काल्पनिक शत्रु कौन है : Yogesh Mishra

एडोल्फ हिटलर ने अपनी आत्मकथा में लिखा है: अगर तुम्हें किसी भी कौम से कोई काम करवाना हो, तो उसे किसी काल्पनिक शत्रु के नाम से भयभीत कर दो, फिर वह कौम कुछ भी करने को राजी हो जायहगी !…

ईसाई बाहुल्य क्षेत्र में इस्कॉन मंदिर क्यों नहीं बनता है ? Yogesh Mishra

इस्कॉन अर्थात अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ (अंग्रेज़ी: International Society for Krishna Consciousness – ISKCON;), को “हरे कृष्ण आन्दोलन” के नाम से भी जाना जाता है ! इसे 1966 में न्यूयॉर्क नगर में भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद ने प्रारंभ किया था ! इस्कॉन…