Tag Archives: rajiv dixit

कभी कैलास मानसरोवर से कैस्पियन सागर तक था शैवों का साम्राज्य !!

वैसे तो कैलास मानसरोवर से कैस्पियन सागर की दूरी लगभग 3,000 किलोमीटर है ! कैस्पियन सागर एशिया की एक झील है, जिसे अपने वृहत आकार के कारण सागर कहा जाता है ! मध्य एशिया में स्थित यह झील क्षेत्रफल के हिसाब से विश्व की सबसे बड़ी झील है ! इसका …

Read More »

साहस है तो ब्राह्मण विरोध से पहले ब्राह्मण जैसा जी कर देखो !

ब्राह्मण शब्द पहले ज्ञान साधना, शील, सदाचार, त्याग और आध्यात्मिक जीवन-वृत्ति के आधार पर अपना जीवन जीने वाले लोगों के लिए एक सम्मानित संबोधन सरीखा था ! बाद के समय में ब्राह्मणत्व ज्ञान और साहित्य के अध्ययन-अध्यापन का पेशा बन गया और इसे अपनाने वालों को ब्राह्मण माना जाने लगा …

Read More »

जानिए आध्यात्म में भस्म का महत्व क्या है !

आपके शरीर में, सात मूल केंद्र हैं जो जीवन का अनुभव करने के सात आयामों को दर्शाते हैं ! इन केंद्रों को चक्र कहा जाता है ! चक्र, ऊर्जा प्रणाली के भीतर एक खास मिलन बिंदु होते हैं ! इन चक्रों की प्रकृति भौतिक नहीं, बल्कि सूक्ष्म होती है ! …

Read More »

भाजपा अध्यक्ष ने मना किया गौ सेवा में सहयोग करने से !

कल प्रातः 8:00 बजे मेरी भेंट भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से बनारस के सर्किट हाउस में हुई थी ! मेरे साथ में वरिष्ठ पत्रकार पंडित राधेश्याम दीक्षित जी भी थे ! हम दोनों ने भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से आग्रह किया कि …

Read More »

काशी जहाँ लोग मरने आते हैं !! अवश्य पढ़ें !

काशी नगरी वाराणसी स्थित एक पौराणिक नगरी है ! माना जाता है कि ये संसार की सबसे पुरानी नगरी है ! विश्व के सबसे प्राचीन ग्रन्थ ऋग्वेद में भी काशी का उल्लेख किया गया है ! मान्यता है कि विश्वनाथ जी की अति श्रेष्ठ नगरी काशी में जन्म लेने का …

Read More »

सम्पूर्ण 745 श्लोकी श्रीमद्भगवद्गीता विश्व में कहाँ-कहाँ है !

गीता के बारे में सबसे विचारणीय बात यह है कि वर्तमान में ‘श्रीमद्भगवद्गीता’ की जो प्रचलित प्रतियां हैं, उसमें गीता के केवल 700 श्लोक हैं ! जबकि महाभारत में स्वयं 745 श्लोकी गीता का वर्णन करते हुए एक स्थान पर कहा है- षट्शतानि स्विशानि श्लोकानां प्राह केशव: ! अर्जुनः सप्त …

Read More »

शैव कृषि पध्यति और वैष्णव कृषि पध्यति में अंतर जानिए !

कृषि दो तरह की होती है ! एक स्वाभाविक कृषि, दूसरा जिसे मनुष्य उत्पन्न करता है ! जब कृषि स्वाभाविक रूप से होती है अर्थात हवा, जल, वर्षा आदि के प्रवाह से या जीव, जंतुओं के कारण जो वृक्ष स्वाभाविक रूप से उत्पन्न हो जाते हैं, उन्हें शैव कृषि कहते …

Read More »

नये नागरिकता बिल की ओट में विदेशी घुसबैथ बढ़ेगा ! जानिए कैसे !

लगता है भारत के राजनीतिज्ञ देश को गुलाम बना कर ही छोड़ेंगे ! वैसे तो भारत के सभी संवैधानिक पदों पर नियुक्ति के लिये व्यक्ति का भारत का नागरिक होना आवश्यक है किन्तु किस किस को भारत का नागरिक माना जाये इसके लिये भारतीय संविधान के अलावा एक और चोर …

Read More »

दिल्ली विधानसभा चुनाव के बहाने लोकतंत्र की पुन: स्थापना हेतु महाआन्दोलन !

इस बार दिल्ली का विधानसभा चुनाव वैसा नहीं होगा जैसा हर बार होता है ! राष्ट्रीय राष्ट्रवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रताप चंद्रा इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव के माध्यम से एक बहुत बड़ी जनचेतना का आगाज करने जा रहे हैं ! इस जन चेतना के माध्यम से प्रताप चंद्रा …

Read More »

पूर्ण लोकतंत्र की स्थापना ही राजीव दीक्षित का सपना था !!

पूर्ण लोकतंत्र की स्थापना ही राजीव दीक्षित का सपना था !! राष्ट्रीय राष्ट्रवादी पार्टी की पहल पर दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को चुनाव चिह्न ही नहीं अब अपने प्रत्याशी का चेहरा देखकर वोट डालने का मौका मिलेगा। निर्वाचन आयोग ने इसकी खास पहल की है। लिहाजा मतपत्र पर प्रत्याशी …

Read More »