sanatangyanpeeth

नशेड़ियों की शिव भक्ति : Yogesh Mishra

यह जो माथे पर टीका लगाकर उल्टे सीधे कपड़े पहनकर गले मे रुद्राक्ष जैसी परम पवित्र माला डालकर और नाम के आगे भक्त, महा भक्त, परमभक्त, शिव भक्त लगाकर लोग बैठ जाते हैं ! उन्हें गलती से कभी किसी भूत-प्रेत के भी दर्शन हो गया ! तो वह नकली शिव …

Read More »

वीर तक्षक की महान गाथा : Yogesh Mishra

यह घटना तब की है जब प्राचीन भारत में पश्चिमोत्तर से आये डकैत मोहम्मद बिन कासिम के आक्रमण से एक चौथाई सदी बीत चुकी थी ! तोड़े गये मन्दिरों, मठों और चैत्यों के ध्वंसावशेष अब टीले का रूप ले चुके थे ! उनमें उपजे वन में विषैले जीवोँ का आवास …

Read More »

घृणित मनोविज्ञान से उपजा था वर्तमान भारतीय प्रशासन : Yogesh Mishra

हमारी अधिकांश प्रशासनिक और राजनीतिक संरचनाओं का निर्माण उस दौर में हुआ था ! जब ब्रिटिश साम्राज्यवाद का सूर्य अपने प्रताप पर था ! वैचारिक और शारीरिक दोनों ही स्तरों पर कोई उन्हें चुनौती देने की स्थिति में न था ! 1857 के विद्रोह को क्रूरता से कुचलने के बाद …

Read More »

शासक के संस्कारों का राष्ट्र पर प्रभाव : Yogesh Mishra

संस्कारों का प्रभाव व्यक्ति के मात्र निजी व्यक्तित्व पर ही नहीं, बल्कि व्यक्ति के आसपास के वातावरण पर भी पड़ता है ! जो व्यक्ति जितना अधिक शक्तिशाली होता है ! उस व्यक्ति के संस्कारों का प्रभाव, उस व्यक्ति के पद और प्रतिष्ठा के अनुरूप उसके आस पास के समाज पर …

Read More »

प्रेशर ग्रुप ही स्वस्थ्य लोकतंत्र की पहचान हैं : Yogesh Mishra

लोकतांत्रिक व्यवस्था की यह खूबसूरती है कि यदि लोक इच्छा पर शासन की सारी शक्तियां सत्ता प्रमुख में निहित होती हैं तो शासक द्वारा गलत निर्णय या गलत कार्य करने पर देश का हर नागरिक इस बात के लिये स्वतंत्र होता है कि वह स्वयं अकेले या कोई संगठन बनाकर …

Read More »

ब्राह्मणों के हत्या की अंतर्राष्ट्रीय कार्य योजना : Yogesh Mishra

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि भारत एक प्राकृतिक संसाधन संपन्न देश है और सामाजिक विषयों के जानकार यह भी जानते हैं कि भारत के प्राकृतिक संसाधनों के ऊपर यदि अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्रकारी कब्जा करना चाहते हैं ! तो उन्हें सबसे पहले भारत राष्ट्र के बैद्धिक योद्धा ब्राह्मणों से टक्कर …

Read More »

अद्भुत खगोल विज्ञानी थे वराहमिहिर : Yogesh Mishra

भारत में ज्योतिष के विद्वानों की लम्बी परम्परा में वराहमिहिर का स्थान आकाश में उदित होने वाले ज्योतिष्मान् नक्षत्र की भांति है ! उन्होंने प्राचीन विद्वानों के ज्योतिर्विज्ञान को समेटते हुए अनेक नए अन्वेषण किये तथा बहुमूल्य जानकारियां प्रदान की ! दिल्ली के क़ुतुब मीनार अर्थात विष्णु स्तम्भ के महाराजा …

Read More »

बी.जे.पी. का हिंदुत्व विरोधी चेहरा : Yogesh Mishra

क्या आपको मालूम है कि जिस दिन जम्मू कश्मीर से 4 लाख से अधिक हिन्दुओं को भगाया गया था ! वह तारीख थी 19 जनवरी 1990 ! उस दिन केंद्र में विश्वनाथ प्रताप सिंह प्रधानमंत्री थे ! जनता दल गठबंधन की सरकार थी ! बी.जे.पी. के समर्थन से सरकार बनी …

Read More »

विश्व सत्ता के नये नायक कौन हैं : Yogesh Mishra

क्या नयी विश्व सत्ता में अब पुराने नायकों की जरुरत नहीं है ! मुहम्मद साहब की कब्र को मदीना से हटाकर उनके अवशेष को किसी अज्ञात जगह में ले जाने के प्रस्ताव से मुस्लिम जगत दो भागों में बंट गया है ! इंग्लैंड के अखबार द इंडिपेंडेंट ने यह खबर …

Read More »

आर.एस.एस. के पूर्व प्रचारक की मनोव्यथा : Yogesh Mishra

मेरी यह वार्ता मेरे एक पुराने संघ के पूर्णकालिक स्वयं सेवक से अचानक हुयी वार्ता का अंश है ! जो मुझे बनारस यात्रा के दौरान एक नौका यात्रा में मिल गये ! वह उस समय बहुत दुखी और व्यथित थे ! उनकी व्यथा उन्हीं के शब्दों में ! नचिकेता की …

Read More »