जैसा कि आपको वैष्णव कथा वाचकों द्वारा बतलाया गया है कि पृथ्वी पर विष्णु ने बार-बार धर्म की स्थापना के लिये विधर्मियों के साथ 12 महा युद्ध लड़े ! जिसके लिये विष्णु को 8 अलग-अलग अवतार लेने पड़े ! लेकिन ताज्जुब इस बात का है कि विष्णु ने किसी भी …
Read More »रावण का दयालु चरित्र : Yogesh Mishra
स्वयं महर्षि वाल्मीकि ने रावण की प्रशंसा करते हुये कहा है कि उनमें दस गुण थे ! जो उसके दस सिर का प्रतीक थे ! उनके अनुसार रावण महापंडित, महायोद्धा होने के साथ साथ सुन्दर, दयालु, तपस्वी, उदार हृदय के साथ दान वीर भी था ! तोरवे रामायण के अनुसार …
Read More »राम रावण युद्ध का अज्ञात इतिहास : Yogesh Mishra
सभी वैष्णव इतिहासकारों ने राम को मर्यादा पुरुषोत्तम और रावण को खलनायक बतलाया ! जबकि यह मात्र उस युद्ध का परिणाम था, जो इंद्र के अहंकार के कारण हुआ था ! उस समय पृथ्वी पर अनेक संस्कृतियों अपने-अपने तरीके से पनप रही थी ! देव, दानव, दैत्य, असुर, यक्ष, किन्नर …
Read More »वैष्णव लेखक कैसे-कैसे बच्चे पैदा कर सकते हैं : Yogesh Mishra
जैसा कि मैं जानता हूँ कि यह मैथुनिक सृष्टि है ! ईश्वर ने इस सृष्टि के संचालन के लिये, प्रत्येक योनि में नर और मादा दो प्रजाति विकसित की हैं ! जिनके मैथुन क्रिया से वंश वृद्धि होती है ! यही सृष्टि संचालन का ईश्वरीय विधान है ! लेकिन अपने …
Read More »अवतारवाद की अवधारणा धूर्त वैष्णव लेखकों की देन है : Yogesh Mishra
जब पूरी पृथ्वी पर मात्र एक शैव धर्म ही था और वैष्णव लोगों ने पूरी दुनिया पर आक्रमण करके युद्ध के द्वारा अपनी नगरीय वैष्णव संस्कृति को बढ़ावा देना शुरू किया था ! तब उस समय बहुत बड़े पैमाने पर पूरी दुनिया में वैष्णव विचारधारा के शासकों का विरोध शुरू …
Read More »क्या महाभारत का युद्ध शैव और वैष्णव संस्कृति के मध्य का युद्ध था : Yogesh Mishra
मुझे यह बात कभी समझ में नहीं आयी कि एक परिवार के आपसी संपत्ति के झगड़े ने कैसे विश्वयुद्ध का स्वरूप ले लिया ! मैंने इस पर बहुत गहराई से अनेक ग्रंथों का अध्ययन किया और यह निष्कर्ष निकाला कि महाभारत का युद्ध वास्तव में एक परिवार के आपसी संपत्ति …
Read More »राम की सेना में बंदरों नहीं वन नर थे : Yogesh Mishra
वानर अर्थात “वने भवं वानम्, राति (रा आदाने) गृह्णाति ददाति वा ! वानं वन सम्बन्धिनं फलादिकं गृह णाति ददाति वा !! दूसरे शब्दों में जो वन में उत्पन्न होने वाले फलादि को खा कर जीवन निर्वाह करता है ! वह वानर अर्थात वन में रहने वाला नर कहलाता है ! …
Read More »भारत में दुर्योधन का मंदिर भी है : Yogesh Mishra
महाभारत की कथा में दुर्योधन एक खलनायक है ! लेकिन क्या आपको पता है कि दुर्योधन बहुत बड़ा शिव भक्त था और वह पूरे कुरु साम्राज्य में शैव जीवन शैली की पुनः स्थापना करना चाहता था ! जिस शुभ कार्य में उसके सहायक गांधार (आधुनिक अफ़गानिस्तान) के महाराजा परम शैव …
Read More »वैष्णव ने बद्रीनाथ शैव तीर्थ को कैसे हड़पा : Yogesh Mishra
स्कन्द पुराण के अनुसार सतयुग में बद्रीनाथ क्षेत्र को “मुक्तिप्रदा” के नाम से जाना जाता था ! तब यह भगवान शिव की एक सैन्य प्रशिक्षण छावनी हुआ करती थी ! यह अलकनंदा नदी के निकट थी ! यहाँ ठण्ड बहुत पड़ती थी ! क्योंकि इस स्थान पर एक गर्म और …
Read More »रावण ने प्रथम प्रहार राम पर क्यों नहीं किया : Yogesh Mishra
आज इतिहास में यह बहुत बड़ा प्रश्न है कि जब रावण राक्षस था और उस जैसा विद्वान व्यक्ति यह जानता था कि राम उससे लड़ने आने के लिये रावण के साले बाली को छल से मार कर सुग्रीव की मदद से बहुत बड़ी सेना बना रहे हैं और राम ने …
Read More »