Tag Archives: havan and yagya

धर्म राष्ट्र रक्षा के लिए हिंदू संत कब आगे आएंगे ? Yogesh Mishra

धर्म पर राजनीति का इतना प्रभाव पड़ा कि अयोध्या में रामलला त्रिपाल में बैठ गए ! हिंदू धर्म संस्थाओं व मंदिरों की संपत्ति को हड़पने के लिए नए-नए कानूनी प्रयोग किए जाने की तैयारियां शुरू हो गई है ! हिंदुओं के विरुद्ध “धर्म परिवर्तन” का अभियान पूरे देश में चलाया …

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देश की समस्या का कारण देश के तथाकथित “बुद्धिजीवी” तो नहीं | Yogesh Mishra

मेरा यह लेख समर्पित है श्री अब्दुल कलाम और सोली सोराबजी जैसे राष्ट्रप्रेमी बुद्धिजीवियों को ! किंतु ऐसे लोग हमारे देश में बहुत कम संख्या में हैं और इसका मूल कारण है ! देश की राष्ट्रद्रोही शिक्षा व्यवस्था ! “बुद्धिजीवी” से तत्पर जो डिग्री प्राप्त करके बुद्धि से जीवक चलते …

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राष्ट्र और धर्म अलग-अलग नहीं हो सकते हैं ! Yogesh Mishra

धर्म के तीन उद्देश्य हैं ! पहला समाज को व्यवस्थित तरीके से चलाना ! दूसरा राष्ट्र की सुरक्षा करना और तीसरा उद्देश्य है आने वाली पीढ़ियों का उत्तरोत्तर विकास करना ! जो भी धर्म इन कार्यों में सफल है, इसको ही धर्म कहा जाएगा ! शेष सभी विचारधारा हो सकती …

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राजनीति में तंत्र का प्रयोग क्या उचित है ? Yogesh Mishra

2019 में बनारस लोकसभा का चुनाव बड़ा दिलचस्प है ! बनारस संसदीय सीट ने नामांकन दाखिला की अंतिम तिथि को भी दो रिकार्ड बनाये हैं ! पहला वाराणसी संसदीय सीट से इस बार 102 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है और दूसरा रात 11.15 तक नामांकन होता रहा है ! …

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लगता है देश में सब “समस्या” समाप्त हो गई है ! Yogesh Mishra

पिछले लोकसभा चुनाव के पहले “सोशल मीडिया”, “प्रिंट मीडिया” और “इलेक्ट्रॉनिक मीडिया” यह तीनों ही भारत की गंभीर-गंभीर समस्यायें गिनाया करते थे ! जैसे कि भारत के अंदर छह करोड़ बांग्लादेशी घुस आए हैं और पूरे भारत में स्लीपिंग सेल्स के रूप में फैल गए हैं ! वर्तमान सत्तासीन राजनीतिक …

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पाखंडी बाबा का स्वदेशी उत्पादन का सत्य | Yogesh Mishra

एक अति विकसित गांव था ! उस गांव के अंदर गांव की आवश्यकता के अनुरूप सभी चीजों का निर्माण होता था ! लोग कोल्हू से तेल निकालते थे, वैध आयुर्वेदिक दवा बनाते थे ! खाने-पीने का सामान बनाते थे ! कुम्हार मिट्टी के बर्तन बनाते,बिस्कुट,भुजियाँ,आदि सब गाँव में बनता , …

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राजीव दीक्षित जी की मरणोपरांत “हत्या” | Yogesh Mishra

जैसा कि मेरे निजी संज्ञान में है कि राजीव दीक्षित एक ऐसे राष्ट्रवादी चिंतक, विचारक और वक्ता थे ! जिन्होंने अपना पूरा जीवन “भारत के विनाश के मूल कारणों” को खोजने में लगा दिया और इतना ही नहीं इस “विनाश के मूल कारणों का भारतीय समाज पर क्या प्रभाव पड़ा …

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राजीव दीक्षित जैसा बनने की कोशिश मत करो ! Yogesh Mishra

आजकल मैं देख रहा हूं कि बहुत से लोग राजीव दीक्षित जैसी शैली में वक्तव्य देकर, भगवा या सफेद कपड़े पहन कर, दाढ़ी-मूछें, बाल बढ़ाकर राजीव दीक्षित जैसा बनने की कोशिश कर रहे हैं ! लेकिन राजीव दीक्षित ने न तो कभी भगवा या सफेद वस्त्र धारण किये थे और …

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राष्ट्रवादी आंदोलनों” को असफल करने की रणनीति Yogesh Mishra

आंदोलन दो मुख्य कारणों से खड़े किए जाते हैं ! पहला “भ्रम पैदा करके सत्ता को प्राप्त करने के लिए” जैसा कि प्रायः अधिकांश राजनैतिक दल करते हैं ! दूसरा “राष्ट्र की समस्याओं को समाप्त करने के लिये” जैसा कि प्रायः “समाज सेवक या राष्ट्रवादी विचारक” करते हैं ! हम …

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जानिए क्यों लोकतंत्र किसी भी समस्या का समाधान नहीं है ! Yogesh Mishra

ब्रिटिश शासन पद्धति द्वारा गठित भारत की “संविधान निर्मात्री सभा” में जो शासन के लिए “लोकतांत्रिक पद्धति” अपनाई गई है वह वास्तव में नितांत अव्यवहारिक, निर्बल तथा राष्ट्रघाती पद्धति है ! इस पद्धति के द्वारा कभी भी कोई भी राष्ट्र एक सशक्त राष्ट्र के रूप में नहीं उभर सकता ! …

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