Tag Archives: rajiv dixit

शास्त्रों के अनुसार यमलोक की यात्रा कैसे करें : Yogesh Mishra

क्या यमलोक अथवा परलोक का अस्तित्व है ? क्या कोई दूसरी दुनियां है? मनुष्य के लिये सदा से ही यह खोज का विषय रहा है ! इस विषय में क्या कहते हैं हमारे धर्मग्रन्थ- हमारे धर्म ग्रंथों गरूड़ पुराण में किसी-न-किसी रूप में सौरमण्डल के सभी ग्रहों पर जीवंतता का …

Read More »

सामाजिक विकृति का कारण शुक्र की प्रधानता है !! Yogesh Mishra

सनातन संस्कृति में देवताओं के गुरु वृहस्पति का अपना विशेष स्थान है किन्तु आज के युग में असुरों के गुरु शुक्र की प्रधानता है, बेशक ज्योतिष के विद्वानों को मेरी यह बात कुछ अटपटी सी लगेगी ! परंतु तथ्य यही बताते हैं कि बढ़ी तेजी से यह युग बदल रहा …

Read More »

प्रत्येक रोग का सम्बन्ध ग्रहों से है !! Yogesh Mishra

आरोग्यं परमं सुखम् अर्थात् अच्छा स्वास्थ्य सबसे उत्तम सुख होता है ! सभी प्राचीन डॉक्टर, आयुर्वेद के साथ-साथ, ज्योतिष का भी ज्ञान रखते थे ! इसी कारण बीमारी का परीक्षण ग्रहों की स्थिति के अनुसार सरलता से करते थे ! लेकिन युग परिवर्तन के साथ ज्योतिष की ये विद्या लुप्त …

Read More »

कुण्डली के मुख्य ग्रह को पहचानिये ! : Yogesh Mishra

कौन सा ग्रह सबसे बलशाली है कुंडली मे मुख्य ग्रह की बहुत ही विशेषता है ! अगर कुंडली मे मुख्य ग्रह मजबूत है तो आपको दूसरें ग्रहों के बारे में सोचने की ज़रूरत नहीं है ! मुख्य ग्रह के मजबुत होने पर आपकी सारी समस्याओं का हल हो जाता है …

Read More »

जानिए ज्योतिष के विभिन्न राजयोग : Yogesh Mishra

उत्तरकालामृत ग्रन्थ में उल्लेखित राजयोग ज्योतिषीय खोज है, जो कालिदास द्वार रचित है ! वह विक्रमादित्य के समय के विद्वान थे ! हजारों वर्ष के उपरांत आज भी यह खोज सत्य ही प्रतीत होती है ! इस ज्योतिषीय योग से स्पष्ट है कि यदि 2, 3, 5, 6, 8, 9 …

Read More »

जानिए कौन सा रोग किस ग्रह स्थिती में होता है ! Yogesh Mishra

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति के वर्तमान जीवन में जो भी उसकी शारीरक, मानसिक, सामाजिक या अध्यात्मिक परिस्थितियां या प्रवृत्ति है वह उसके पूर्व जन्म के संचित कर्मो के आधार पर निर्धारित होती है ! व्यक्ति की कुंडली में उसी प्रकार ग्रहों की स्थितियाँ या युतियाँ होती हैं ! चूँकि …

Read More »

गुरु चांडाल योग के लक्षण, प्रभाव और उपाय : Yogesh Mishra

नव ग्रहों में सबसे अधिक शुभ माना जाने वाला ग्रह गुरु है ! किसी भी कार्य के सफल या असफल होने के पीछे गुरु ग्रह की स्थिति बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है ! गुरु चांडाल योग के प्रभाव से जीवन परेशानियों से भर जाता है ! ज्योतिषशास्त्र कुंडली के अनुसार …

Read More »

गुप्त नवरात्रि में तंत्र साधना : Yogesh Mishra

गुप्त नवरात्रि में 3 से 10 जुलाई तक गुरु जी की साधना में व्यस्तता अधिक रहेगी !! सामान्य गृहस्थ साधक यदि गुरू के मार्गदर्शन में गुप्त नवरात्रि के दौरान दस महाविद्याओं की साधना करें तो वह समस्त प्रकार के सांसारिक सुख , ऐश्वर्यशाली जीवन, मान सम्मान, पद, प्रतिष्ठा, भूमि, संपत्ति …

Read More »

अवश्य पढ़े चिकित्सा ज्योतिष का सम्पूर्ण विज्ञान संक्षेप में : Yogesh Mishra

ज्योतिष एवं चिकित्सा ज्योतिष शास्त्र भविष्य दर्शन की आध्यात्मिक विद्या है ! भारतवर्ष में चिकित्साशास्त्र (आयुर्वेद) का ज्योतिष से बहुत गहरा संबंध है ! होमियोपैथ की उत्पत्ति भी ज्योतिष शास्त्र के आधार पर ही हुआ है I जन्मकुण्डली व्यक्ति के जन्म के समय ब्रह्माण्ड में स्थित ग्रह नक्षत्रों का मानचित्र …

Read More »

ज्योतिष और आयुर्वेद अलग-अलग नहीं हैं !! : Yogesh Mishra

हमारा शरीर पृथ्वी, जल, तेज, वायु और आकाश इन पांच महाभूतों से निर्मित है ! यत्पिंडे तत्ब्रह्मांडे अर्थात जो पिंड में है वही ब्रह्मांड में है ! जीवन का विज्ञान आयुर्वेद भी शरीर में पंचभूतों की उपस्थिति स्वीकार करता है ! यह मनुष्य या संपूर्ण जीव मात्र के स्वास्थ्य संरक्षण …

Read More »