इतिहास गवाह है कि जब-जब पृथ्वी पर महायुद्ध हुये हैं ! तब-तब दूसरे ग्रहों के निवासियों ने भी उस महायुद्ध में हिस्सा लिया है ! फिर वह युद्ध चाहे देवासुर संग्राम हो, राम रावण युद्ध हो, महाभारत हो या फिर द्वितीय विश्वयुद्ध !
बस सिर्फ प्रथम प्रथम विश्वयुद्ध को छोड़ कर ! क्योंकि प्रथम विश्व युद्ध ब्रिटिश साम्राज्य ने यूरोप में मात्र अपने साम्राज्य विस्तार के लिये अपने निजी प्रयासों से लड़ा था ! इसलिये उसमें दूसरे ग्रहों के निवासियों का हस्तक्षेप नहीं था !
किंतु अब ज्योतिष की ग्रह स्थिति और 100 से अधिक विश्व विख्यात भविष्यवक्ताओं के कथन के अनुसार तृतीय विश्व युद्ध के छद्म युद्ध की शुरुआत वर्ष 2020 में हो गई है ! यह छद्म युद्ध 7 वर्षों तक चलेगा ! इसके बाद स्पष्ट सशस्त्र युद्ध होगा ! जिसमें विश्व के 500 करोड़ से अधिक लोग मारेंगे ! यह आज तक का विश्व का सबसे बड़ा युद्ध होगा ! लगता है जिसमे दूसरे ग्रहों के निवासियों ने भी पृथ्वी पर आकर युद्ध में भाग लेने की तैयारी शुरू कर दी है !
इसी संदर्भ में गंगटोक से एक सूचना प्राप्त हुई है कि कोरोना वायरस काल में भारत-चीन सीमा पर एलियंस द्वारा एयरपोर्ट बनाने की खबर है ! कुछ साल पहले तीन वैज्ञानिकों एनडर्स सैंडबर्ग, एरिक ड्रेक्सलर और टॉड ऑर्ड ने एक शोध किया था ! इसमें सामने आया था कि ब्रह्मांड में मानव जाति से विकसित कई दूसरी बुद्धिमान सभ्यता भी हैं ! खासतौर पर भारत-चीन सीमा को तो एलियंस का एयरपोर्ट भी कहा जाता है ! क्योंकि यहाँ प्राय: एलियंस और यूएफओ देखे जाते हैं !
भारत-चीन सीमा पर स्थित कोंग्का ला दर्रा एक विवादित क्षेत्र है ! बता दें कि चीन इसे हिमालय का अक्साई क्षेत्र मानकर इस पर अपना अधिकार बतलाता है ! जबकि भारत का दावा है कि यह लद्दाख का हिस्सा है ! हालांकि एक समझौते के तहत भारत और चीन दोनों ही देशों की सेना इस जगह पर पेट्रोलिंग नहीं करती ! इसके साथ ही इस जगह पर आम लोगों के आने-जाने पर भी पूर्ण रूप से रोक लगायी गई है !
फिर भी वहां एलियंस का एयरपोर्ट माना जाता है ! इसके आस-पास रहने वाले लोगों ने कई बार दावा किया है कि उन्हें यहां अधिकतर यूएफओ दिखाई देते हैं ! कुछ सालों पहले इस इलाके की एक तस्वीर भी वायरल हुई थी ! जिसमें यूएफओ को दिखाया गया था ! जहाँ पर आजकल एलियंस और यूएफओ की हलचल कभी बढ़ गयी है ! ऐसा इतिहास में प्रायः महायुद्धों के पहले ही होता देखा गया है !
एलियंस और यूएफओ को लेकर कुछ साल पहले लद्दाख सेक्टर में धमचौक के निकट लागनखेल इलाका भी खूब चर्चा में था ! इसके पीछे रीजन था कि लागनखेल में अक्सर आसमान में पीली रोशनी का दिखाई देना ! यह रोशनी आसमान में कुछ देर के लिये नजर आती है और फिर कुछ देर में लुप्त हो जाती है ! इसे लेकर यह दावा भी किया गया था कि यह यूएफओ है जो प्रायः तिब्बत के क्षेत्रों में आते हैं !