केरल की राजधानी तिरुअनन्तपुरम् का नाम वहाँ के प्रसिद्ध अनन्त पद्मनाभ स्वामी मन्दिर के नाम पर पड़ा है ! यह मन्दिर त्रावणकोर के राजाओं के इष्ट भगवान् अनन्त पद्भनाभ यानि भगवान विष्णु का जाग्रत मन्दिर है ! आजकल यह मन्दिर इलेक्ट्रानिक मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है ! कारण है मन्दिर के तहखानों में छिपी सम्पत्ति को सार्वजनिक करने का सुप्रीम कोर्ट का निर्णय भी है ! इस निर्णय के पश्चात् मन्दिर के तहखाने से मिले सोने, चाँदी, हीरे, जवाहरात की कीमत एक लाख करोड़ रूपये आँकी गयी है, जबकि अभी कुछ तहखाने खोले जाने बाकी हैं !
इसी तरह कुछ सत्ताधारीयों की देख रेख में शिरडी साँई, मुम्बई सिद्धिविनायक, वैष्णों देवी, तिरुपति बालाजी, बदरीनाथ, अक्षरधाम मन्दिरों के साथ-साथ धर्म-कार्य करने वाले संतों की सम्पत्ति को भी सरकारी सम्पत्ति घोषित कराने की कुत्सित योजना निरन्तर कार्य रूप ले रही है ! यह सारा हमला हिन्दू धर्म संस्थाओं पर ही क्यों है ? बताया जाता है इस धन से देश का विकास होगा जैसे पूर्व में काला धन ला कर कर रहे थे !