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ब्राह्मण होने का अधिकार सभी को है,जानिये: कोई व्यक्ति कैसे ब्राह्मणत्व को उपलब्ध हो सकता है !

ब्राह्मण होने का अधिकार सभी को है चाहे वह किसी भी जाति, प्रांत या संप्रदाय से हो। अगर साहस है तो ब्राह्मण बन कर दिखाओ | अपने राजनीतिक लाभ के लिए ब्राह्मणों को गाली देना तो बहुत आसान है लेकिन ब्राह्मण के जो सामाजिक,राजनैतिक, धार्मिक, आध्यात्मिक कर्तव्य हैं, उनका निर्वहन …

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पिछले डेढ़ दशक में 2000 के करीब हो चुकी है भारतीय वैज्ञानिको की रहस्यमयी मौतें ! पढ़े ख़बर पढ़े !

आखिर कौन मार देता है भारत के होनहार वैज्ञानिकों को ? भारत विज्ञान के पथ पर आगे बढ़ रहा है, परंतु प्रगति का यह मार्ग लगता है खून से रंगा जा रहा है । पंद्रह वर्षो में देश के उच्च कोटि के वैज्ञानिको व विज्ञान से जुड़ी खोज संस्थाओं में …

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जानिये : दिव्य आध्यात्मिक ऊर्जा के हस्तान्तरण व रूपांतरण किसके द्वारा होता है !

ऊर्जा के हस्तान्तरण के लिए ज्ञान और ईश्वर की कृपा होना आवश्यक है. उदाहरण के लिए बिना जाने विदुत के तार को सीधे पकड़ लिया जाये तो व्यक्ति को करेंट लग कर करंट की क्षमता के अनुसार शारीरिक नुकसान होता है. विद्युतीय करंट उदासीन है , उसका कर्म है केवल …

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कुतुबमीनार वास्तव में हिन्दुओ का विष्णु संतभ है ,पढ़े पूरा इतिहास ,शेयर करें ! Yogesh Mishra

कुतुबुद्दीन ऐबक दुर्दांन्द लुटेरा शहाबुद्दीन मुहम्मद गौरी का अति महत्वाकॉँक्षी सैन्य गुलाम था | उसे बचपन में मुहम्मद गौरी को एक दास के रूप में बेच दिया गया था पृथ्वी राज चौहान द्वारा मोहम्‍मद गोरी को मारे जाने के बाद कुतुबुद्दीन ऐबक ने स्वयं को लाहौर में एक स्वत्रंत शासक …

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भगवान कृष्ण से जुड़े किसी भी मूल ग्रंथ में नहीं मिलता ‘राधा’ का वर्णन ,महत्वपूर्ण लेख जरूर पढ़ें ।

श्रीमद्भा भागवत पुराण में श्रीकृष्ण की बहुत सी लीलाओं का वर्णन है, पर “राधा” का वर्णन कहीं नहीं है। “राधा” का वर्णन मुख्य रूप से “ब्रह्मवैवर्त पुराण” में आया है। जो श्रीकृष्ण के समकालीन वेद व्यास द्वारा लिखित नहीं है | “ब्रह्मवैवर्त पुराण” ब्रह्मखंड के पाँचवें अध्याय में श्लोक 25,26 के अनुसार …

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जानिये । वर्ण व्यवस्था पर क्या कहते है भारतीय शास्त्र । महत्वपूर्ण जानकारी ,जरूर पढ़ें ।

व्यक्ति कर्म से पूजनीय है जन्म से नहीं: वर्ण व्यवस्था हिन्दू धर्म में प्राचीन काल से चले आ रहे सामाजिक गठन का अंग है, जिसमें विभिन्न समुदायों के लोगों के आध्यात्मिक विवेक के आधार पर काम निर्धारित होता था। प्रायः इन लोगों की संतानों के कार्य भी इन्हीं पर निर्भर करते …

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जानिये कैसे आप नकारात्मक ऊर्जा का सकारात्मक आध्यात्मिक ऊर्जा में रूपांतरण कर सकते हैं ?

पूर्व जन्म के संचित कर्मों के कारण हमारे अन्दर जन्म से ही कुछ सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा होती है | जैसे कि ऊर्जा को समाप्त नहीं किया जा सकता, इसलिए हमारे पूर्व जन्म के कर्म, वर्तमान जन्म को हस्तांतरित हो जाते है | कर्मों का यह चक्र तब तक चलता …

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जानिये आध्यात्मिक ऊर्जा क्या है, कैसे कार्य करती है ? और मनुष्य इसे कैसे प्राप्त कर सकता है ?

ऊर्जा अर्थात कार्य सम्पादन की क्षमता | भौतिक विज्ञान के अनुसार पदार्थ का एक गुण है जिसका हस्तांतरण पारस्परिक क्रियाओं द्वारा संभव है, किसी अन्य स्वरुप में रूपांतरण संभव है किन्तु उत्पत्ति और विनाश नहीं किया जा सकता है | जैसे कि हम सभी जानते है इस ब्रह्माण्ड में जिसका …

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”INDIAN” शब्द का वास्तविक अर्थ जानकर ,शर्म से डूब जाएंगे आप । जरूर पढ़ें ।

“Indian” शब्द का अर्थ है हरामी संतान:आपने पढ़ा होगा अंग्रेजोँ के समय मेँ सिनेमाघरोँ और कई सार्वजनिक जगहोँ पर “Dogs and Indians are not allowed”  का बोर्ड लगा रहता था इसी से आप समझ सकते हैँ अंग्रेज के लिये इंडियन्स की क्या वैल्यू थी। लेकिन यदि आप ऑक्सफ़ोर्ड की पुरानी डिक्शनरी …

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मेदिनी ज्योतिष की गणना के अनुसार भारत वर्ष 2047 में पुनः हिंदू राष्ट्र घोषित होगा । योगेश मिश्र

भारत 1971 अघोषित हिंदू राष्ट्र था क्योंकि 1947 में भारत का बटवारा इसी शर्त पर हुआ था कि हिंदू और मुसलमानों की संस्कृति अलग –अलग है अत: हिंदू मुसलमान एक साथ नहीं रह सकते | मुसलमानों के लिए हिंदुस्तान का एक अंग काट कर पाकिस्तान के नाम पर दे दिया …

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