sanatangyanpeeth

जानिए ! मृत्यु के बाद क्या होता है । इस संदर्भ मे क्या कहते है भारतीय शस्त्र । Yogesh Mishra

मौत के बाद क्या होता है? ‘न तो यह शरीर तुम्हारा है और न ही तुम इस शरीर के हो। यह शरीर पांच तत्वों से बना है- अग्नि, जल, वायु, पृथ्वी और आकाश। एक दिन यह शरीर इन्हीं पांच तत्वों में विलीन हो जाएगा।’-ऐसा भगवान कृष्ण ने भागवत गीता में …

Read More »

जानिए ! विवाह के पूर्व कुंडली मिलान क्यों करना चाहिए । Yogesh Mishra

कुंडली मिलाप क्यों संभावित दूल्हा और दुल्हन के मध्य संवादिता सुनिश्चित करने के लिये उनकी कुडली का मिलान करना ही एक विकल्प है। विवाह के बाद युगल एक दूसरे को प्रभावित करते हैं। एक बार विवाह हो जाये उसके पश्चात उनकी कुडली जीवन भर के लिये उनके भविष्य और जीवनप्रणली …

Read More »

जानिए ! शिव आराधना कब और कैसे करें । क्या है इसका महत्व Yogesh Mishra

शिव आराधना कब और कैसे करें राहु सता रहा हो, मारकेश चल रहा हो, मृत्यु तुल्य कष्ट हो,विवाह न हो रहा हो, विवाह हो गया और विवाह में परेशानियां हो, मन अशान्त हो, मानसिक परेशानी हो, आर्थिक दिक्कत हो, समाज में सम्मान न मिल रहा हो तो शिव पूजा के …

Read More »

समझिये । भविष्य जानने के लिए कुंडली मे कारक ग्रहों की क्या भूमिका है । Yogesh Mishra

भविष्य कथन में कारक ग्रहों की भूमिका फलादेश करते समय कौन ग्रह कहाँ बैठा है इसकी मदद से भविष्यवाणियों तो की ही जाती है किन्तु सटीक भविष्य कथन करने के लिये भावों के कारक स्वामियों की स्थिती पर भी विचार आवश्यक है । कारक ग्रह विचार फलादेश की सबसे महत्‍वपूर्ण …

Read More »

जानिए ! गुरु मंत्र क्या है और कैसे काम करता है। Yogesh Mishra

प्रत्येक व्यक्ति के जन्म के समय अलग-अलग ग्रहीय ऊर्जायें पृथ्वी पर रहती हैं, जिनके प्रभाव से व्यक्ति जीवन भर प्रभावित होता है | इन ग्रहीय ऊर्जाओं का असंतुलन व्यक्ति के ओरा को क्षति पहुँचाते रहते हैं , जिससे व्यक्ति को आर्थिक,शारीरिक तथा दैविक कष्ट प्राप्त होते हैं | योग्य गुरु …

Read More »

वैदिक ‘पंचांग’ को विस्तार से समझें , क्यों केवल वैदिक ‘पंचांग’ ही सही है ? Yogesh Mishra

वैदिक ‘पंचांग’ ही सही है हिंदू पंचांग की उत्पत्ति वैदिक काल में ही हो चुकी थी। सूर्य को जगत की आत्मा मानकर उक्त काल में सूर्य व नक्षत्र सिद्धांत पर आधारित पंचांग होता था। वैदिक काल के पश्चात् आर्यभट, वराहमिहिर, भास्कर आदि जैसे खगोलशास्त्रियों ने पंचांग को विकसित कर उसमें …

Read More »

जानिए ! मंत्रो की शक्ति का वैज्ञानिक आधार पर विशलेषण कितना सटीक है । Yogesh Mishra

मंत्र शक्ति का वैज्ञानिक विशलेषण मंत्र ध्वनि-विज्ञान का सूक्ष्मतम विज्ञान है मंत्र-शरीर के अन्दर से सूक्ष्म ध्वनि को विशिष्ट तरंगों में बदल कर ब्रह्मांड में प्रवाहित करने की क्रिया है जिससे बड़े-बड़े कार्य किये जा सकते हैं… प्रत्येक अक्षर का विशेष महत्व और विशेष अर्थ होता है.. प्रत्येक अक्षर के …

Read More »

जानिए ! स्वास्तिक को शुभ का प्रतीक क्यों माना जाता है क्या है स्वस्तिक का अर्थ ?। Yogesh Mishra

स्वास्तिक शुभ का प्रतीक स्वास्तिक अत्यन्त प्राचीन काल से भारतीय संस्कृति में मंगल प्रतीक माना जाता रहा है। इसीलिए किसी भी शुभकार्य को करने से पहले स्वस्तिक चिह्व अंकित करके उसका पूजन किया जाताहै। स्वस्तिक शब्द सु+अस+क से बना है। ’सु’ का अर्थ अच्छा, ’अस’ का अर्थ ’सत्ता’ या ’अस्तित्व’ …

Read More »

जानिए ! सृष्टि की उत्पत्ति का रचना क्रम ज्ञानवर्धक लेख ।Yogesh Mishra

आदि में जब एकमात्र परमात्मा ही थे, तब तो केवल प्रभाव ही प्रभाव था। उसके बाद परमात्मा ने अपने में से ही ‘आत्म’ शब्द को ज्योति रूपा शक्ति तथा उसको प्रभाव से युक्त करते हुये प्रकट करते हुए पृथक कर दिया। जिससे ज्योति रूपा शक्ति ने पृथक होकर अपने सूक्ष्म …

Read More »

जानिए ! कलेंडर की गणना क्यों गलत है । Yogesh Mishra

कलेंडर की गणना गलत है 200 सालों तक तो इसी बात पर यूरोप में युद्ध चलता रहा कि नया वर्ष 25 दिसंबर को मानें या 1 जनवरी को, अर्थात काल के नियमों से ऊपर थी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा| इस पद्धति में समय का केन्द्र बिंदु है इंग्लैंड में स्थित ग्रीनविच, जो …

Read More »