Tag Archives: rajiv dixit

जानिये भाग्य ऊर्जा के लिये पयोधि मणि कैसे कार्य करती है Yogesh Mishra

मणि कोई हीरा, पन्ना, माणिक आदि पत्थर नहीं है । मणि में छिपे हुये सूक्ष्म शक्ति ही उसकी पहचान है ! जिसको परखना इतना सहज नहीं । हमारे ऋषियों, मुनियों, मनीषियों ने मणियों की इस दिव्य ऊर्जा को पहचान लिया था और उसका मनुष्य के लिए कैसे उपयोग किया जा …

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जानिये राजनीति से अपराधीकरण ख़त्म क्यों नहीं होता है !! Yogesh Mishra

हमारे देश के सांसदों की माली हालत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज दोनों सदनों के सांसदों की घोषित संपत्ति दस हजार करोड़ रुपये (एक खरब) से अधिक है ! चुनाव आयोग के अनुसार, वर्तमान लोकसभा के पांच सौ तैंतालीस में से तीन सौ पचास …

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राजीव दीक्षित की विचारधारा के अनुरूप राष्ट्र खड़ा क्यों नहीं हो पा रहा है ! Yogesh Mishra

निसंदेह राजीव दीक्षित का चिंतन और उनकी विचारधारा राष्ट्र को एक सशक्त स्वरूप में खड़ा कर सकती है ! राष्ट्र के नागरिकों का आहार-विहार-विचार जो आज दूषित है, यही राष्ट्र के पतन का कारण है ! जिसे निरंतर राजीव दीक्षित ने अपने जीवित रहते इंगित किया था ! आज उनके …

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आखिर हिंदुओं की सरेआम हत्या कब तक होगी ? Yogesh Mishra

भारत के तथाकथित “राष्ट्रवादी” सामाजिक और राजनैतिक संगठनों का पूर्व के सत्ताधीश राजनीतिक दल पर यह आरोप था कि उस राजनीतिक दल का संसदीय मुखिया “कुछ बोलता ही नहीं” और राजनैतिक मुखिया क्योंकि “विदेशी पृष्ठभूमि” का है ! अतः उसका भारत राष्ट्र के साथ कोई संवेदनात्मक संबंध नहीं है ! …

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आखिर इन “हिन्दू गौ रक्षकों” से खतरा किसको है ? Yogesh Mishra

देश के प्रधानमंत्री ने दो टूक निर्देश देते हुए राज्य सरकारों को यह कहा है कि “यदि गौरक्षा के नाम पर कोई भी व्यक्ति देश की कानून व्यवस्था अपने हाथ में लेता है, तो उसके विरुद्ध “सख्त से सख्त कार्यवाही” की जाये !” स्वागत है प्रधानमंत्री के इस राष्ट्रप्रेमी राजनैतिक …

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आखिर गौरक्षकों की जरूरत पड़ती ही क्यों है ? Yogesh Mishra

हमारे देश के प्रधानमंत्री समय-समय पर गौरक्षकों को अच्छे व्यवहार की नसीहत देते रहते हैं, पर कभी यह नहीं कहते कि “गौ तस्करी करने वाले अपराधी हैं और इनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जानी चाहिये” या भारत में अब वधशालाओं पर स्थापना या आधुनिकीकरण के नाम पर दी जाने वाली …

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अदृश्य विश्वव्यापी षड्यंत्र और हमारी अर्थव्यवस्था | Yogesh Mishra

ब्रिटिश सेनापति “रोबर्ट क्लाइव” ने बंगाल का नवाब “सिराजुद्दोला” के सेनापति “मीर जाफ़र” को अपनी तरफ मिला कर 1757 में “पलासी का युद्ध” जीत कर भारतवर्ष में ब्रिटिश साम्राज्य की नीव डाल दी थी ! इसके बाद भारत के लूट का दौर शुरू हुआ ! पानी के जहाज में भर-भर …

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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस बनाम ॠषियों का योग | Yogesh Mishra

21 जून को लखनऊ में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियां बड़े जोरों पर है ! ऐसी सूचना है कि भारत के माननीय प्रधानमंत्री तथा उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री तथाकथित अंतर्राष्ट्रीय स्वयंभू योगा गुरु के साथ योग नहीं योगा करेंगे ! राष्ट्रवादी संगठन के कार्यकर्ता पर्चियां और टिकट लेकर गली-गली …

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अधिवक्तृता” नहीं राष्ट्र हित में “निष्पक्ष विश्लेषण” कीजिये ! Yogesh Mishra

आजकल प्रायः देखा जाता है कि जब किसी “व्यक्ति” या “घटना” के संदर्भ में कोई सूचना समाज को प्राप्त होती है तो समाज सीधा-सीधा दो हिस्सों में बंट जाता है ! एक वर्ग उस व्यक्ति या घटना के पक्ष में खड़ा हो जाता है और दूसरा वर्ग उसके विपक्ष में …

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“अवसाद” (डिप्रेशन) का ज्योतिषी के पास कोई इलाज नहीं है ! Yogesh Mishra

ग्रह दोष के कारण किसी व्यक्ति का अप्रत्याशित समस्याओं में फंस जाना एक अलग विषय है ! और अप्रत्याशित समस्याओं के आ जाने के कारण अवसाद अर्थात डिप्रेशन में चला जाना एक दूसरा विषय है ! प्रायः लोग इन दोनों को एक साथ जोड़ कर देखते हैं और अवसाद अर्थात …

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