Tag Archives: astrology

भारत में कोई आंदोलन क्यों नहीं खड़ा होता है ? Yogesh Mishra

सभी जानते हैं कि जर्मन, फ्रांस, रूस, चीन, अमेरिका, ब्रिटेन आदि का इतिहास खूनी क्रांतियों पर टिका है ! किंतु भारत एक ऐसा देश है जहां पर हर तरह का आभाव व अत्याचार सहने के बाद भी कोई आन्दोलन खड़ा नहीं होता है ! इसका अगर गहराई से विश्लेषण किया …

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आखिर स्वार्थ और शिक्षा के कारण भारत का मारा हुआ समाज कैसे पुनर्जीवित होगा ! Yogesh Mishra

मेरे पड़ोस में एक सुन्दर सी छोटी बच्ची थी ! पता चला कि उसकी कुछ दरिंदों ने हत्या कर दी है ! पुलिस को उस बच्ची की लाश मिल गई है ! पंचनामा के बाद लाश पोस्टमार्टम के लिये जाना है ! पुलिस ने पंचनामा तैयार कर लिया है ! …

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लार्ड मैकाले ने नहीं लार्ड चार्ल्स मेटकॉफ़ ने रखी थी भारत के बर्बादी नीव | Yogesh Mishra

कार्यवाहक गर्वनर-जनरल लार्ड चार्ल्स मैटकाफ़ 1835 से 1836 ई. भारत के गवर्नर-जनरल रहे थे ! इन्हें भारतीय प्रेस का मुक्तिदाता कहा जाता है, क्योंकि इन्होंने भारत में समाचार पत्रों पर लगे प्रतिबंधों को समाप्त कर दिया था ! लेकिन एक बात इनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं कि …

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क्या राष्ट्र निर्माण के लिये सुअरों की तरह बच्चे पैदा करना जरुरी है ! Yogesh Mishra

विदेश षड्यंत्र कारियों के इशारे पर आजकल एक नारा लगाया जा रहा है ! “जिसकी जितनी आबादी सत्ता में उतनी भागीदारी” ! अब प्रश्न यह है कि क्या समाज में यदि कोई व्यक्ति राष्ट्रहित का चिंतन करते हुए अपने परिवार को उच्च शिक्षा, अच्छे संस्कार और संयमित संसाधन उपलब्ध कराने …

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भारतीय संविधान के अनुसार भारत के 98% राजनीतिज्ञ चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं रखते हैं ! Yogesh Mishra

भारत के संविधान के अनुच्छेद 326 के अनुसार भारत के नागरिक के मतदाता होने की कुछ निर्धारित शर्तें हैं ! जैसे कि मतदाता को 18 वर्ष से अधिक आयु का होना चाहिये ! उसे भारत का नागरिक होना चाहिये साथ ही वह पागल, अपराधी, भ्रष्ट या अवैध आचरण करने वाला …

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क्या भारत में मनोरोगी (पागल) भी सदन का सदस्य हो सकता है ? Yogesh Mishra

भारतीय चुनाव आयोग भारत में दो तरह के चुनाव नियंत्रित करती है ! पहला लोकसभा और दूसरा राज्यों की विधानसभा के चुनाव ! इन चुनावों को लड़ने के लिए चुनाव प्रत्याशियों का भारत का नागरिक होना आवश्यक है ! इसके साथ ही वह व्यक्ति जो चुनाव प्रत्याशी के रूप में …

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क्या आप जानते है ? प्रधानमंत्री का चुनाव रैलियों में जाना संविधान विरुद्ध है !! Yogesh Mishra

“हमारे खर्चे पर ही हमको हरवाने के लिये आते हैं प्रधानमंत्री” – एक जन प्रतिनिधि चुनाव प्रत्याशी की व्यथा कथा जैसा कि भारतीय संविधान की व्यवस्था है कि भारत का प्रधानमंत्री भारत की कार्यपालिका का प्रमुख होने के नाते भारतीय संविधान के अनुसूची 3 के अनुसार यह शपथ लेता है …

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लोकतंत्र का हत्यारा है “व्हिप” का काला कानून | Yogesh

यह देश की पुनः गुलामी का कारण बनेगा !! राजीव गांधी ने 1985 में इसा काला कानून बनाया कि हमारे लोकतंत्र का प्रत्याशी हमेशा-हमेशा के लिए पोलिटिकल पार्टियों की गुलामी करने के लिये मजबूर हो गया ! सन 1600 में ब्रिटेन से एक कंपनी निकली थी ! जिसने भारत को …

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राष्ट्रीय फूल नहीं हो सकता किसी राजनीतिक दल का चुनाव चिह्न Yogesh Mishra

खुले आम हो रहा है राष्ट्रीय प्रतीक अधिनियम 1950 का उलंघन ! राष्ट्रीय प्रतीक अधिनियम 1950 के अंतर्गत विधि के अनुसार भारत में 16 राष्ट्रीय प्रतीकों को मान्यता दी गई है ! जो कि निम्न हैं :- 1 राष्‍ट्रीय ध्‍वज 2 राष्ट्रभाषा 3 राष्‍ट्रीय पक्षी 4 राष्‍ट्रीय पुष्‍प 5 राष्‍ट्रीय …

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प्राचीन काल की अलौकिक जातियां देव, दैत्य, दानव, राक्षस, यक्ष, किन्नर, आदि का रहस्य ! Yogesh Mishra

वर्तमान में वर्ण (रंग) को भी जाति ही समझा जाता है ! किताबों में या डिक्शनरी में जाति शब्द को कई अन्य शब्दों से संयुक्त करके दर्शाया जाता है जिसके चलते समाज में भ्रम की स्थिति है ! आजकल जाति कहने से जातिवाद समझ में आता है, लेकिन हम यहां …

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