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क्या राष्ट्र निर्माण के लिये सुअरों की तरह बच्चे पैदा करना जरुरी है ! Yogesh Mishra

विदेश षड्यंत्र कारियों के इशारे पर आजकल एक नारा लगाया जा रहा है ! “जिसकी जितनी आबादी सत्ता में उतनी भागीदारी” ! अब प्रश्न यह है कि क्या समाज में यदि कोई व्यक्ति राष्ट्रहित का चिंतन करते हुए अपने परिवार को उच्च शिक्षा, अच्छे संस्कार और संयमित संसाधन उपलब्ध कराने …

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भारतीय संविधान के अनुसार भारत के 98% राजनीतिज्ञ चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं रखते हैं ! Yogesh Mishra

भारत के संविधान के अनुच्छेद 326 के अनुसार भारत के नागरिक के मतदाता होने की कुछ निर्धारित शर्तें हैं ! जैसे कि मतदाता को 18 वर्ष से अधिक आयु का होना चाहिये ! उसे भारत का नागरिक होना चाहिये साथ ही वह पागल, अपराधी, भ्रष्ट या अवैध आचरण करने वाला …

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क्या भारत में मनोरोगी (पागल) भी सदन का सदस्य हो सकता है ? Yogesh Mishra

भारतीय चुनाव आयोग भारत में दो तरह के चुनाव नियंत्रित करती है ! पहला लोकसभा और दूसरा राज्यों की विधानसभा के चुनाव ! इन चुनावों को लड़ने के लिए चुनाव प्रत्याशियों का भारत का नागरिक होना आवश्यक है ! इसके साथ ही वह व्यक्ति जो चुनाव प्रत्याशी के रूप में …

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क्या आप जानते है ? प्रधानमंत्री का चुनाव रैलियों में जाना संविधान विरुद्ध है !! Yogesh Mishra

“हमारे खर्चे पर ही हमको हरवाने के लिये आते हैं प्रधानमंत्री” – एक जन प्रतिनिधि चुनाव प्रत्याशी की व्यथा कथा जैसा कि भारतीय संविधान की व्यवस्था है कि भारत का प्रधानमंत्री भारत की कार्यपालिका का प्रमुख होने के नाते भारतीय संविधान के अनुसूची 3 के अनुसार यह शपथ लेता है …

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लोकतंत्र का हत्यारा है “व्हिप” का काला कानून | Yogesh

यह देश की पुनः गुलामी का कारण बनेगा !! राजीव गांधी ने 1985 में इसा काला कानून बनाया कि हमारे लोकतंत्र का प्रत्याशी हमेशा-हमेशा के लिए पोलिटिकल पार्टियों की गुलामी करने के लिये मजबूर हो गया ! सन 1600 में ब्रिटेन से एक कंपनी निकली थी ! जिसने भारत को …

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राष्ट्रीय फूल नहीं हो सकता किसी राजनीतिक दल का चुनाव चिह्न Yogesh Mishra

खुले आम हो रहा है राष्ट्रीय प्रतीक अधिनियम 1950 का उलंघन ! राष्ट्रीय प्रतीक अधिनियम 1950 के अंतर्गत विधि के अनुसार भारत में 16 राष्ट्रीय प्रतीकों को मान्यता दी गई है ! जो कि निम्न हैं :- 1 राष्‍ट्रीय ध्‍वज 2 राष्ट्रभाषा 3 राष्‍ट्रीय पक्षी 4 राष्‍ट्रीय पुष्‍प 5 राष्‍ट्रीय …

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प्राचीन काल की अलौकिक जातियां देव, दैत्य, दानव, राक्षस, यक्ष, किन्नर, आदि का रहस्य ! Yogesh Mishra

वर्तमान में वर्ण (रंग) को भी जाति ही समझा जाता है ! किताबों में या डिक्शनरी में जाति शब्द को कई अन्य शब्दों से संयुक्त करके दर्शाया जाता है जिसके चलते समाज में भ्रम की स्थिति है ! आजकल जाति कहने से जातिवाद समझ में आता है, लेकिन हम यहां …

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त्रेता का भारत और द्वापर का भारत में क्या है अंतर अवश्य पढ़े | Yogesh Mishra

महाराज रामचंद्र के समय से जब हम धर्मराज युधिष्ठिर के समय को मिलाते हैं तो देश की हर एक बातों में बड़ा अंतर पाते हैं ! यद्यपि युधिष्ठिर धर्म के अवतार माने गए हैं ! सत्‍य और साधुता आदि सद्गुणों का चित्र उनके चरित्र में व्‍यासदेव ने भरपूर उतारा है …

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पढ़िये क्या है ।। श्री भृगु संहिता सर्वारिष्ट निवारण स्तोत्र ।। Yogesh Mishra

श्री भृगु ऋषि द्वारा रचित सर्वारिष्ट निवारण स्तोत्र प्रायः सभी स्त्रोत में सर्वोत्तम है! इस स्त्रोत के पठन मात्र से व्यक्ति अपनी कुंडली में उपस्थित किसी भी प्रकार का ग्रह दोष या फिर भूत-प्रेत और शत्रुओ का डर ही क्यों न हो सम्पूर्ण विजय प्रदान करने वाला है। इस स्तोत्र …

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चुनावी घोषणापत्र पर हो जवाबदेही सुनिश्चित होनी चाहिये !! Yogesh Mishra

हमारे देश में, चुनावी घोषणापत्रों को सचमुच कोई नहीं पढ़ता है ! घोषणापत्र मतदाताओं को बमुश्किल ही प्रभावित कर पाते हैं या राजनीतिक दलों के लिए वोट जुटा पाते हैं ! इसके बजाय यह कहना उचित होगा कि यह एक राजनैतिक बौद्धिक या वैचारिक कसरत से अधिक कुछ नहीं है …

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