Untold Facts

धर्म ग्रंथों में सम्भोग का अर्थ सैक्स नहीं है ! : Yogesh Mishra

गीता प्रेस के संक्षिप्त देवी भाष्य के आधार पर आधारित एक पुस्तक जिसका कि नाम गीता आगे स्पष्ट है उसमें यह लिखा गया की ब्रह्मा जी ने अपनी बेटी सरस्वती के साथ संभोग अर्थात सेक्स करने की इच्छा रखी थी जिस पर वहां के कुछ सनातन धर्म को आपत्ति हुई …

Read More »

जानिए भारत का विनाश क्यों हुआ : Yogesh Mishra

क्या आपने सोचा कभी है कि जब भारत के लूट की दौलत और तकनीकि की चोरी से योरोप में औद्योगिक क्रांति संभव है ! तो भारत में यूरोप की तरह कोई औद्योगिक क्रांति क्यों नहीं हो सकी और क्यों भारत ऐतिहासिक रूप से महान होने के बाद भी यूरोप से …

Read More »

तक्षशिला विश्व का पहला विश्वविद्यालय : Yogesh Mishra

प्राचीन भारत में गांधार देश की राजधानी और शिक्षा का प्रमुख केन्द्र आर्यावर्त की शान कहा जाने वाला विश्व का सर्वप्रथम तक्षशिला विश्वविद्यालय वर्तमान पाकिस्तान की राजधानी रावलपिण्डी से 18 मील उत्तर की ओर स्थित था ! जिस नगर में यह विश्वविद्यालय था ! उसके बारे में कहा जाता है …

Read More »

विवेक चूड़ामणि ग्रन्थ का आध्यात्मिक रहस्य : Yogesh Mishra

विवेकचूडामणि आदि शंकराचार्य द्वारा संस्कृत भाषा में रचित प्रसिद्ध ग्रन्थ है ! जिसमें अद्वैत वेदान्त का निर्वचन किया गया है ! इसमें ब्रह्मनिष्ठा का महत्त्व, ज्ञानोपलब्धि का उपाय, प्रश्न-निरूपण, आत्मज्ञान का महत्त्व, पंचप्राण, आत्म-निरूपण, मुक्ति कैसे होगी ! आत्मज्ञान का फल आदि तत्त्वज्ञान के विभिन्न विषयों का अत्यन्त सुन्दर निरूपण …

Read More »

विश्व वैदिक संस्कृति के विकास में सरस्वती नदी का योगदान : Yogesh Mishra

सरस्वती नदी पौराणिक हिन्दु ग्रंथों तथा ऋग्वेद में वर्णित मुख्य नदियों में से एक है ! ऋग्वेद के नदी सूक्त के एक श्लोक (10.75 ) में सरस्वती नदी को यमुना के पूर्व और सतलुज के पश्चिम में बहती हुए बताया गया है ! उत्तर वैदिक ग्रंथों जैसे ताण्डय और जैमिनिय …

Read More »

आधुनिक संस्कृत व्याकरण के रचयिता मात्र पाणिनि नहीं थे ! : Yogesh Mishra

आज संस्कृत भाषा के विषय में हमारे पास कई मिथ्या सूचनायें हैं ! उनमें से सब से प्रसिद्ध सूचना यह है कि संस्कृत भाषा के व्याकरणकर्ता कौन थे ? यदि कोई आप से कहे कि महर्षि पाणिनि संस्कृत के व्याकरण रचयिता है तो आप समझ सकते हैं कि वह व्यक्ति …

Read More »

इंदिरा गाँधी द्वारा लगाये गये आपातकाल की अच्छाइयाँ : Yogesh Mishra

26 जून 1975 की सुबह तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने रेडियो पर आपातकाल की घोषणा करते हुये पूरा देश को चौंका दिया ! उन्होंने राष्ट्र को समबोधित करते हुये बतलाया कि 25 जून 1975 की आधी रात से देश में आपातकाल लागू होगया है ! जो कि बाद में तीन …

Read More »

कर्म, भाग्य और ज्योतिष का आपसी सम्बन्ध ! : Yogesh Mishra

कर्म, मनुष्य का परमधर्म है ! पूरी गीता ही निष्काम कर्म योग का ही शास्त्र है ! कर्म ही व्यक्ति को बंधन में बांधता है ! व्यक्ति का जन्म और मरण, उसके कर्मों के अनुसार होता है ! व्यक्ति का पुनर्जन्म कब, कहां, किस योनि में, किस कुल में होगा …

Read More »

औद्योगिक क्रान्ति ही विश्व के सर्वनाश का कारण है ! : Yogesh Mishra

भारत को लूटने के बाद ब्रिटेन और बाद में यूरोप में वर्ष 1780 से 1820 के बीच हुये प्रचंड औद्योगिक प्रगति के फलस्वरूप सामाजिक, आर्थिक, राजनितिक तथा वैचारिक क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन हुये ! इसका प्रभाव इंग्लैण्ड तक ही सिमित नहीं रहकर यूरोप के अन्य देशों पर भी पड़ा ! …

Read More »

वह श्राप जिन्होंने सनातन संस्कृति का इतिहास बदल दिया ! : Yogesh Mishra

श्राप हिन्दू मान्यताओ के अनुसार यह वह नकारात्मक आध्यात्मिक शक्ति है ! जिसे वर्षो की साधक द्वारा कमाया जाता तो है ! पर क्रोध में आकर दूसरे का अनिष्ट करने के लिये क्षण भर में नष्ट कर देता है ! आज के तकनीकी के लिहाज़ से देखे तो मान लीजिये …

Read More »