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मानव बलि कभी सम्पूर्ण विश्व में धार्मिक अनुष्ठान का अंग था ! Yogesh Mishra

किसी धार्मिक अनुष्ठान के भाग (अनुष्ठान हत्या) के रूप में किसी मानव की हत्या करने को “मानव बलि” कहते हैं ! महाभारत के अनुसार हिडिंब नामक एक राक्षस था, जो अपनी बहन हिडिंबा के साथ वन में रहा करता था ! उसकी बहन हिडिंबा काली माता की भक्त थी और …

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“लक्ष्मण रेखा” की कहानी बंगाल के कथावाचकों की देन है ! Yogesh Mishra

वाल्मीकीय रामायण में और तुलसीदासकृत रामचरितमानस सीताहरण का विस्तृत विवरण मिलता है । संबंधित कथा अरण्यकांड में उपलब्ध है । सीता का लक्ष्मण द्वारा समझाये जाने और फिर उनका रावण के साथ संपन्न वार्तालाप का प्रकरण 45वें से 49वें सर्ग में कुल 192 श्लोकों के माध्यम से वर्णित है । …

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भारत की सभ्यता और संस्कृति गंगा के किनारे नहीं बल्कि सरस्वती नदी के किनारे पनपी थी ! | Yogesh Mishra

वैदिक काल में सरस्वती की बड़ी महिमा थी और इसे ‘परम पवित्र’ नदी माना जाता था, क्यों कि इसके तट के पास रह कर तथा इसी नदी के पानी का सेवन करते हुए ऋषियों ने वैदिक ज्ञान का विस्तार किया था । इसी कारण सरस्वती को विद्या और ज्ञान की …

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धर्मान्तरण का हिस्सा है “ब्राह्मण विरोध” | Yogesh Mishra

धर्मांतरण करवाने वाले यह अच्छी तरह से जानते हैं कि जब तक भारत में ब्राह्मणों का सम्मान रहेगा, तब तक यह धर्मांतरण करवाने वाले लोगों के षडयंत्र सफल नहीं होंगे ! क्योंकि भारत के अंदर कोई भी ऐसा सनातन हिंदू धर्म परिवार नहीं है, जिसका किसी न किसी ब्राह्मण संपर्क …

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श्रीभागवतानंद ने रचा था “श्रीराम तांडव स्तोत्रम्” : Yogesh Mishra

श्रीराम तांडव स्तोत्रम् कहने को तो “तांडव” शब्द शैव उपासकों का शब्द है ! पर इसे वैष्णव श्री भगवान श्री राम के लिये भी एक भक्त ने प्रयोग किया है ! “राम तांडव स्तोत्र” संस्कृत के राम कथानक पर आधारित महाकाव्य “श्रीराघवेंद्रचरितम्” से उद्धृत है। इसमें प्रमाणिका छंद के बारह …

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जानिये क्या ईश्वर दुखियों की उत्पत्ति है ! Yogesh Mishra

आखिर दुखियों को ही क्यों मिलता है भगवान !! या दूसरे शब्दों में सुख की कमाना ही व्यक्ति को भक्त बनती है !! सुख प्राप्त करना हर व्यक्ति की प्रथम आवश्यकता है ! वह सुख चाहे शरीर के संबंध में हो, धन के संबंध में हो, कुल-वंश प्रतिष्ठा के संबंध …

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जानिये ब्रह्मास्मि क्रिया योग साधना के लाभ | Yogesh Mishra

आदि गुरु शंकराचार्य भगवान् शंकर के साक्षात् अवतार थे ! ये भारत के एक महान दार्शनिक एवं धर्मप्रवर्तक थे ! उन्होने अद्वैत वेदान्त को ठोस आधार स्वरूप प्रदान किया था ! उन्होने सनातन धर्म की विविध विचारधाराओं का एकीकरण किया ! उपनिषदों और वेदांतसूत्रों पर लिखी हुई इनकी टीकाएँ बहुत …

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जानिये ब्रह्मास्मि क्रिया योग साधना हमें कैसे समस्याओं से मुक्त करती है ! Yogesh Mishra

हमें बताया जाता है कि ध्यान करते वक्त बहुत से सावधानियों की आवश्यकता होती है ! यदि व्यक्ति सावधानियों का पालन नहीं करता है तो उसका मानसिक संतुलन खराब हो सकता है ! यहां तक की कभी-कभी ध्यान प्रक्रिया में असावधानी के कारण व्यक्ति की मृत्यु हो सकती है ! …

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जानिये ब्रह्मास्मि क्रिया योग साधना पूर्णतय: सात्विक उपासना है ! Yogesh Mishra

प्रकृति से सहयोग लेने के दो तरीके हैं ! पहला प्रकृति से आग्रह अर्थात प्रार्थना या अनुष्ठान आदि करके प्रकृति से सहयोग लेना और दूसरा तरीका है तंत्र आदि का प्रयोग करके जबरदस्ती प्रकृति से सहयोग करवा लेना ! पहली पद्धति में जब व्यक्ति प्रार्थना, अनुष्ठान आदि करके प्रकृति से …

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जानिये ब्रह्मास्मि क्रिया योग साधक को शमशान साधना की जरुरत नहीं है ! Yogesh Mishra

शमशान साधना व्यक्ति का आध्यात्मिक पतन करती है ! बामा खेपा, तारापीठ आदि अनेक ऊर्जायें श्मशान में रहती हैं और तामसी शक्तिओं की आराधना करने वाले साधक सामान्यतः श्मशान में ही रह कर इनकी आराधन करके अपना कार्य बनते हैं ! इन्हीं तामसी शक्तियों को प्रायः भूत, प्रेत, योगिनिया, पिसाचनियां …

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