जानिये क्यों अब भविष्य के नेता भी ईमानदार होंगे : Yogesh Mishra

राजनीति का नाम लेते ही मन में यह भाव पैदा होता है कि राजनीति धूर्त व्यक्तियों का विषय है ! इसमें सीधे, सच्चे, ईमानदार, राष्ट्रभक्त और समर्पित व्यक्तियों का कोई स्कोप नहीं है किन्तु निकट भविष्य में भारत ही नहीं सम्पूर्ण विश्व में राजनीति का स्वरूप बहुत तेजी से बदलने जा रहा है ! अब धूर्त, बेईमान नहीं बल्कि ईमानदार और कर्तव्य निष्ठ व्यक्तियों को ही राजनीति में पसंद किया जायेगा और इसका सबसे बड़ा कारण है ! बढ़ती हुई सूचना तकनीकि और सूचनाओं का डिज़टलाईजेशन !

अर्थात मेरे कहने का तात्पर्य यह है कि जितना विश्व में सूचना तकनीकि का विकास होगा ! विश्व की राजनीति उतनी ही साफ-सुथरी होगी ! नयी विश्व सत्ता की व्यवस्था के अंतर्गत अब विश्व में बहुत जल्द ही निकट भविष्य में लोकतंत्र समाप्त हो जायेगा और विश्व में एक केंद्रीय सत्ता होगी ! जो समस्त पृथ्वी के सभी नागरिकों को कम्पयूटर की कृतिम बुद्धि (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) द्वारा संचालित करेगी !

व्यक्ति के पास न तो कोई बैंक होगा और न ही कोई निजी संपत्ति होगी ! व्यक्ति की शिक्षा का स्तर भी बहुत सामान्य होगा ! व्यक्ति का संपूर्ण संचालन एक यांत्रिक मशीन की तरह होगा ! जिसमें विश्व सत्ता द्वारा दिये गये दिशा निर्देशों का अनुपालन करना होगा ! ऐसी स्थिति में राजनीतिज्ञों के नियंत्रण में बहुत कुछ नहीं रह जायेगा और जब राजनीतिज्ञों के नियंत्रण में निर्णय लेने की शक्तियां ही नहीं रह जायेंगी ! तब उस स्थिति में विश्व के सभी देशों में राजनीति में अच्छी छवि के ईमानदार लोगों का प्रवेश होगा !

क्योंकि वहां पर सब कुछ किसी अन्य विश्व सत्ता के नियंत्रण में होगा ! अत: धूर्ततों का कोई सपोर्टर नहीं होगा ! आखिरकार विश्व सत्ता चलने वालों को भी तो ईमानदार और समर्पित नौकर चाहिये जिन्हें हम प्रधानमंत्री नहीं बल्कि राष्ट्रीय प्रधान सेवक कहेंगे !

सब कुछ कम्प्यूटराइज और डिजिटल होगा ! अत: बेईमानी की गुंजाईश ही ख़त्म हो जायेगी ! तथाकथित राजनीतिज्ञों की हर बात की विश्व सत्ता के समक्ष जवाबदेही होगी और गलती की सजा पदच्युति ही नहीं बल्कि सीधा इनजेक्शन द्वारा मौत होगी ! अत: देश का प्रधान सेवक भी बेईमानी की सोच भी नहीं सकेगा !

जब किसी के पास विश्व में कोई निजी सम्पत्ति ही नहीं होगी तो यदि कोई बेईमानी कर भी लेगा तो उस बेईमानी के धन का करेगा क्या ! जब धरती पर किसी का कोई भी गुप्त बैंक खाता ही नहीं है और वह कोई भी निजी सम्पत्ति खरीद ही नहीं सकता है ! तो बेईमानी के धन का करेगा क्या !

धन छोड़िये आने वाले युग में आपका अपनी संतानों पर भी कोई अधिकार नहीं होगा और न ही किसी संतान को कोई पैतृक सम्पत्ति मिलेगी ! क्योंकि विश्व की सभी सम्पत्ति विश्व सत्ता के नियंत्रण में होगी ! न कि किसी व्यक्ति विशेष के !

दुनियां में सभी लोगों की आवश्यकता विश्व सत्ता उस व्यक्ति की उपयोगिता के अनुरूप पूरी करेगी ! और बदले में हर व्यक्ति की आवश्यक आवश्यकता विश्व सत्ता पूरी करेगी ! जैसे रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा, स्वस्थ्य, मनोरंजन आदि आदि !

उस समय न कोई धर्म होगा ! न कोई परिवार होगा ! सभी जगह स्वतन्त्र यौनाचार होगा ! किसी को कुछ भी संग्रहित करने का अधिकार नहीं होगा ! सारे निर्णय स्वयं कंप्यूटर लेगा ! आपको क्या खाना है ! क्या पीना है ! कहाँ रहना है ! कब क्या करना है ! यह सब विश्व सत्ता निर्धारित करेगी !

विश्व सत्ता का आदेश न मनाने वाले को पहले वार्निग, दूसरा सुविधाओं में कटौती, तीसरी वार गलती होने पर उस व्यक्ति को फ्रीज कर दिया जायेगा !

यही नयी विश्व सत्ता के नियम होंगे ! अत कोई भी बेईमानी की हिम्मत नहीं जुटा पायेगा फिर वह चाहे हमारा प्रधान राष्ट्रीय सेवक ही क्यों न हो !!

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योगेश कुमार मिश्र 

ज्योतिषरत्न,इतिहासकार,संवैधानिक शोधकर्ता

एंव अधिवक्ता ( हाईकोर्ट)

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