क्या 5 जी और RFID चिप हमारे गुलामी की तैयारी है : Yogesh Mishra

मोबाइल फोन में 3जी नेटवर्क के साथ इंटरनेट ब्राउजिंग की शुरुआत हुई थी ! अब भारत ही नहीं पूरे विश्व में 5जी नेटवर्क आ रहा है ! कई जगह पहले ही आ चुका है ! माना जाता है कि यह अपने साथ कई समस्याओं को लेकर भी आयेगा ! यह आधुनिक 5जी नेटवर्क खास तौर पर घनी आबादी वाले शहरों में मिलीमीटर वेब्स का जाल बना देगा ! जिससे कीट-पतिन्गों और पंछियों पर इसके दुष्परिणामों की भारी आशंका जताई जा रही है !

मानव स्वास्थ्य से जुड़े कुछ शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि 5जी नेटवर्क इंसान की कोशिकाओं में और डी.एन.ए. में भी नुकसान पहुंचाता है ! लेकिन इन आशंकाओं के बीच अमेरिका, ब्रिटेन, चीन समेत दुनिया के बहुत से देश 5जी नेटवर्क लॉन्च करने जा रहे हैं ! क्योंकि यह विश्व सत्ता का फ़रमान है !

यह बात अलग है कि इस 5जी नेटवर्क लॉन्च करने के बाद ही इससे जुड़ी तकनीकी के कारण सेहत और पर्यावरण संबंधी दिक्कतें सामने आयेगी ! क्योंकि 5-जी इंसानों की रोग प्रतिरोधी क्षमता को कम करता है ! जिसके चलते लोगों में संक्रमण रोगों से संक्रमित होने की आशंका बढ़ जाती है !

भारत पहले से ही गर्म देश है ! 5-जी तकनीकी भी काफी शक्तिशाली रेडियो तरंगें और गर्मी उत्पन्न करेंगी ! वह शक्तिशाली रेडियो तरंगें आपके शरीर के अन्दर के तापमान को भी बढ़ा देंगी ! जिससे हमारे शाररिक ऊर्जा की कमी के कारण हममें शीघ्र थकान की शिकायत बढ़ेगी ! ऐसी स्थिती में लोगों की रोग प्रतिरोधी क्षमता में कमी आयेगी ! जिससे वायरस से शीघ्र संक्रमित होने का खतरा बढ़ जायेगा !

लेकिन कुछ भी हो विश्व सत्ता इसे पूरी दुनियां में जरुर लागू करेगी ! क्योंकि कि भविष्य में इसी 5जी से R.F.I.D. चिप को जोड़ दिया जायेगा और यह R.F.I.D. चिप आपके हाथों में लगा दी जायेगी ! जिससे विश्व सत्ता के लोग दुनियां के किसी भी कोने से आपकी हर गतिविधियों पर निगाह रख सकेंगे !

इस R.F.I.D. चिप अर्थात रेडियो-आवृत्ति पहचान (अंग्रेज़ी: Radio-frequency identification) चिप का ट्रायल पशुओं पर सफलता पूर्वक किया जा चुका है ! अब मनुष्यों पर भी शुरू हो चुका है ! जिसका पूरे अमेरिका में विरोध चल रहा है ! इस R.F.I.D. चिप का इस्तेमाल प्रत्येक व्यक्ति पहचान करने और उसे ट्रैक करने के उद्देश्य से लगाया जा रहा है ! जिसे विश्व के सभी देशों के जागरुक नागरिक मनुष्य की निजिता पर हमला बतलाते हैं !

विश्व में करोड़ों नागरिकों के विरोध के बाद भी इसे अभी भी व्यापारिक मशीन, फास्ट फूड रेस्तरां और सुपरमार्केट में इस्तेमाल किया जा रहा है ! सियोल, दक्षिण कोरिया और आसपास के शहरों में इसे सार्वजनिक पारगमन के भुगतान के लिये प्रयोग किया जा रहा है ! इसका प्रयोग अब कनाडा (मॉन्ट्रियल), मैक्सिको, इसराइल, कोलंबिया में बोगोटा और परेरा, नार्वे में स्टवान्गर, लक्समबर्ग, आदि में भी किया जा रहा है !

वाशिंगटन, डी.सी. मेट्रोरेल, अमेरिकी शहरी जन-पारगमन प्रणाली में R.F.I.D. प्रौद्योगिकी का उपयोग करने वाला पहला देश था ! ब्रिटेन में R.F.I.D. प्रौद्योगिकी का उपयोग करके सार्वजनिक परिवहन के असीमित प्रयोग के लिये पूर्व भुगतान की संचालन प्रणाली को तैयार किया जा रहा है !

आयरलैंड, ओसिजेक, कोलंबिया, फिनलैंड, सान डिएगो, कैलिफोर्निया, दुबई, चिली, ब्राजील, अटलांटा, ओस्लो, नार्वे ताइपेई, ताइवान, इटली, पुर्तगाल, फ्रांस आदि देशों में आंशिक रूप से इसका सफल परिक्षण किया जा चुका है ! जिसे अब सफल तकनीकी के रूप में पूरे विश्व में वर्ष 2030 तक विश्व सत्ता 5 जी तकनीकी के सहयोग से लागू करना चाहती है और इस दिशा में तेजी से कार्य चल रहा है ! जो कि भविष्य में हमारे गुलामी की तैयारी है !!

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योगेश कुमार मिश्र 

ज्योतिषरत्न,इतिहासकार,संवैधानिक शोधकर्ता

एंव अधिवक्ता ( हाईकोर्ट)

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