बाबा रामदेव ने भारतीय छात्र संसद एम.आई.टी. पुणे में 14 जनवरी 2016 को बाबा राम देव ने शनि देव के बारे में गलत ब्यान दिये व शनि देव की गलत शब्दों में व्याख्या की जब कि शनि देव न्याय के देवता है और उनका न्याय भी निष्पक्ष होता है !
प्राप्त तिथि के अनुसार बाबा रामदेव का जन्म 25.12.1965 रात्रि 8.20 पर अलिपुर जिला महेन्द्र गढ़ हरियाणा में हुआ ! ज्योतिष गणना के अनुसार श्रवण नक्षत्र 4 चरण जन्म राशी मकर और जन्म लग्न कर्क बनता है ! कर्क लग्न का कारक ग्रह मंगल और चन्द्रमा है ! मंगल सप्तम भाव में होने से बाबा राम देव का राजयोग प्राप्त होता है !
बाबा राम देव का जन्म चन्द्रमा की महादशा में हुआ ! चन्द्रमा की महादशा 25.12.1965 से 19.6.1975 तक रही ! 19.6.1982 तक मंगल की महादशा रही मंगल की नीच दृष्टि लग्न पर होने से यह समय कुछ कष्ट और परेशानी वाला रहा है !
18.6.2000 तक राहु की महादशा रही राहु की पांचवी वक्र दृष्टि सप्तम भाव व चन्द्रमा पर होने से यह 18 वर्ष का समय विशेष संघर्ष कारक रहा ! राहु के कारण बाबा रामदेव पर कई आरोप लगे और इसी समय अवधि में बाबा रामदेव पर अपने गुरु की हत्या या उन्हें गायब करने का आरोप भी लगा तथा परिवार वालों के साथ भी विवादित मुकद्दमें बाजी हुई व जमीन जायदाद के हड़पने के आरोप लगे जो आज भी नारनौल और महेन्द्रगढ़ की अदालतों में विचारधीन है !
18.6.2000 से बृहस्पति की महादशा आरम्भ हुई और यहीं से बाबा रामदेव का भाग्यदेय शुरु हुआ क्योंकि बृहस्पति की कृपा बाबा रामदेव पर हुई और उनका नाम सूर्य के समान भारत में व विदेशों में भी चमका 18.6.2008 से जब बृहस्पति ने भाग्येश का फल देना आरम्भ किया !
तो बाबा राम देव योग गुरु के धन गुरु और बहुत बड़ा व्यापारी बन गया और 18.6.2016 तक करोड़ो की दौलत व बेसुमार सम्पती बनाई परन्तु 24.1.2020 से जब शनि देव स्वराशि मकर में होंगे तब वही से रामदेव का पतन शुरू हो जायेगा !
शनि कर्क लग्न का प्रबल शत्रु है ! जो कि अष्टम भाव कुम्भ राशी में 18 अंश का पूर्ण बलवान है ! शनि की नीच दृष्टि कर्म भाव पर होने से शनि देव बाबा राम देव के अच्छे-बुरे कर्मो का फल देगा !
सप्तम भाव का स्वामी अष्टम भाव पर होने बाबा रामदेव को पत्नि सुख में बाधा डालता है ! परन्तु सप्तम भाव में शुक्र होने से जातक को रंगीन बना देता है और इसी शुक्र की कृपा से बाबा राम देव ने टी.वी सीरयल बनाया है और शुक्र की कृपा से बाबा को कैमरे को चश्का लग गया है ! 24.1.2020 से शनि देव जब मकर राशी पर आने से बाबा राम देव ने जो गुनाह अच्छा या बुरा किया है ! उनका एक-एक पैसे का हिसाब लेगा जो क्रम 31 मार्च तक 2025 तक चलेगा !
इस दौरान समाज में इनका प्रभाव लगभग ख़त्म हो जायेगा ! संपत्तियों में विवाद होगा ! शासन सत्ता का समर्थन व सहयोग नहीं मिलेगा ! व्यापार की गुणवत्ता में कमी के कारण हानि होगी ! नया विधि विवाद होगा ! न्यायलय जाना पड़ सकता है ! सहयोगी साथ छोड़ देंगे ! जहर आदि की घटना हो सकती है !
शनि के कारण 4.6.2011 शनिवार को देर रात्री 1.30 बजे रामलीली मैदान में महिला के कपड़े पहन पर 2 घंटे महिलाओं के बीच छुपकर अपनी जान बचाई शनिवार के कारण व शनिदेव के कारण 4.6.2011 शनिवार 1.30 शनि देव कन्या राशी पर और चन्द्रमा मिथुन राशी पर थे ! इसीलिये स्त्री वेश धारण करके रामदेव रामलीला मैदान से भागे थे !
जिसके कारण 40 दिन तक परेशान रहना पड़ा ! साथ में इनके सहयोगी श्री बालकृष्ण तथा एस. के. गर्ग को भी परेशान रहना पड़ा जिसमें इनका बहुत नुकसान हुआ था !