दुनिया के सबसे अमीर इंसान एलन मस्क का दिमागी चिप बनाने वाला स्टार्टअप न्यूरालिंक जल्द ही इसका इंसानी परीक्षण शुरू करने की तैयारी कर रहा है ! मस्क का वादा है कि इस चिप की मदद से पैरालसिस का शिकार इंसान अपने दिमाग से उंगलियों से ज्यादा तेज गति से स्मार्टफोन चला सकेगा !
मस्क ने साल 2016 में इस स्टार्टअप की सहस्थापना की थी ! इस चिप को पेजर नाम के बंदर और एक सूअर के अंदर पहले ही लगाया जा चुका है और यह काम भी कर रहा है !
यह स्टार्टअप अब क्लिनिकल ट्रायल डायरेक्ट की भर्ती कर रहा है ताकि इस तकनीक का इस्तेमाल इंसानों के ऊपर किया जा सके ! इसके विज्ञापन में कहा गया है कि क्लिनिकल ट्रायल का डायरेक्टर होने के नाते आपको सबसे प्रतिभावान डॉक्टरों, शीर्ष इंजीनियरों और न्यूरालिंक के पहले क्लिनिकल ट्रायल में शामिल इंसानों के साथ आपको का करना होगा ! डायरेक्टर को कैलिफोर्निया के फ्रेमोंट में काम करना होगा !
दूसरी तरफ “अंतरराष्ट्रीय मीडिया” को अरबपति बिल गेट्स ने अपनी रखैल बना कर यह सिद्ध कर दिया है कि वह हमें वही सोचने को मजबूर कर देगा जो वह चाहता है !
बिल गेट्स ने “जनता का ब्रेनवॉश” करने के लिए के लिए दुनिया भर के मुख्यधारा के मीडिया प्रतिष्ठानों का चुनाव किया और उन्हें गुप्त रूप से 31.9 करोड़ डॉलर की रकम दी है !
बिल गेट्स की इस शैतानी योजना का पर्दाफाश खोजी पत्रकार एलन मैकलॉयड द्वारा प्राप्त दस्तावेजों से हुआ है !
‘न्यूजपंच’ की रिपोर्ट बताती है: मैकलियोड के अनुसार, ‘बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन’ की वेबसाइट के डेटाबेस में 30,000 से अधिक व्यक्तियों को दिये गये अनुदानों की समीक्षा के दौरान धन के इस स्थानांतरण का खुलासा हुआ !
लाभार्थियों की इस सूची में सीएनएन, एनबीसी, एनपीआर, पीबीएस, द अटलांटिक, न्यूयॉर्क पब्लिक रेडियो और अन्य अति वाम प्रतिष्ठान शामिल हैं !
‘मिंटप्रेसन्यूज़डॉटकॉम’ की रिपोर्ट के अनुसार यह दान कुल मिलाकर 166,216,526 डॉलर हैं ! यह धन आमतौर पर गेट्स के अपनी पसंद के मुद्दों के लिए दिया जाता है ! जिसमें मनुष्य का बौद्धिक यांत्रिक करण भी आता है !
अब देखना यह है कि मानवता को बचाने का दावा करने वाले फेसबुक और व्हाटशेप यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले संसाधन विहीन विश्व के महान क्रन्तिकारी इन समस्याओं से मनुष्य को किस तरह बचाते हैं !!