आपका धनाड्य होना आपके भाग्य का नहीं पुरुषार्थ का विषय है ! इस संसार में संपन्न होना भी एक कला है ! भारत का दुर्भाग्य रहा है कि भारत में जारी शिक्षा पद्धति में कहीं भी बच्चों को धनाड्य बनने का प्रशिक्षण नहीं दिया जाता है !
इसीलिए हमारे बच्चे सात्विक, संवेदनशील, आस्तिक, चरित्रवान आदि सब कुछ बन जाते हैं ! पर जीवन भर आर्थिक तंगी से जूझते रहते हैं ! क्योंकि हमारे बचपन से दिए जाने वाले संस्कार हमें एक अच्छा इंसान तो बना देते हैं, पर हमें धनाढ्य बनने का प्रशिक्षण नहीं देते हैं !
धन कमाना एक कला है, जो व्यक्ति इस कला में जितना माहिर होता है, वह उतना ही अधिक धनवान होता चला जाता है ! इस संदर्भ में आर्थिक अभाव से जूझ रहे समाज के हर व्यक्ति के लिए सनातन ज्ञान पीठ में एक विशेष सत्र “विश्व सत्ता” के नाम से आयोजित किया है !
जिसमें आपको अपने व्यक्तित्व और चरित्र में वह कौन से परिवर्तन करने हैं कि आप भी भविष्य की आर्थिक तंगी से दूर हट कर एक संपन्न और प्रतिष्ठित व्यक्ति के रूप में अपना जीवन यापन कर सकें !
इस हेतु मात्र 3 माह का एक विशेष सत्र आयोजित किया जा रहा है ! जो व्यक्ति अपनी सारी क्षमता और प्रतिभा रखते हुए भी बार-बार जीवन में असफल होते हैं, उन्हें आवश्यक रूप से यह सत्र को अटेंड करना चाहिए !
जिससे वह अपने ही नहीं बल्कि अपने राष्ट्र के हित में भी संपूर्ण वैभव और संपन्नता के साथ जीवन यापन कर सके !
क्योंकि संपन्न होना हर व्यक्ति का जन्मसिद्ध अधिकार है ! इसे दुर व्यवस्था के कारण जिन षड्यंत्रकारिर्यों द्वारा हमें इस अधिकार से वंचित रखा गया है ! उसे समझ लेने मात्र से ही संपन्नता आप के निकट आने लगती है !
जिस रहस्य को समझाने के लिए सनातन ज्ञान पीठ के संस्थापक श्री योगेश कुमार मिश्र अपने देश के युवाओं के लिए विशेष 3 माह का एक विशेष सत्र आयोजित किया है !
अधिक जानकारी के लिए सनातन ज्ञान पीठ के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं !